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नेटाल भारतीय कांग्रेसका कार्य विवरण


दादा अब्दुल्ला के मकानमें कुछ आरम्भिक बैठकें होनेके बाद, २२ अगस्तको बड़े उत्साह के साथ नेटाल भारतीय कांग्रेसकी विधिवत स्थापना की गई। भारतीय समाजके सभी प्रमुख सदस्य कांग्रेस में शामिल हो गये। पहली शामको ७६ सदस्योंने अपने नाम लिखाये। धीरे-धीरे सूची २२८ तक बढ़ गई। श्री अब्दुल्ला हाजी आदम अध्यक्ष चुने गये। अन्य प्रमुख सदस्योंको उपाध्यक्ष बनाया गया। श्री मो° क° गांधी अवैतनिक मन्त्री चुने गये। एक छोटी-सी कमेटी भी बनाई गई। परन्तु चूँकि कांग्रेसके शुरू-शुरूके दिनोंमें अन्य सदस्योंने भी कमेटीकी बैठकोंमें शामिल होनेकी इच्छा प्रकट की, इसलिए कमेटीको आप ही आप भंग हो जाने दिया गया और सब सदस्योंको बैठकोंमें आनेके लिए आमन्त्रित किया जाता रहा।

कमसे कम मासिक चन्दा ५ शिलिंग रखा गया था। अधिकसे-अधिक रकम बाँधी नहीं गई थी। दो सदस्योंने दो-दो पौंड मासिक चन्दा दिया। एकने २५ शिलिंग, दसने २०-२० शिलिंग, पच्चीसने १०-१० शिलिंग, तीनने ७ शि° ६ पें° और तीनने ५ शि° ३ पेंस, दोने ५ शि° १ पेंस और एक सौ सतासीने ५-५ शिलिंग मासिक चन्दा देना स्वीकार किया। नीचे दी हुई तालिकासे विभिन्न वर्गोंके चन्दादाताओंकी संख्या, उनके दिये हुए चन्दे और बकाया चन्देका विवरण मिल जायेगा :[१]






वर्ग संख्या वार्षिक
पौं°शि°प°
वसूली बकाया





०-४०-० ४८-००-० ४८-००-० कुछ नहीं
०-२५-० १५-००-० १५-००-० कुछ नहीं
०-२०-० १० १२०-००-० ९३-००-० २७-००-०
०-१०-० २२ १३२-००-० ८८-०५-० ४३-१५-०
०-०७-६ १३-१०-० ८-१२-६ ४-१७-६
०-०४-3 ६-०६-० ३-०८-३ २-१७-९
०-०५-१ ६-०२-० ५-०६-९ ०-१५-३
०-०५-० १८७ ५५९-१०-० २७३-०५-० २८६-१५-०





२२८ ९००-०८-० ५३५-१७-६ ३६६-००-६





ऊपरके हिसाब से मालूम होगा कि ९०० पौंड ८ शिलिंगकी सम्भावित आयमें से कांग्रेस अबतक सिर्फ ५०० पौंड १७ शि° ६ पें° या लगभग ५० % रकम वसूल कर सकी है। ५ शिलिंग देनेवालोंमें बकाया सबसे ज्यादा है। इसके कई कारण हैं। यह याद रखना चाहिए कि कुछ लोग बहुत देरसे सदस्य बने थे और इसलिए स्वाभाविक है कि उन्होंने सारे वर्षका चन्दा नहीं दिया। बहुत-से लोग भारत चले गये हैं। कुछ लोग इतने गरीब हैं कि वे दे ही नहीं सकते। परन्तु खेदके साथ कहना पड़ता है कि सबसे बड़ा कारण है देनेकी अनिच्छा। फिर भी अगर कुछ कार्यकर्ता आगे आकर मेहनत करें तो ३० % बकाया रकम वसूल हो जाना सम्भव

 
  1. तालिकाका हिसाब उपर्युक्त हिसाब से मेल नहीं खाता और योग भी सही नहीं हैं।