पृष्ठ:सम्पूर्ण गाँधी वांग्मय Sampurna Gandhi, vol. 9.pdf/५२३

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३१०. पत्र: मगनलाल गांधीको

[लन्दन]
अक्तूबर १८, १९०९

प्रिय श्री मगनलाल,

तुम्हारा गत मासकी[१] १५ तारीखका लिखा पोस्टकार्ड मिला। श्री बद्रीके सम्बन्धमें, यदि तुम कागजात उनके डैनहाउजरके पतेपर तुरन्त भिजवा दो तो बहुत अच्छा हो। कागजात रजिस्ट्रीसे भेजे जाने चाहिए। मैं श्री बद्रीको भी लिख रहा हूँ।[२]

शुभेच्छु,

टाइप की हुई दफ्तरी अंग्रेजी प्रति (एस॰ एन॰ ५१३२) से।

३११. पत्र: बद्रीको

[लन्दन]
अक्तूबर १८, १९०९

प्रिय महोदय,

आपके इसी ८ तारीखके पत्रके सन्दर्भमें निवेदन है कि मेरा खयाल था, आप डर्बनमें होंगे, इसलिए मैंने जमाकी रसीद इसी १२ तारीखको श्री मगनलाल गांधीको भेज दी थी और उनसे अनुरोध किया था कि वे उसपर आपके हस्ताक्षर ले लें। अब मैंने उन्हें लिख दिया है कि वे उसे आपको भेज दें। आपकी ठीक तरहसे भरी हुई रसीद मिलते ही मैं आपके निवेदनके अनुसार रकम फिर जमा कर दूँगा।

आपका विश्वस्त,

श्री बद्री


मार्फत गुरदीन अहीर


डैनहाउज़र

टाइप की हुई दफ्तरी अंग्रेजी प्रति (एस॰ एन॰ ५१३३) से।

 
  1. मूल अंग्रेजीमें जो शब्द है, उसका अर्थ होगा "इसी मासकी"। यह गलत जान पड़ता है।
  2. देखिए अगला शीर्षक।