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सम्पूर्ण गांधी वाङ्मय

निवासियोंके मनमें भारतीय समाजके प्रति जितना बने उतना सद्भाव उत्पन्न करनके विचारसे यह स्वीकार करना ठीक होगा कि अन्तर्प्रान्तीय आवागमन की सुविधाकी माँग वर्तमान दुर्भाग्यपूर्ण पूर्वग्रहों को देखते हुए नहीं की जा सकती; किन्तु साथ-ही-साथ यह भी कह देना चाहिए कि संघमें एक स्थानसे दूसरे स्थानपर आने-जाने की इच्छा करनेवालोंपर बहुत कड़ी शैक्षणिक कसौटी लागू नहीं की जानी चाहिए ।

मैंने वेस्टसे 'इंडियन ओपिनियन' की गत मासकी १८ तारीख और उससे आगे के अंकोंकी प्रतियाँ भेजने को कहा है।' शायद वे आपको मिल गई होंगी। आपके पत्रसे ऐसा लगता है कि आप श्री कोहेनको अपने साथ नहीं लाये हैं। मैं समझता हूँ कि विधेयकके प्रकाशनके कारण आपको अब वहाँ कुछ समय तक रुकना पड़ेगा। शेष फिर ।

हृदयसे आपका,

टाइप की हुई दफ्तरी अंग्रेजी प्रति (एस० एन० ५२१९) की फोटो - नकलसे ।

३७३. तार : आदम गुलको

जोहानिसबर्ग, मार्च २, १९११

सेवामें

आदम गुल
८, क्लफ स्ट्रीट

केप टाउन

श्री रिचके आगामी मंगलवारको पहुँचने की सम्भावना| कृपया समुचित सम्मानसहित अगवानी करें । प्रवासी विधेयक प्रकाशित| देखिए गत शनिवारका असाधारण ' गजट ' । विधेयक केप, नेटालके लिए बुरा| घोर विरोध आवश्यक । पत्रकी प्रतीक्षा करें। तार दीजिए प्रतिलिपि मिली या नहीं ?

गांधी

टाइप की हुई दफ्तरी अंग्रेजी प्रति (एस० एन० ५२२०) की फोटो - नकलसे । १. यह पत्र उपलब्ध नहीं है। २. श्री रिचके श्वसुर । ३. आदम हाजी गुल मुहम्मद, केप ब्रिटिश भारतीय संघके अध्यक्ष 1