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सम्पूर्ण गाधी वाङ्मय
जनरलको प्रार्थनापत्र दिया कि नागप्पन तथा गिबन नामक गोरे कैदीकी मृत्युके कारणोंकी खुली जाँच कराई जाये।
जुलाई १४ के पूर्व: गांधीजीने न्यायमूर्ति अमीर अली।
जुलाई १४: 'इंडिया' के सम्पादक एच० ई० कॉटन, सर रिचर्ड और लॉर्ड ऍम्टहिलसे भेंट की। साम्राज्ञीके नाम ट्रान्सवालकी भारतीय महिलाओंका प्रार्थनापत्र प्रेषित।
जुलाई १६: सर विलियम ली-वार्नर गांधीजीसे मिलने आये। १४ भारतीयोंको ट्रान्सवालसे निर्वासितकर भारत भेज दिया गया।
जुलाई १८: प्रिटोरियाकी आम सभामें साम्राज्यीय सरकारसे अनुरोध किया गया कि वह शिष्टमण्डलके निवेदनोंपर सहानुभूतिपूर्वक विचार करे।
जुलाई १९: मेजर डिक्सनकी अध्यक्षतामें नागप्पनकी मृत्यु के कारणोंकी खुली जाँच की कार्रवाई शुरू।
जुलाई २०: गांधीजीने लॉर्ड क्रू को पत्र लिखकर निजी तौरपर मुलाकातका समय माँगा।
जुलाई २१: गांधीजीने न्यायमूर्ति अमीर अली, सर विलियम ली-वार्नर और थियोडोर मॉरिसनसे भेंट की।
जुलाई २२: 'साउथ आफ्रिका' में पत्र लिखकर उस समाचारपत्रके इस आरोपका खण्डन किया कि लॉर्ड ऍम्टहिल और दक्षिण आफ्रिका ब्रिटिश भारतीय समिति भारतके उग्रवादी आन्दोलनसे सम्बन्धित है।
डॉ॰ अब्दुर्रहमान और श्राइनरके नेतृत्वमें रंगदार लोगों और वर्तनियोंके शिष्टमण्डलने लॉर्ड क्रू से भेंट की।
जलाई २३: गांधीजीने गोखलेको पत्र लिखकर अनुरोध किया कि पोलक जिस कामसे भारत गये हैं उसमें वे उनकी मदद करें।
जुलाई २६: गांधीजी और हाजी हवीब निजी तौरपर लॉर्ड मॉलेसे मिले। गांधीजीने लॉर्ड मॉलेको पत्र लिखकर १९०७ के अधिनियम २ और शिक्षित भारतीयोंके प्रवासपर प्रतिबन्धसे सम्बन्धित शिकायतोंके अलावा भू-स्वामित्व और ट्रामगाड़ीमें यात्रा करनेपर लगे प्रतिबन्धोंके विरुद्ध शिकायत की।
जुलाई २७: लॉर्ड सभामें दक्षिण आफ्रिका संघ विधेयकका द्वितीय वाचन।
जुलाई २८: कॉमन्स सभामें कर्नल सीलीने बताया कि ट्रान्सवालके भारतीयोंके बारेमें जनरल बोथाको निश्चित सुझाव भेजे गये थे, और वे सचमुच समस्याका कोई हल निकालनेको उत्सुक हैं।
जुलाई २९: गांधीजीने लॉर्ड ऍम्टहिलको पत्र लिखकर इस बातसे इनकार किया कि ट्रान्सवालके सत्याग्रह आन्दोलन और भारतके "राजद्रोही दल" के बीच किसी प्रकारका कोई सम्बन्ध है।
प्रवासी कानूनमें संशोधन करनेका सुझाव दिया ताकि प्रवासी अधिकारीको केवल ६ भारतीयोंको उपनिवेशमें प्रवेश देनेका अधिकार मिल सके।
लॉर्ड ऍम्टहिलको "ट्रान्सवालके भारतीयोंके मामलेका विवरण" के प्रूफ।
जेम्स हॉलमें गांधीजीने मताधिकार आन्दोलन चलानेवाली महिलाओंकी सभामें भाग लिया। श्रीमती पैंकहर्स्टसे भेंट की।