पृष्ठ:भारत में अंगरेज़ी राज.pdf/१८२

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पहला सिख युद्ध

पहला सिख युद्ध १९६५ । निल्सन्देह ब्रॉडफ्ट का लक्ष्य किसी तरह सिखों को भड़का कर उनकी जोर से युद्ध शुरू कराना था। उधर गचरनर जनरल हाडिंल युद्ध का बहाना न मिलने से बेचैन हो रहा था । २३ अक्तूबर सन १८४५ को उसने लॉर्ड एलेनन के नाम एक पत्र में लिखा- ‘किन्तु पधाय या तो सिर्षों का होना चाहिए और या अंगरेजों का; x ” देर करना केवल इस प्रश्न के निबटारे को कुछ दिनों के लिए टालना है, साथ ही हमें याद रखना चाहिये कि अभी तक उन्होंने युद्ध का कोई कारण हमारे हाथों में नहीं दिया ।" इससे नौ महीने पहले २३ जनवरी सन् १८४५ को उसने लॉर्ड एलेन को एक और पत्र में लिखा था यहाने की तलाश “यदि अपने मित्र ( पवन ) को सकते इस विपत्ति की अवस्था में हड़प जाने के लिए हमारे पास वजह भी हो, तो भी हम इस समय तैयार नहीं हैं और उस समय तक तैयार नहीं हो सकते जय तक कि लू न चलने लगे और सतलज ज़ोर से न यहने लगे ।x & x किन्तु यदि यह महीना अक्तूबर का भी होता पर हमारी सेना चिलकुल तैयार ' होती, तो भी हम पक्षय पर हमला करने का यहाना या ले सकते थे ? 'भारम रक्षा क्षमसे यह चाहती है कि इस सिखों की सेना को तितर

  • “The Punjab must, Jhowever, be Sikh ar British : . . . The telay"

is merely a postonement of the settlement of the question : at the same time। wo must bear in mind that he yet to cause of wr lhas leen given, "-.Sir Hehry arding to torl Ellentborough, October 23, 1841,