पृष्ठ:सम्पूर्ण गाँधी वांग्मय Sampurna Gandhi, vol. 10.pdf/२००

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ जाँच लिया गया है।
७८. उद्धरण : एक पत्रसे
[ फरवरी ५, १९१० ]
 

वह एक शानदार लड़का है। उसने निश्चय ही मेरी उम्मीदें पूरी की हैं। वह जेलमें सत्याग्रही बन गया। वह अन्य भारतीयोंके साथ उसी कोठरी में रहता था जिसमें चीनी कैदी रहते थे। इनमें से कई चीनी कैदी तो ट्रान्सवालके सबसे निकृष्ट अपराधी हैं। उन सब कैदियोंके बीच पानीकी केवल एक बाल्टी थी और ये चीनी उससे इस तरह पानी पीते थे जैसे कुत्ते गड्ढों में से पीते हैं। स्वभावतः मणिलालको चीनियोंकी तरह उस बाल्टीसे या प्यालेसे भी उस पानीको पीना पसन्द नहीं था जो इस तरह गन्दा कर दिया गया था। इसलिए उसने इसकी शिकायत डिप्टी गवर्नरसे की। डिप्टी गवर्नरने इसपर यह सोचा कि मणिलाल झगड़ालू लड़का है और उसने तुरन्त उसको तनहाईकी सजा दे दी । मणिलालने उसको बिलकुल प्रसन्नतापूर्वक स्वीकार किया और मनमें सोचा कि इस तरह शान्तिपूर्वक सोचने-विचारनेका समय मिलेगा । लेकिन दूसरे दिन उसने अपनी स्थिति और अच्छी बनानी चाही और यह भी कहना चाहा कि उसने यह शिकायत केवल अपनी ओरसे नहीं, बल्कि सभी भारतीयोंकी ओरसे की थी। इसलिए उसने गवर्नरसे मिलनेका हठ किया। गवर्नर कहीं अधिक विवेकशील था । उसने मणिलालकी तनहाईकी सजा खत्म कर दी और हुक्म निकाला कि भारतीय कैदियोंके लिए पानीकी एक बाल्टी अलग रख दी जाये । मणिलालने मुझे यह भी बताया कि उसने पारसी रुस्तमजीको बहुत सहारा दिया। पारसी रुस्तमजी भी फोर्ट जेलमें भेज दिये गये हैं । मणिलाल रोज शामको उनकी मालिश करता था । फोर्टमें श्री रुस्तमजीके साथ कोई अच्छा बर्ताव नहीं किया जाता। उनको डॉक्टरी सहायता देने से इनकार कर दिया गया है । आज मणिलालने फेरी लगानेका अपना सम्मा- ननीय काम फिर शुरू कर दिया और गिरफ्तारीके लिए चुनौती दी। वह पुलिसके उसी सिपाहीके पास गया जिसने उसे पहली बार गिरफ्तार किया था। सिपाहीने साधारण आपत्तिके बाद उसका अनुरोध मान लिया और उसे फिर गिरफ्तार कर लिया । परन्तु जब वह चार्ज ऑफिसमें लाया गया तब वरनॉनने' उसको रिहा करनेका आदेश दे दिया । वह पहलेकी भाँति रोज फेरी लगाता रहेगा। मुझे लगता है कि इस बार गिरफ्तार होनेपर उसे अपने अन्य साथियोंकी तरह ही निर्वासित कर दिया जायेगा और छः महीनेके लिए जेल भेज दिया जायेगा ।

[ अंग्रेजीसे ]

इंडिया, २५-२-१९१०

१. यह पत्र अनुमानत: एल० डब्ल्यू० रिचको लन्दन भेजा गया था ।

२. मणिलाल गांधी ५-२-१९१० को गिरफ्तार हुए थे ।

३. जोहानिसबर्गका पुलिस सुपरिटेंडेंट ।

Gandhi Heritage Porta