विकिस्रोत:आज का पाठ/२ जून
गेरीबाल्डी प्रेमचंद रचित संक्षिप्त जीवनी संग्रह "कलम, तलवार और त्याग" में संग्रहित गैरीबाल्डी का जीवन परिचय है जो १९३९ ई. में बनारस के सरस्वती प्रेस द्वारा प्रकाशित किया गया था।
"गेरीबाल्डी का शेष जीवन कपरेरा मैं व्यतीत हुआ। यहाँ वह अपने बाल-बच्चों के साथ शाँन्ति से जीवन-यापन करता रहा। उसकी इन्द्रियाँ शिथिल हो गई थीं, स्वास्थ्य और बल भी विदा हो चुकी थी; परन्तु श्रम से कुछ ऐसा सहज प्रम था कि अन्तिम क्षण तक कुछ न कुछ करता रहा। और जब सब शक्तियाँ जवाब दे चुकीं, तो बैठा उपन्यास लिखवाया करता। अन्त में १८८४ ई० में थोड़े दिन बीमार रहकर इस नश्वर जगत् से विदा हो गया। और एक ऐसे पुरुष की स्मृति छोड़ गया जो स्वदेश का सच्चा भक्त और राष्ट्र का ऐसा सेवक था, जिसने अपने अस्तित्व को उसके अस्तित्व में निमज्जित कर दिया था, और जो न केवल इटली का, किन्तु अखिल मानवजाति का मित्र और हितचिन्तक था।..."(पूरा पढ़ें)