पृष्ठ:सम्पूर्ण गाँधी वांग्मय Sampurna Gandhi, vol. 10.pdf/५९४

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ जाँच लिया गया है।



परिशिष्ट ६

(१)

वी० चैरेत्कोव की ओरसे गांधीजीको पत्र

मेरे मित्र लिओ टॉल्स्टॉयने मुझसे अनुरोध किया है कि उनको लिखे गये आपके १५ अगस्तके पत्रकी प्राप्ति सूचना दे दूँ और आपको मूल रूसी में लिखे गये उनके ७ सितम्बर ( नई पद्धतिके अनुसार २० सितम्बर) के पत्रका अंग्रेजीमें अनुवाद कर दूँ।

आपने श्री कैलेनबैंक के बारेमें जो कुछ लिखा, उससे टॉल्स्टॉयके मनमें बड़ी उत्सुकता उत्पन्न हुई है और उन्होंने मुझसे कहा है कि मैं उनकी ओरसे श्री कैलेनबैंक के पत्रका उत्तर भी दे दूँ ।

टॉल्स्टॉय आपको और आपके सहकारियोंको अपना हार्दिक अभिवादन और आपके कार्यकी सफलता के लिए प्रेमपूर्ण कामनायें भेज रहे हैं। वे आपके कार्यकी कितनी सराहना करते हैं, यह आपके नाम उनके पत्रके संलग्न अनुवादसे आपको मालूम हो जायेगा । अंग्रेजी अनुवादकी अपनी गलतियोंके लिए मैं क्षमा चाहूँगा; रूसके देहाती इलाकेमें रहनेके कारण मैं अपनी गलतियाँ ठीक करनेमें किसी अंग्रेजकी सहायता नहीं ले पाता ।

टॉल्स्टॉय की अनुमतिसे उनका आपके नाम यह पत्र लन्दनकी एक छोटी-सी पत्रिका में प्रकाशित किया जायेगा जिसे हमारे कुछ लन्दन-निवासी मित्र निकालते हैं। पत्रिकाका वह अंक जिसमें यह पत्र प्रकाशित होगा और 'द फ्री एज प्रेस' द्वारा अंग्रेजीमें प्रकाशित टॉल्स्टॉयकी कुछ कृतियाँ भी आपको भेज दी जायेंगी ।

मेरा खयाल है कि इंग्लैंडमें आपके आन्दोलनके बारेमें अधिक जानकारी बहुत जरूरी है; इसलिए मै अपनी और टॉल्स्टॉय की एक बड़ी अच्छी मित्र, ग्लासगोकी श्रीमती फीवी मेयोको लिख रहा हूँ कि वे आपसे पत्र व्यवहार करें। उनमें प्रचुर साहित्यिक प्रतिभा है और वे एक लेखिकाके रूपमें इंग्लैंड में प्रसिद्ध हैं । आप यदि उन्हें अपने ऐसे सब प्रकाशन भेज दें जिनसे आपके आन्दोलनके बारेमें लेख लिखनेके लिए आवश्यक सामग्री मिल सकती हो तो यह उपयोगी होगा । यदि इंग्लेंडमें लेख छपा तो उससे आपके कार्य तथा आपकी स्थितिकी ओर लोगोंका ध्यान आकर्षित होगा । श्रीमती मेयो शायद स्वयं ही आपको लिखेंगी।

मेरी हार्दिक शुभकामना लीजिए | कृपया संलग्न पत्र श्री कैलेनबैंक तक पहुँचा दें।

वी० चैरेत्कोव

[ अंग्रेजीसे ]

१. पत्रकार; टॉल्स्टॉयकी कृतियोंकी अनुवादिका । उन्होंने ट्रान्सवालमें ब्रिटिश भारतीयोंके संघर्षके सम्बन्धमें एक लेख लिखा था ।