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शिष्टमण्डलकी यात्रा [–१८]


बात होगी। एक सज्जन...दूसरोंसे भी इसी तरहका चन्दा प्राप्त करना ...[१] मुझे आशा है कि आपको वहाँ कठिनाई न होगी। जो लोग निर्वासित किये जाते हैं उनकी देखभालके लिए क्या कुछ लोगोंको खास तौरसे नियुक्त कर दिया गया है? अगर नियुक्त किया गया है तो क्या आपको उनमें से किन्हींके नाम मालूम हैं? ये सब बातें प्रकाशित की जानी चाहिए। जिन्हें सहायता मिलती है उनके पत्र भी भिजवाये जा सकते हैं।

मैं इस वक्त इतना ही कह सकता हूँ कि अपना दौरा खत्म करनेके बाद आपको जबतक संघर्षका अन्त नहीं होता, वहीं रहना पड़ेगा। अगर बात ऐसी हो, तो मेरे खयालसे आपके लिए हिन्दी या गुजराती सीखना बहुत जरूरी है। चूँकि आप लगातार कमेटीका काम करेंगे इसलिए आपके लिए कुछ वक्त निकालना शायद मुश्किल नहीं होगा।

आपका वह तार मिला जिसमें आपने मुझे भारत आनेकी जोरदार सलाह दी है। मुझे जोहानिसबर्गसे एक और तार मिला है, जिसमें कहा गया है कि यहाँ काम खत्म हो गया हो तो हम ट्रान्सवाल लौट जायें। इसलिए मेरा खयाल है कि मेरा ट्रान्सवाल जाना बहुत ही जरूरी है। मुझे लगता है कि मैं यहाँ बहुत ज्यादा ठहर गया हूँ। इसलिए आप इस स्थितिमें ज्यादासे-ज्यादा जो-कुछ कर सकें, वह करें। मैं जानता हूँ कि हमारे भारत आने में स्पष्ट लाभ है। लेकिन हमारा इस वक्त भारत न आना भी शायद उतना ही अच्छा है।

टाइप की हुई दफ्तरी अंग्रेजी प्रति (एस॰ एन॰ ५१५१) से।

३२९. शिष्टमण्डलकी यात्रा [–१८]

[अक्तूबर २९, १९०९]

शिष्टमण्डलके विषयमें टिप्पणी

अभी तक लॉर्ड क्रू की ओरसे अन्तिम निर्णयकी चिट्ठी नहीं आई। इस बीच जोहानिसबर्गसे तार[२] मिला है कि यदि इंग्लैंडमें काम खत्म हो गया हो तो शिष्टमण्डल [दक्षिण आफ्रिका] वापस आ जाये। साथ ही मद्राससे भी तार मिला है कि हमारा भारत जाना नितान्त आवश्यक है। सर मंचरजीकी राय भी पूरी तरह हमारे भारत जानेके पक्षमें है। फिर भी मुझे विश्वास हो गया है कि भारत न जाना ही ठीक होगा। इसलिए हमने वर्तमान योजनाके अनुसार यहाँसे रवानगीकी तारीख १३ नवम्बर मुकर्रर की है। हमने यह सोचा है कि यदि लॉर्ड क्रू का अन्तिम उत्तर न आये तो भी हम सार्वजनिक रूपमें कोई काम किये बिना चल पड़ें। सार्वजनिक काममें तो केवल ये तीन ही बातें हैं: अपना [अर्थात् अपने मामलेका] इतिहास प्रकाशित करना, रेवरेंड मायरकी मार्फत सब पादरियोंकी सभा बुलाना और यदि सम्भव हो तो लोकसभाके सदस्योंके सामने मामलेके तथ्य रखना। लगता है, इनमें से रेवरेंड मायरकी मार्फत जो काम किया जाना है उसे तो हम अभी कर लेंगे। इतिहास प्रकाशित करना

  1. मूलमें यहाँ एक पक्ति कटी हुई है।
  2. यह तार २९ अक्तूबरको मिला था; देखिए "पत्र : लॉर्ड ऍम्टहिलको”, पृष्ठ ५०५-०६।