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प्रार्थनापत्र : लॉर्ड रिपनको



(४४) फिर भी, अगर महानुभावको प्रार्थियोंकी स्वच्छता-सम्बन्धी आदतोंके बारेमें यहाँ कही गई बातोंपर सन्देह हो तो, निवेदन है कि चूंकि प्रार्थियोंके बहुत बड़े हित दाँवपर चढ़े हैं और उनकी सफाई सम्बन्धी आदतोंके बारेमें परस्पर-विरोधी बयान दिये गये हैं तथा दक्षिण आफ्रिकामें उनके विरुद्ध भावनाएँ भी बहुत उग्र हैं, अतः प्रार्थियोंका विनम्र अनुरोध है कि इन सब दृष्टियोंसे विचार किया जाये और समझौते का उल्लंघन करनेकी अन्तिम अनुमति देनेके पहले परस्पर-विरोधी वक्तव्योंके सत्यासत्यकी निष्पक्ष जाँच और दक्षिण आफ्रिकाके भारतीयोंकी मान-मर्यादाके सारे प्रश्नकी छानबीन करा ली जाये।

अन्तमें प्रार्थी अपना मामला महानुभावके हाथोंमें छोड़ते हैं। वे सच्चे दिलसे प्रार्थना और पूरी आशा करते हैं कि उन्हें रंग-भेदका शिकार न होने दिया जायेगा। उनकी यह भी प्रार्थना और आशा है कि सम्राज्ञी सरकार दक्षिण आफ्रिकी गणराज्यमें भारतीयोंके साथ ऐसा व्यवहार करनेकी अनुमति नहीं देगी, जो उन्हें पतित और अस्वाभाविक स्थिति में डाल दे और ईमानदारीके साथ जीविकोपार्जन करनेके साधनोंसे वंचित कर दे।

और न्याय तथा दयाके इस कार्यके लिए प्रार्थी, कर्त्तव्य समझकर, सदैव दुआ करेंगे, आदि।[१]

परिशिष्ट क

प्रिटोरिया, द° आ° ग°[२]
२७ अप्रैल, १८९५

मैं इस पत्रके द्वारा प्रमाणित करता हूँ कि में गत पाँच वर्षोंसे प्रिटोरिया नगरमें साधारण चिकित्सकका धंधा कर रहा हूँ।

इस अवधि में, और खास तौरसे तीन वर्ष पहले, जब भारतीयोंकी संख्या अबसे ज्यादा थी, उनके बीच मेरा धंधा खासा अच्छा रहा है।

मैंने उनके शरीरोंको आम तौरसे स्वच्छ और उन लोगोंको गन्दगी तथा लापरवाहीसे उत्पन्न होनेवाले रोगोंसे मुक्त पाया है। उनके मकान साधारणतः साफ रहते हैं और सफाईका काम वे राजी-खुशीसे करते हैं। वर्गकी दृष्टिसे विचार किया जाये

 
  1. छपी हुई मूल अंग्रेजी प्रतिपर हस्ताक्षर नहीं हैं। इस प्रार्थनापत्र के बारेमें समाचारपत्रोंकी प्रतिक्रियाके लिए, देखिए अर्ली फेज पृष्ठ ५३४-३६। लेकिन साम्राज्ञोकी सरकारने जून १८९५ में निर्णयको इस अनुबन्धके साथ स्वीकार कर लिया था कि 'फोक्सराड' को ८ सितम्बर १८९३ के प्रस्तावको रद कर देना चाहिये और दक्षिण आफ्रिकी गणतन्त्रकी सरकारको दिसम्बर १८९३ के परिपत्रको वापस ले लेना चाहिए जिससे कि न्यायालय १८८५ के कानून ३ के संशोधित रूपको व्याख्या मुक्तभावसे कर सकें। आगेकी घटनाओंके लिए, देखिए अर्ली फेज, पृष्ठ ५३७-९।
  2. दक्षिण आफ्रिकी गणतंत्र।