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२२१. पत्र: लॉर्ड क्रू के निजी सचिवको

[लन्दन]
अगस्त १६, १९०९

महोदय,

मैं लॉर्ड क्रू का ध्यान श्री मुहम्मद खाँ नामके एक व्यक्तिसे प्राप्त पत्रके आंशिक अनुवादकी ओर आकर्षित करता हूँ, जो इसके साथ संलग्न है। यह व्यक्ति कुछ समयतक जोहानिसबर्ग में मेरा मुहर्रिर रहा था। मैंने पत्रके सम्बन्धित भागका स्वतन्त्र अनुवाद किया है। यह पत्र उन अनेक पत्रों जैसा है जो मुझे जोहानिसबर्ग में रहते हुए मिले थे।

यह सम्भव है कि पत्रके कुछ हिस्सोंमें अनजाने अत्युक्ति हो गई हो; उदाहरणके लिए चुराये हुए भोजनकी ठीक मात्रा या स्नानके स्थानके पूर्ण अभावके सम्बन्धमें। लेकिन मोटे तौरपर वक्तव्य मुझे सही जान पड़ता है।

मैं इस अनुवादको यह दिखानेके लिए भेज रहा हूँ कि ट्रान्सवालकी जेलोंमें ज्यादातर ब्रिटिश भारतीय राजनीतिक कैदियोंको ऐसे कौन-से कष्ट भोगने पड़ रहे हैं, जिन्हें टाला जा सकता है। मैं "राजनीतिक" विशेषणका प्रयोग सोच-समझ कर करता हूँ। मैं यह बात भली भाँति जानता हूँ कि ट्रान्सवालमें कैदियोंका कोई कानूनी वर्गीकरण नहीं है। साथ ही, निःसन्देह, सरकार यह तथ्य स्वीकार करती है कि कुछ कैदी ऐसे हैं जो पक्के अपराधी हैं; और कुछ ऐसे हैं जिन्होंने उपनिवेशके कानूनोंका केवल पारिभाषिक रूपमें उल्लंघन किया है। दुर्भाग्यसे यह स्वाभाविक वर्गीकरण भारतीय अनाक्रामक प्रतिरोधियोंके पक्षमें नहीं माना जाता। इतना ही नहीं, बल्कि उनके साथ इसलिए कुछ ज्यादा कठोर व्यवहार करनेकी इच्छा मालूम होती है कि वे अनाक्रामक प्रतिरोधी हैं। भोजन अपर्याप्त और अनुपयुक्त होता है और भारतीय कैदी वतनी कैदियोंकी श्रेणीमें रखे जाते हैं। ये दोनों बहुत गम्भीर कठिनाइयाँ हैं, जिनसे बहुत ज्यादा तकलीफ हो रही है।

मेरे साथीको और मुझे विश्वास है कि लॉर्ड महोदय कृपा करके इस सम्बन्धमें जाँच करेंगे और ट्रान्सवालके कुछ मन्त्रियोंके राजधानीमें रहते हुए, सम्भव हो तो, कुछ राहत दिला देंगे।[१]

आपका, आदि,
मो॰ क॰ गांधी

[ सहपत्र ]

१९ जुलाई १९०९ को श्री मुहम्मदखाँ, जोहानिसबर्ग द्वारा
गांधीजीको भेजे गये पत्रका आंशिक अनुवाद

मैं पिछली १२ जुलाईको रिहा किया गया था। मुझे सिर्फ इस बातका अफसोस रहा कि मैं जेलमें आपसे मिल नहीं सका। जिस दिन मैं दाखिल किया गया था उसी दिन मैंने

  1. उपनिवेश कार्यालयने ३ सितम्बर को इस पत्रकी प्राप्ति स्वीकार करते हुए गांधीजीको सूचित किया था कि उक्त कागजातोंकी एक प्रतिलिपि ट्रान्सवाल गवर्नरके पास वस्तुस्थितिकी जाँचके लिए भेजी गई है।