विकिस्रोत:आज का पाठ/६ मार्च
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एक प्रसिद्ध गल्पकार के विचार प्रेमचंद द्वारा रचित साहित्य का उद्देश्य का एक अंश है जिसका प्रकाशन जुलाई १९५४ ई॰ में इलाहाबाद के हंस प्रकाशन द्वारा किया गया था।
"मि॰ जेम्स ओपेनहाइम अँग्रेज़ी के अच्छे कहानी-लेखक हैं। हाल में एक अँग्रेजी पत्रिका के सम्पादक ने कहानी-कला पर मि॰ ओपेनहाइम से कुछ बातचीत की थी। उनमें जो प्रश्नोत्तर हुआ, उसका सारांश हम पाठकों के मनोरंजन के लिए यहाँ देते हैं। पत्रिकाओं में जितनी कहानियाँ आती हैं, उतने और किसी विषय के लेख नहीं आते। यहाँ तक कि उन सबों को पढ़ना मुश्किल हो जाता है। अधिकांश तो युवकों की लिखी होती है, जिनके कथानक, भाव, भाषा, शैली में कोई मौलिकता नहीं होती और ऐसा प्रतीत होता है कि कहानी लिखने के पहले उन्होने कहानी कला के मूल तत्वों को समझने की चेष्टा नहीं की।..."(पूरा पढ़ें)