पृष्ठ:सम्पूर्ण गाँधी वांग्मय Sampurna Gandhi, vol. 9.pdf/४७६

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ जाँच लिया गया है।
४३८
सम्पूर्ण गांधी वाङ्मय

जो उसे दिया जायेगा, और लगभग पूरी सादगीका जीवन बितायेगा; इसलिए खर्च कमसे-कम होगा।

मैंने ये सब बातें छगनलालके सामने रख दी हैं। कृपया उसे यह पत्र भी दिखा दें। यदि उसको मेरे दिये हुए सब सुझाव स्वीकार हों तो यह तय करना बहुत-कुछ उसका और कुछ-कुछ आपका भी काम है कि वह यहाँ मार्चमें आये या उससे पहले। वह कुछ समय आपके पास रहे, लोगोंके सम्पर्कमें आये, उनको जाने और प्रश्नको कुछ ज्यादा अच्छी तरह समझ ले तो बेहतर होगा। उसको अपने साथ काफी गुजराती पुस्तकें, कुछ संस्कृत पुस्तकें, एक उर्दूका कायदा और कुछ अंग्रेजी पुस्तकें लानी चाहिए, जो शायद यहाँ न मिलें, या मिलें भी तो बहुत महँगी मिलें। उसको पुस्तकोंके सम्बन्धमें कमी करनेकी आवश्यकता नहीं है, क्योंकि वे पुस्तकें यहाँ दूसरे छात्रोंके लिए उपयोगी होंगी। पुस्तकोंके चुनावके सम्बन्धमें आप डॉ॰ मेहतासे भी सलाह कर लें। मैं चाहूँगा कि काल डॉ॰ मेहताके पुत्रको, हुसेनको[१]और लन्दनमें रहनेवाले दूसरे गुजरातियोंको गुजराती भी सिखाये।

ऊपर बताई गई बातोंपर फीनिक्सके लोगोंसे मंजूरी तो लेनी ही होगी।

हृदयसे आपका,

टाइप की हुई दफ्तरी अंग्रेजी प्रतिकी फोटो-नकल (एस॰ ए॰ ५१००) से।

२८६. पत्र: लॉर्ड मॉर्लेके निजी सचिवको

[लन्दन]
सितम्बर ३०, १९०९

महोदय,

मैं इसके साथ लॉर्ड मॉर्लेकी जानकारीके लिए उस पत्रकी[२] नकल भेज रहा हूँ जो मैंने लॉर्ड क्रू के निजी सचिवको लिखा है।

आपका, आदि,
मो॰ क॰ गांधी

इंडिया ऑफ़िस रेकर्ड्स: ३८१५/०९; और टाइप की हुई दफ्तरी अंग्रेजी प्रतिकी फोटो-नकल (एस॰ एन॰ ५१०३) से।

 
  1. दाउद मुहम्मदका लड़का।
  2. देखिए "पत्र: लॉर्ड क्र के निजी सचिवको", पृष्ठ ४३६।