पृष्ठ:सम्पूर्ण गाँधी वांग्मय Sampurna Gandhi, vol. 10.pdf/२१६

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९५. नेटाल भारतीय कांग्रेस

खास तौरपर निमन्त्रित एक सार्वजनिक सभामें नेटाल भारतीय कांग्रेसने कुछ प्रस्ताव पास किये हैं जो महत्त्वपूर्ण हैं और जिनके परिणाम व्यापक होंगे। हमारा खयाल है कि इनमें सबसे अधिक ध्यान देने लायक प्रस्ताव वे हैं, जिनका सम्बन्ध गिरमिटिया मजदूरोंकी प्रथाको बिल्कुल बन्द करने और ट्रान्सवालके संघर्षको जारी रखनेसे है। इन दोनों प्रस्तावों में महान सिद्धान्तोंका प्रतिपादन किया गया है; इनमें प्रस्तावकों और समर्थकों का कोई स्वार्थ नहीं है । इस कारण प्रस्तावोंकी भूमिका बड़ी उच्च बन गई है । इन प्रस्तावोंका भले ही निकट भविष्यमें कोई बड़ा या ठोस परिणाम न हो, परन्तु ट्रान्सवाल और बाहरकी घटनाओंपर उनका असर पड़ना अवश्यम्भावी है। निश्चय ही सभी इसे स्वीकार करेंगे कि साम्राज्यकी दृष्टिसे दोनों प्रस्ताव अत्यन्त महत्त्वपूर्ण हैं ।

[ अंग्रेजीसे ]
इंडियन ओपिनियन, २६-२-१९१०

९६. भारतीयोंकी शिक्षा

समाचार मिला है कि उच्चतर भारतीय शालाओं (हायर ग्रेड इंडियन स्कूलों) में विद्यार्थियों के प्रवेशके लिए आयुकी मर्यादा हटा दी गई है । परन्तु हमें ज्ञात हुआ है कि प्रतिबन्ध हटाने की बात 'गजट' में प्रकाशित नहीं की जायेगी; यद्यपि प्रतिबन्ध लगानेकी बात प्रकाशित की गई थी। इस विचित्र घटनाका कारण स्पष्ट है । उस समय सरकारने मत लेनेके लिए उस खबरका ढोल पीटा था । परन्तु लोग नाराज न हों, इस हेतुसे अब वह प्रतिबन्ध हटानेके तथ्यको दबाना चाहती है ।

परन्तु भारतीय माता-पिताओंको प्रस्तावित परिवर्तनसे सन्तुष्ट नहीं होना चाहिए । उन्हें अपने बच्चोंके लिए अपनी निजी शालाएँ खोलनी चाहिए, जहाँ उन्हें समुचित शिक्षा दी जा सके ।

[ अंग्रेजीसे ]
इंडियन ओपिनियन, २६-२-१९१०



१. देखिए पाद-टिप्पणी १, पृष्ठ १७० ।