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२९७. पत्र: उपनिवेश-उपमन्त्रीको

[लन्दन]
अक्तूबर ८, १९०९

महोदय,

मुझे ट्रान्सवालके ब्रिटिश भारतीयोंके प्रश्नपर आपका इसी मासकी ४ तारीखका पत्र प्राप्त करनेका सौभाग्य मिला। आपके पत्रका अन्तिम भाग मेरी और मेरे साथीकी समझमें साफ-साफ नहीं आया है। हमारे सामने कठिनाई यही है। इस पत्रमें कहा गया है:

उपनिवेशकी सरकारको पहले यह तय करना चाहिए कि वह...श्री स्मट्सके सुझाये हुए आधारपर कानून बनाने के लिए तैयार है या नहीं।

मैं नहीं जानता कि श्री स्मट्स जो कानून पेश करना चाहते हैं, वह गत मासकी १६ तारीखकी भेंटमें दिये गये मेरे सुझावके आधारपर होगा या दक्षिण आफ्रिका जानेसे पहले श्री स्मट्स द्वारा सुझाये गये आधारपर। मेरे सुझाये गये प्रस्तावमें और श्री स्मट्स जो-कुछ देनेके लिए तैयार थे, उसमें एक बुनियादी फर्क है। यह तो माना ही जायेगा कि लॉर्ड महोदयके तारके बाद श्री स्मट्सने जो रुख अख्तियार किया है उसे ठीक-ठीक जान लेना मेरे और मेरे साथी के लिए अधिकसे-अधिक महत्त्वका है। स्पष्ट है कि लॉर्ड महोदयने अपना तार उक्त भेंटके बाद भेजा था।

हम मानते हैं कि आखिरी नतीजा मालूम होनेसे पहले बातचीत में कुछ वक्त लगेगा। फिर भी हमारी इच्छा यह है कि हमें इस देशमें अनिश्चित रूपसे लम्बे अर्से तक न रुकना पड़े। इसलिए मेरे साथी और मैं यह अनुभव करते हैं कि हमारे लिए अपनी रवानगीसे पहले लोगोंको सब बातें बतानेका वक्त यही है। हम ऐसा करना जरूर चाहते हैं, लेकिन इससे हम अर्ल ऑफ़ क्रू को परेशानीमें कतई नहीं डालना चाहते। दरअसल, हम उन प्रयत्नोंके लिए लॉर्ड महोदयके कृतज्ञ हैं जो सन्तोषजनक समझौता करानेकी गरजसे उन्होंने किये हैं और आगे भी करेंगे। इस सार्वजनिक कार्यको उठानेमें हमारी इच्छा केवल यह है कि हम लॉर्ड महोदयके हाथ मजबूत करें और अपने कार्यका सन्तोषजनक ब्योरा अपने दक्षिण आफ्रिकी देशवासियों को दे सकें। हम उन लोकमान्य नेताओंसे भी मिलना चाहते हैं जिनको हमारी मुसीबतोंका खयाल हो सकता है। सम्भव हो तो हम गिने-चुने लोगोंकी सभाओंमें भाषण देना, अखबारों में एक छोटा-सा वक्तव्य छपाना, आदि काम भी करना चाहते हैं। यदि हमें जोहानिसबर्गकी यूरोपीय और भारतीय समितियाँ सलाह दें और हमारे पास समय रहा तो हमारा विचार भारत जाने और अपने यहाँके कामका ब्योरा भारतीय जनताके सामने रखनेका भी है।

मेरा यह खयाल है कि अपनी बातचीतके दौरान हमने जो प्रगति की है और हम जिन निर्णयोंपर पहुँचे हैं, उन्हें हम प्रकट कर दें तो लॉर्ड क्रू को कोई आपत्ति न होगी।