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सम्पूर्ण गांधी वाङ्मय

सिगरेट पीते हैं उनमें शायद ही कोई ऐसा होगा जिसे उस कमरेकी हवा जहरीले धुंएसे दूषित करने में किसी भी प्रकारके संकोचका अनुभव हो, जिसमें महिलाएँ और बच्चे उपस्थित है।

सचमुच इससे लोगोंको इतनी असुविधा होती है कि रेलके डिब्बोंमें सिगरेट पीनेके लिए कुछ भाग निश्चित कर दिये जाते हैं। व्यवस्थित घरोंमें युवकोंके धूम्र-पानके लिए कमरा अलग रहता है और उन्हें भोजनके कमरे में कभी धूम्रपान नहीं करने दिया जाता। मेरे एक मित्रको अपने निवास स्थानपर सीढ़ीके नीचे धूम्रपान करनेके लिए डाँट खानी पड़ी थी।

काउन्ट आगे कहते हैं :

इन नशीले, उत्तेजक पदार्थों के उपयोगसे मनुष्य जितना अधिक चेतना-शून्य बनता चला जाता है, वह बौद्धिक और नैतिक दृष्टि से भी उतना ही नीरस, निष्क्रिय और मन्द बन जाता है।

नशेमें आकर मनुष्य क्या-क्या कर बैठते हैं, यह हम सभी अच्छी तरह जानते हैं।

जहाँतक शराबकी बात है, उपर्युक्त उद्धरण यह दिखाने के लिए काफी है कि जो व्यक्ति किसी समय अत्यधिक पीता था वह भी उसके बारेमें क्या सोचता है। शराब पीना हानिकर है और इंग्लैंडमें शराब पीना हमारे लिए जरूरी नहीं है इतना सिद्ध करनेके लिए उद्धरण देना आवश्यक नहीं है। ऐसी सैकड़ों समितियाँ हैं जो आपको विश्वास दिला देंगी कि वहाँ शराबकी कोई आवश्यकता नहीं है। संसदके कई सदस्य हैं जो शराब बिलकुल नहीं छूते । कामन्स सभामें तो मादक द्रव्योंसे परहेज करनेवाले लोगोंका एक दल ही है। डब्ल्यू० एस० केन और सर विल्फेड लॉसनका इस दलके साथ विशिष्ट सम्बन्ध है। हमारे यहाँ बम्बईमें और भारतके कई भागोंमें मद्य-निषेध समितियाँ है। कई आंग्ल भारतीय भी इन मादक द्रव्योंको नहीं छूते। इतना सब होनेपर भी ऐसे लोग भी है जो बुद्धिमान होते हुए भी यह मानते हैं कि इंग्लैंडमें शराब पीना अत्यन्त आवश्यक है। उन्हें इसके विरोधमें कितना ही यकीन क्यों न दिलाया जाये वे इस बातको गलत माननेसे इनकार करते हैं। उनकी जानकारीके लिए सरसरी तौरपर इसका उल्लेख कर दिया गया है। एक सज्जनका कहना था: "हो सकता है कि इंग्लैंड पहुँचने पर उनकी आवश्यकता न रहे पर मुझे मालूम हुआ है कि भूमध्य सागरके आसपास शराबके बिना प्राण निकल जायेंगे।" उन्हें ऐसा ही बताया गया था । और मुझे यह बतानेकी अनुमति दी जाये कि यदि शराब इतनी आवश्यक होती तो पी० एंड० ओ० कम्पनी जितना किराया लेती है उसमें भोजनके साथ शराब भी देती और शराब पीनेके यात्रियोंको अलग पैसे न भरने पड़ते। यदि इंग्लैंडमें शराब पीनी हो और वह भी नियमपूर्वक तो ९ शिलिंग तो शराब में ही उड़ जायेंगे। जो अनुमान मैने बताया है फिर उसके अनुसार निर्वाह करना असम्भव होगा।