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सम्पूर्ण गांधी वाङ्मय


दक्षिण आफ्रिकाकी प्रख्यात महिला श्रीमती ऑलिव श्राइनर और श्रीमती लुई जहाजमें हमसे हाथ मिलानेके लिए खास तौरसे आई थीं। हमारे प्रति उन दोनों महिलाओंका बहुत सद्भाव दिखाई देता था। मैंने देखा कि उनको सत्याग्रहकी लड़ाई बहुत पसन्द है।

जहाजपर प्राप्त तार

श्री काछलियाका तार शिष्टमण्डलको चेतावनी तथा स्फूर्ति देनेवाला है और उसमें हमारा कर्तव्य बताया गया है। वह इस प्रकार है:

आप दोनों व्यक्ति जा रहे हैं, इससे मुझे खुशी हुई है। आपके साथ जाने के बजाय मैं जेलमें रहकर अपने देशकी खातिर दुःख भोगना पसन्द करता हूँ। आपकी सफलता चाहता हूँ।
श्री इब्राहीम कुवाड़ियाका जेल जाते वक्त दिया गया तार नीचे लिखे अनुसार है: जेल जाते हुए मैं शिष्टमण्डलकी सफलता चाहता हूँ। दूसरी जगहकी अपेक्षा मैं जेलमें जातिकी सेवा ज्यादा अच्छी कर सकता हूँ।

इन दोनों तारोंका तर्जुमा करते हुए हृदय फटता है। हम जहाँ जा रहे हैं वहाँ तो सिर्फ पानीके बुलबुले ही होंगे। किन्तु जो जेलमें जाकर बैठे हैं वे तो भारतीय समाजकी सेवा कर ही रहे हैं। मेरा निश्चित मत है कि यह शिष्टमण्डल चाहे जो कर आये, किन्तु उनकी सेवाके मूल्यकी तुलनामें वह कुछ नहीं होगा। श्री काछलिया और श्री कुवाड़िया आदि जेल-यात्री भारतीय समाजके नये उत्साहके बोधक हैं। शिष्टमण्डल उसकी दुर्बलता बताता है। जेल यात्री संसारके सामने सिद्ध करते हैं कि भारतीय लोगोंमें मर्दानगी आई है। शिष्टमण्डल सिद्ध करता है कि अभी उनमें पूरी मर्दानगी नहीं है। अभी वे बालक हैं और इसलिए उन्हें शिष्टमण्डल रूपी चलन-गाड़ीके सहारेकी जरूरत होती है। सत्याग्रही भारतीय समाजके बलशाली अंग हैं। जेल जानेवालोंके लिए निराश होनेकी कोई बात नहीं है। शिष्टमण्डल इंग्लैंडसे खाली हाथ लौटेगा तो जो लोग उसके ऊपर नजर लगाये बैठे होंगे वे ही निराश होंगे। इसलिए मेरी सलाह है कि कोई शिष्टमण्डलपर आशा न लगाये। आप शिष्टमण्डलकी सहायता करें—जेल जाकर, एक रहकर, तार भेजकर और वहाँ अपनी ताकत बताकर। आप शिष्टमण्डलको भापका इंजन समझें। किन्तु भाप पैदा करनेवाला कोयला तो यहाँसे जायेगा, तभी भाप पैदा होगी और इंजन चलेगा। ताकत तो यहाँ है। यन्त्र चलता है, यह [शक्तिका] केवल दिखावा है। यह बात भूलनेकी नहीं है। इस प्रकार, दूसरे तार भी, जो हमें मिले हैं, उत्साहवर्धक बन गये हैं।

हमीदिया इस्लामिया अंजुमनका तार निम्नलिखित है:
दीनदारोंकी शुभकामनाएँ आपके साथ हैं। हमें भरोसा है कि आप दीन, मान और मर्दानगीकी रक्षा करेंगे। हम यथाशक्ति प्रयत्न करेंगे कि आपको यहाँसे और भारतसे ताकत मिले।
इमाम साहबने अपना तार इस तरह अलग भेजा है:
हम सत्याग्रहका झंडा फहराता हुआ रखेंगे। सफलताकी कामना करता हूँ।
पॉचेपस्ट्रमकी समितिकी ओरसे निम्न तार मिला है:
आपके कार्यका समर्थन करते हैं। आपकी सफलताकी कामना करते हैं।