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सम्पूर्ण गांधी वाङ्मय

मालूम नहीं है कि पहला नाम, जिसे उसने बोलना सीखा, सैलीका था। सैली अपने कार्यालयमें शायद अच्छी कार्यकत्री होगी। वह एक आदरणीय महिला मताधिकार आन्दोलनकर्त्री होनेका दावा करती है और किसीसे सिर्फ इस बातसे हार नहीं खा सकती कि वह पुरुष है। मैं उसे निश्चय ही प्रमाणपत्र दे सकता हूँ कि जब वह वाल्डो और ब्राउनीके साथ होती है तब उसके गुण ज्यादासे-ज्यादा खिल जाते हैं। जब भी कोई ऐसी स्त्री मिले जो बच्चोंके प्रति उत्तम व्यवहार करती है तब आप जानते ही हैं, उसके बारेमें मेरी सम्मति कितनी अच्छी होती है।

इस पत्रको लिखानेके बाद मेरी सैलीसे भेंट हो गई है। कल्पना तो कीजिए, सैली कह रही है कि वह भी फीनिक्स जानेके लिए उत्सुक है और उसको वह जीवन बिल्कुल पसन्द है। मैं सोचता हूँ कि क्या सादगीकी छूत (?) सारे परिवारको लगी हुई है और क्या उसको पूर्ण रूपसे प्रकट करनेके लिए जरा-से सहारेकी ही आवश्यकता है? वह कहती है कि उसने ही मॉडको बाहर जानेकी बात सुझाई थी; परन्तु उसका यह भी कहना है कि वह अपने माँ-बापको छोड़ना नहीं चाहती। इसलिए वह स्वीकार करती है कि उनमें से किसी-न-किसीको घर रहना चाहिए। मैं नहीं जानता कि इस सबसे क्या समझा जाये। मुझे लगता है कि उसके इस उत्साहका कारण बहुत कुछ मैं ही हूँ। मैंने सादगीकी सुन्दरता आदिका बखान ऐसी भावपूर्ण भाषामें किया कि उसने फीनिक्सकी कल्पना स्वर्गके रूपमें कर ली है। सिमंड्सने मुझे सावधान किया कि मैं जल्दबाजीमें कोई सलाह न दूँ और न कोई कदम उठाऊँ। मैं उसकी चेतावनीके लिए बहुत आभारी हूँ, इसलिए इसकी चर्चा आपसे कर रहा हूँ। मेरा इरादा इन लड़कियोंको एकदम कूद पड़नेकी सलाह देनेका नहीं है।

जैसा कि मैंने एक दूसरे पत्रमें लिखा था, मैं बहुत विस्तारसे लिखना चाहता था और फिर भी यह पत्र रातके १ बजेके बाद लिखवा रहा हूँ और शनिवारसे पहले बहुत-से छोटे-मोटे काम निपटाने हैं।

टाइप की हुई दपतरी अंग्रेजी प्रतिकी फोटो-नकल (एस॰ एन॰ ५१७५) से।

३५१. पत्र: उपनिवेश-उपमन्त्रीको

[लन्दन]
नवम्बर ११, १९०९

महोदय,

मुझे आपका इसी ९ तारीखका पत्र पानेका सम्मान प्राप्त हुआ। पत्रके साथ आपने ब्रिटिश भारतीय कैदियोंके साथ किये जानेवाले व्यवहारके बारेमें ट्रान्सवालके गवर्नरके खरीतेकी नकल और ट्रान्सवालके मन्त्रियोंकी रिपोर्ट भेजी है।

मैं देखता हूँ, प्रधान मन्त्रीके प्रिटोरिया-स्थित दफ्तरसे डिपुटी गवर्नरको भेजी गई रिपोर्टमें कहा गया है कि जो भी शिकायतें की गई हैं वे बिल्कुल गलत हैं। लेकिन मैं लॉर्ड महोदयके सामने विचारके लिए यह तथ्य पेश करता हूँ कि मुझे जो शिकायतें मिली हैं और जो मैंने