श्रेणी वार्ता:छूटे स्कैन पृष्ठ
विषय जोड़ेंदिखावट
Latest comment: ४ वर्ष पहले by अनिरुद्ध कुमार in topic छूटे स्कैन पृष्ठ
छूटे स्कैन पृष्ठ
[सम्पादन]कई पुस्तकों की स्कैन फाइल में कुछ पृष्ठ छूटे हुए हैं। ऐसे पुस्तकों का परापूर्णन भी अधूरा ही होगा। क्या ऐसे पृष्ठों और पुस्तकों को याद रखने के लिए किसी श्रेणी, सांचा या पृष्ठ बनाने की जरूरत है या चौपाल पर सूचना देना पर्याप्त है? सदस्यों का सुझाव आमंत्रित है। उदाहरण के लिए पृष्ठ:भ्रमरगीत-सार.djvu/१३६ के बाद अगले पृष्ठ के बीच कुछ पृष्ठ छूट गए लगते हैं। पद १३१ के बाद सीधा १३७ आ गया है। अनिरुद्ध कुमार (वार्ता) ०८:५६, १७ अगस्त २०२० (UTC)
- सूचना देना ही पर्याप्त होगा। कुछ पुस्तकों में पन्नों के दुहराव की भी समस्या है, जिसे फ़िलहाल ख़ाली करके 'पाठ के बिना' विकल्प के साथ रखा जा सकता है ताकि परापूर्णन के बाद क्रम बना रहे और दुहराव भी न हो। जैसे ही इन पुस्तकों के बेहतर स्कैन वाली फ़ाइलें मिल जाती हैं हम उन्हें इनपर वरीयता दे सकते हैं। --अजीत कुमार तिवारी (वार्ता) ०९:०६, १७ अगस्त २०२० (UTC)
- जिस पुस्तक के बीच के पृष्ठ स्कैन नहीं हैं उनके लिए एक अलग से पृष्ठ बनाना चाहिए। चौपाल पर सूचना मात्र देने से तत्संबंधी सूचना पुरालेखों में विलुप्त हो जाएगी। अतः संभव है उसकी जानकारी नए सदस्य को नहीं हो पाएगी। नया पृष्ठ बनाने से उस तरह के सभी पृष्ठों की जानकारी वहाँ दर्ज की जा सकेगी। एक ही नाम की अन्य बेहतर फाइल मिलने पर सिर्फ स्कैन छूटे पृष्ठों को स्कैन करके परापूर्णन करते समय उन्हें आपस में जोड़ा जा सकेगा। --नीलम (वार्ता) ०६:५४, १९ अगस्त २०२० (UTC)
- @अनिरुद्ध कुमार और नीलम: जी, यदि चौपाल की सूचना पुरालेख में गुम हो जाने की समस्या है तो एक श्रेणी पहले से ही बनी हुई है श्रेणी:विषयसूची - फाइल ठीक करने के लिए। फिलहाल इसका प्रयोग हम कर सकते हैं। --अजीत कुमार तिवारी (वार्ता) ०४:५०, २५ अगस्त २०२० (UTC)
- जिस पुस्तक के बीच के पृष्ठ स्कैन नहीं हैं उनके लिए एक अलग से पृष्ठ बनाना चाहिए। चौपाल पर सूचना मात्र देने से तत्संबंधी सूचना पुरालेखों में विलुप्त हो जाएगी। अतः संभव है उसकी जानकारी नए सदस्य को नहीं हो पाएगी। नया पृष्ठ बनाने से उस तरह के सभी पृष्ठों की जानकारी वहाँ दर्ज की जा सकेगी। एक ही नाम की अन्य बेहतर फाइल मिलने पर सिर्फ स्कैन छूटे पृष्ठों को स्कैन करके परापूर्णन करते समय उन्हें आपस में जोड़ा जा सकेगा। --नीलम (वार्ता) ०६:५४, १९ अगस्त २०२० (UTC)
- @अजीत कुमार तिवारी: जी, सुझाव उचित है किंतु विषयसूची पृष्ठ पर श्रेणी लगाने से उन पृष्ठों का पता कैसे चलेगा जो छूट गए हैं? यह समस्या कई पुस्तकों के साथ हो सकती है इसलिए यह श्रेणी लगाने के साथ छूट गए पृष्ठों की सूचना देने के लिए कोई एक पृष्ठ जरूर होना चाहिए। --नीलम (वार्ता) ०८:४३, २५ अगस्त २०२० (UTC)
- @नीलम: जी, विषयसूची पृष्ठ के वार्ता पृष्ठ का उपयोग इस कार्य के लिए किया जा सकता है। हमें इससे यह पता रहेगा कि फाइल विशेष में समस्या है और उसे बेहतर फाइल के साथ बदलना है। उसके वार्ता पृष्ठ से यह जानकारी मिल सकती है कि समस्या विशेष क्या है या किन पृष्ठों में है। बाक़ी जैसा आप लोगों को उचित लगे कर लीजिए। --अजीत कुमार तिवारी (वार्ता) ०८:५१, २५ अगस्त २०२० (UTC)
- सदस्यों की टिप्पणियों में आए सभी विचारों को लागू करते हुए निम्न रास्ते निर्धारित किए जा रहे हैं:
- लक्षित कार्य के लिए पृष्ठ बनाकर इसे चौपाल में सबसे ऊपर दूतावास के दाहिने जोड़ दिया गया है। इस पृष्ठ पर सभी छूटे पृष्ठ संबंधी एवं अन्य लंबित मगर जरूरी कार्यों की सूचना दी जा सकेगी।
- श्रेणी:छूटे स्कैन पृष्ठ बनायी गई है जिसे ऐसे सभी परापूर्ण पृष्ठों पर जोड़ा जाना चाहिए जिसके स्रोत पृष्ठ छूटे हुए हों। इससे इस तरह के सभी पृ,्ठ एक ही श्रेणी में देखे जा सकेंगें।
- लक्षित पृष्ठ की सूचनाओं एवं चर्चाओं को पुस्तक के वार्ता पृष्ठ पर भी प्रकाशित किया जाएगा जिससे कि यह भविष्य में पुस्तक पर कार्य करने वालों के लिए सहायक हो सके। अनिरुद्ध कुमार (वार्ता) ०४:०१, ११ अक्टूबर २०२० (UTC)
- उपर्युक्त चर्चा को एक पुरालेख के रूप में संरक्षित किया गया है। कृपया इसमें कोई बदलाव न करें। आगे की चर्चा इस पृष्ठ पर नये विभागों में होनी चाहिए।