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शाही मेहमानोंका आगमन

एक जगह करनी है। मैं समझता हूँ कि उसमें बहुत पुण्य है । अकेले-अकेले भोजन बहुत स्वार्थपूर्ण मालूम होता है । सबके साथ भोजन करनेमें स्वादेन्द्रियपर अंकुश रखे बिना चारा नहीं है ।

नायकका क्या हाल है ? मणिलाल क्या कर रहा है ?
आशा है, तुम्हारा तमिलका अभ्यास चल रहा होगा ।

अब समझौता होनेके लक्षण साफ दीख पड़ रहे हैं। यह खबर तुम अखबारोंमें भी देखोगे ।

मोहनदासके आशीर्वाद

[ पुनश्च : ]

करामतको नमक बिलकुल न दिया जाये; वह 'कूने ' स्नान रोज किया करे । उसे केवल गेहूँका मोंटा दलिया और फल दिये जायें; इनके अतिरिक्त कुछ न दिया जाये । उसकी टाँगको अच्छी तरह धोकर घावमें आयडोफार्म भर देना ।

गांधीजीके स्वाक्षरोंमें मूल गुजराती प्रति (सी० डब्ल्यू० ४९४६ ) से ।

सौजन्य : राधाबेन चौधरी ।

३३४. शाही मेहमानोंका आगमन

श्रीमान ड्यूक ऑफ कनॉटको श्री काछलियाने शालीनतापूर्ण पत्र भेजा है; इसमें ट्रान्सवालके भारतीयोंने केपके भारतीयों तथा अन्य रंगदार समुदायोंके उदाहरणका ही अनुसरण किया है । उन लोगोंने शोकके चिह्नस्वरूप ड्यूकके अभिनन्दन समारोह में भाग नहीं लिया था। इस प्रान्तके हमारे देशवासियोंने भी वही किया है । हमारे खयालसे यह पहला ही अवसर है जबकि समस्त दक्षिण आफ्रिकाके भारतीयोंने सम्राट्के एक प्रतिनिधिके सार्वजनिक स्वागत समारोह में पूरी तरह शरीक होनेसे अपनेको अलग रखना कर्तव्य माना है । हमें अच्छी तरह याद है कि जब वर्तमान सम्राट् दक्षिण आफ्रिका पधारे थे तब हमारे देशभाइयोंने सैकड़ो पौंड लगाकर भव्य द्वार खड़े किये गये थे, सोनेकी पट्टिकाओंपर अंकित अभिनन्दनपत्र भेंट किये थे और भारतीय बाजारोंको खूब सजाया गया था । शाही मेहमानोंके प्रति अपनी निष्ठा प्रकट करनेमें भारतीय किसी भी समुदायसे किसी बात में पीछे नहीं रहे थे । इसलिए उनका इस अवसरपर ऐसा कदम उठाना अहमियत रखता है । ट्रान्सवालमें अर्से से चल रहे संघर्ष और भविष्यके विषयमें संघ द्वारा पैदा की गई अनिश्चितताकी भावनाके कारण समाजके हृदय में जो गहरा सन्ताप उत्पन्न हो गया था, उसे व्यक्त करनेका कोई दूसरा मार्ग नहीं था । तथापि श्री काछलिया और इमाम बावजीरका इस बातपर जोर देना कि अपनी १ और २. देखिए “ पत्र: ड्यूक ऑफ कनॉटके निजी सचिवको ", पृष्ठ ३९१-९२ ।