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सम्पूर्ण गांधी वाङ्मय

जाये कि ट्रान्सवालके प्रश्नको कांग्रेसके मंचपर प्रमुख स्थान दिया जाना चाहिए, और आप इस संघर्ष में भाग लेनेकी घोषणा कर देंगे तो इससे अधिक प्रभावशाली अन्य कोई बात नहीं हो सकती।

मैंने यह पत्र विघ्न-बाधाओंके बीच लिखा है। इसलिए जो मैं चाहता था वह सब यहाँ स्पष्ट नहीं कर सका हूँ। मैं केवल इतना ही कहना चाहता हूँ कि आपके प्रति श्रद्धाके कारण ही मुझे यह सुझाव देनेकी प्रेरणा मिली है। मैं आपको दक्षिण आफ्रिकामें अपने देशवासियों के बीचमें पूर्णता प्राप्त करते हुए देखना चाहता हूँ। यहाँ आपके सम्बन्धमें कोई भ्रम नहीं होगा और आपका इतना मान होगा जितना और कहीं नहीं हो सकता।

क्या आप मुझे जोहानिसबर्ग, बॉक्स ६५२२ के पतेपर उत्तर देनेकी कृपा करेंगे?

आपका, आदि,
मो॰ क॰ गांधी

गांधीजीके स्वाक्षरों में मूल अंग्रेजी प्रति (सी॰ डब्ल्यू॰ ९२४) से।

सौजन्य: सर्वेट्स ऑफ़ इंडिया सोसाइटी, पूना।

३५०. पत्र: एच॰ एस॰ एल॰ पोलकको

[लन्दन]
नवम्बर ११, १९०९

प्रिय हेनरी,

मैं आपको एक बहुत लम्बा पत्र लिखना चाहता हूँ, परन्तु समझमें नहीं आता कि कैसे लिखूँ। मुझे आपको बहुत-सी अत्यन्त महत्वपूर्ण बातें बतानी हैं, परन्तु मेरे पास जो समय है उसमें मैं वह सब अच्छी तरह नहीं कह सकता। फिर भी पहली बात जिसकी मैं चर्चा करना चाहता हूँ, मॉडकी स्थिति है। मैंने उससे केवल एक बार, हँसीमें कहा था कि क्या वह दक्षिण आफ्रिका जाना चाहती है और वह हँसी हाजी हबीबकी एक बातपर की गई थी; परन्तु स्पष्टतः उसने इस सम्बन्धमें बहुत गम्भीरतापूर्वक विचार किया है। कल शाम वह अपने आपको रोक न सकी और उसने मुझे बताया कि वह दक्षिण आफ्रिका जाने और आन्दोलनके निमित्त कार्य करनेके लिए बहुत व्याकुल है। इससे मुझे आश्चर्य नहीं हुआ। फिर भी यह बिल्कुल सत्य नहीं है, क्योंकि मुझे थोड़ा अचम्भा तो हुआ ही। कारण, मुझे कुछ ऐसा लगता रहा है कि वह जिस स्थानपर है वहाँ स्थायी रूपसे जमी है। यह नहीं कि वह स्थान मुझे जरा भी प्रिय है, किन्तु वर्तमान स्थितियों में वह मुझे सर्वोत्तम प्रतीत हुआ है। उसका स्वभाव बहुत मधुर है। मेरा खयाल है कि उसमें महान आत्मत्यागकी क्षमता है और वह कार्य करनेके लिए इच्छुक है; परन्तु मैं नहीं जानता कि फीनिक्सका जीवन उसको कहाँतक अनुकूल पड़ेगा। मेरा खुदका यह खयाल है कि यदि वह केवल अपनी जीविका अर्जित करनेके लिए दक्षिण आफ्रिका जाना चाहती है तो इसका कुछ लाभ नहीं होगा। परन्तु यदि वह एक आदर्शके लिए कार्य करना चाहती है तो उसमें इसके लिए