पृष्ठ:सम्पूर्ण गाँधी वांग्मय Sampurna Gandhi, vol. 10.pdf/५३०

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ जाँच लिया गया है।



४८६
सम्पूर्ण गांधी वाङ्मय

प्रार्थनापत्र प्रस्तुत किया जाना चाहिए- - और मेरा खयाल है कि यदि कोई खास कारण न हो तो किया ही जाना चाहिए - तो अच्छा हो कि इसे सर पर्सी फिट्ज़पैट्रिक, फेरार, ड्रमंड चैपलिन या एमली नैथन प्रस्तुत करें और यदि ट्रान्सवालके इन सदस्योंमें से कोई भी इसको प्रस्तुत करनेके लिए राजी न हो, जिसकी मैं कल्पना नहीं करता, तो यह थियो० श्रीनर या अलेक्ज़ेंडर या जिस किसीको भी आप उचित समझें उसके जरिये दिया जा सकता है।' मुझे आशा है कि आप विस्तृत तार भेजेंगे, जिससे पता चले कि द्वितीय वाचनके समय और [ प्रवर] समितिमें भी क्या हुआ । मैं समझता हूँ कि आप विधेयकके द्वितीय वाचनके समय सदनमें उपस्थित रहेंगे । और कुछ नहीं कहना है ।

हृदयसे आपका,

[ संलग्न ]
टाइप की हुई दफ्तरी अंग्रेजी प्रति (एस० एन० ५२७२) की फोटो - नकलसे ।

४१६. तार : एल० डब्ल्यू० रिचको

[ जोहानिसबर्ग ]
मार्च १०, १९११

स्मट्सका तार कि अब इस समय वे आप जैसे सर्वथा अजनबीसे भेंट नहीं करना चाहते अलबत्ता प्रतिवेदनोंपर सावधानीके साथ विचार किया जा रहा है । आगे के प्रतिवेदनोंपर भी इसी प्रकार विचार किया जायेगा । यह भी कहा है कि यहाँसे किसीको नहीं जाना चाहिए। इसलिए मेरा आना व्यर्थ है । मेरा सुझाव है कि आप यथासम्भव प्रत्येक सदस्यसे मिलें । वहाँके लोगोंकी ओरसे प्रार्थनापत्रपर उनके अध्यक्षके हस्ताक्षर करा कर पेश करें। क्या आप अबतक किसीसे मिले हैं ?

गांधी

टाइप की हुई दफ्तरी अंग्रेजी प्रति (एस० एन० ५२७४ ) की फोटो - नकलसे । १. प्रार्थनापत्र श्री पैट्रिक डंकन द्वारा १५ मार्चको प्रस्तुत किया गया । २. देखिए " ट्रान्सवालका प्रार्थनापत्र : संघ-विधानसभाको ”, पृष्ठ ४८१-८२ ३. देखिए “ पत्र : गृह मन्त्रीके निजी सचिवको”, पृष्ठ ४८३-८४