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कहीं आपका मतलब विनय तो नहीं था?
  • को मूढस्तादृशो भुवि॥४॥ अहो स्वयं समाख्याति पूर्वमेव स्वजीवने। श्वभ्रस्य विवरे तुच्छे स्वस्थानं खलु मूढधीः॥५॥ उच्चकार्य समादत्ते यो मूढो निजहस्तयोः। स...
    ४८३ B (१३६ शब्द) - १२:२२, ३१ अगस्त २०२१
  • बीता ! टिकने को कब मिला किसी को यहाँ सुभीता ? कोटि-कोटि नक्षत्र शून्य के महा-विवर में , लास रास कर रहे लटकते हुए अधर में । उठती हैं पवनों के स्तर में लहरें...
    २३८ B (१,९३१ शब्द) - ०१:०४, २२ अक्टूबर २०१९
  • तिमिर-गर्भ में नित्य, दीन जीवन का यह संगीत। क्या कहूं, क्या हूँ मैं उद्भ्रांत? विवर में नील गगन के आज! वायु की भटकी एक तरंग, शून्यता का उजड़ा-सा राज। एक विस्मृति...
    १७३ B (१,२८६ शब्द) - ००:५३, २२ अक्टूबर २०१९
  • तिमिर-गर्भ में नित्य, दीन जीवन का यह संगीत। क्या कहूं, क्या हूँ मैं उद्भ्रांत? विवर में नील गगन के आज! वायु की भटकी एक तरंग, शून्यता का उजड़ा-सा राज। एक विस्मृति...
    १९६ B (१,२८४ शब्द) - ०९:३५, १५ अक्टूबर २०१९
  • घनाकार जगती का अंबर। मृत्यु तुम्हारा गरल दत्त, कचुक कल्पासर। अखिल विश्व ही विवर, चक्र कुंडल दिड-मंडल। [ ७०५ ] मृदुल होठो का हिमजल-हास उड़ा जाता नि:श्वास...
    ६९४ B (५,९३४ शब्द) - १७:३८, २७ जुलाई २०२३
  • उत्पत्ति हुई जिनके वर्ग के मेढक बाम की तरह की एक छोटी मछली जिसके मुख का विवर गोल होता है। इसके मुंह में नीचे ऊपर के जबड़े नहीं होते, महीन महीन दाँत चारो...
    ३६० B (४,३७२ शब्द) - १५:१३, १३ नवम्बर २०२१
  • सहसा उनके मुख की आकृति कुछ बड़ी विलक्षण-सी हो गई। उनकी आँखें फैल गई; मुख-विवर खुल गया, दन्त-पंक्ति कुछ बाहर निकल आई और उनकी चेष्टा ठीक वैसी ही हो गई, जैसी...
    ५७६ B (५,६५१ शब्द) - ०५:२३, २९ जनवरी २०२२
  • सूक्ष्म त्वक् और पुछल्ले के अतिरिक्त आहार-मिश्रित जल के प्रवेश के लिये एक विवर भी होता है। जिसे मुँह कह सकते है। जोवोत्पत्ति का आरंभ मोनरा और अमीबा के समान...
    ३३० B (५,३४४ शब्द) - ०५:००, ७ नवम्बर २०२१
  • कृषि उद्योग। और कमाई अन्य की, खाते बाकी लोग॥ जैन शास्त्रों में नरकों को 'विवर' अर्थात बिलरूप में तथा मोक्ष स्थान को स्वर्गलोक के ऊपर माना है। कुरल में...
    ३६३ B (४,९७६ शब्द) - १३:२३, १९ जुलाई २०२१
  • प्रेशैसा सुन कर उसे अपने पास युवया । जिस समय द्वारपालने जगदेव पहुँचनेको विवर रीना दी, उस समय के दरबारमें एक वैश्या पुष्प-चलन नामका एक प्रकारका पत्र ।...
    ३९५ B (४१,५६३ शब्द) - ०१:४०, ३० जुलाई २०२३