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लॉर्ड क्रू के साथ भेंटका सार

ठीक-ठीक समझा हो, तो मुझे लगता है कि संघ-संसदको प्रवासी कानूनमें संशोधन करनेका अधिकार न होगा; क्योंकि स्वयं उस कानूनके द्वारा कोई प्रजातीय निर्योग्यता नहीं लागू नहीं होती। संशोधनका लक्ष्य तो खुद वह कानून होगा जिसमें जातीय निर्योग्यताएँ रखी गयी हों।

लॉर्ड क्रू: यह ठीक है। पर मुझे केवल यह लगता है कि संघ-संसद ऐसे कष्टकी अवधि नहीं बढ़ाना चाहेगी। मैं आपको विश्वास दिला सकता हूँ कि जनरल स्मट्स भी संघर्षका लम्बा होना पसन्द नहीं करते। इसी कारण मेरा खयाल है कि संघ-संसद हस्तक्षेप कर सकती है और उचित समाधान करा सकती है। लेकिन यह जानना कठिन है कि संघ-संसदका रुख क्या होगा?

गांधी: यदि हम अभी राहत नहीं पा सकते, तो मैं जानता हूँ कि हमें प्रतीक्षा करनी पड़ेगी; हम अनिश्चित समय तक प्रतीक्षा करनेके लिए तैयार हैं। यदि बातचीत सफल नहीं होती, तो मैं यह खयाल लेकर लौटूँगा कि हमने अभी पर्याप्त कष्ट नहीं सहे हैं और इसलिए हमें अभी कष्ट सहना जारी रखना चाहिए।

लॉर्ड क्रू : बहुत अच्छा; अब मैं इस प्रश्नपर जनरल स्मट्ससे बातचीत करूँगा।

गांधी: श्रीमान जानते हैं, हम यहाँ पूरे दो महीने रह चुके हैं। क्या जनरल स्मट्सको तार देना ज्यादा अच्छा न होगा ताकि परिणाम जल्दी मालूम हो जायें?

लॉर्ड क्रू: मेरा खयाल था कि एक खरीता भेजना ज्यादा अच्छा रहेगा; लेकिन तार देना ठीक हो सकता है। मैं जानता हूँ कि आपको यहाँ लम्बे समय तक रहना पड़ा है।

टाइप की हुई दफ्तरी अंग्रेजी प्रतिकी फोटो-नकल (एस॰ एन॰ ४९९५) से।

२६५. पत्र : लॉर्ड ऍम्टहिलको

[लन्दन]
सितम्बर १६, १९०९

लॉर्ड महोदय,

श्री हाजी हबीब और मैं अभी-अभी लॉर्ड क्रू से मिले हैं। उन्होंने बहुत सहानुभूति प्रकट की। मेरा खयाल है, वे प्रश्नको पूरी तरह समझते हैं। मैंने यह भी देखा कि जब-जब मैं सोचकर कोई मुद्देकी बात उठाता था, तभी लॉर्ड क्रू बीचमें कह उठते थे यह बात उन्होंने आपसे सुन ली है। मेरा विश्वास है, वे यह भी अनुभव करते हैं कि सैद्धान्तिक समानताके प्रश्नपर हमारे दृष्टिकोणके पक्षमें कहनेको बहुत-कुछ है।

उन्होंने हमारी भेंटका परिणाम तारसे जनरल स्मट्सको भेजनेका और आपके द्वारा रखे हुए मेरे संशोधनको स्वीकार कर लेनेके लिए उनपर जोर देनेका वचन दिया है।

हमने उनका ध्यान इस ओर भी आकर्षित किया कि भारतमें इस सम्बन्धमें बहुत रोष है। उन्होंने उत्तर देते हुए स्वीकार किया कि यह प्रश्न साम्राज्यका प्रश्न है और इसे साम्राज्यका प्रश्न ही माना जाना चाहिए ।[१]

आपका, आदि,

टाइप की हुई दफ्तरी अंग्रेजी प्रतिकी फोटो-नकल (एस॰ एन॰ ५०७८) से।

  1. लॉर्ड ऍटहिलके उत्तरके लिए देखिए परिशिष्ट २५।