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पत्र : डब्ल्यू० हॉस्केनको

अन्तमें हम नम्रतापूर्वक कहना चाहते हैं कि सरकारकी अवज्ञा करनेका हमारा कोई इरादा नहीं है, और हम इस देश में शान्ति एवं सम्मानके साथ उपनिवेशके आम कानूनोंका पालन करते हुए रहना चाहते हैं । हमें बहुत हो अनिच्छा से किन्तु कर्तव्यको पुकारपर एशियाई कानूनका तीव्रतम विरोध करना पड़ा है। हमें इस वक्त इसके कारणोंकी छानबीन करनेकी आवश्यकता नहीं । किन्तु हम निवेदन करते हैं कि कानूनके प्रति हमारे विरोधको अवज्ञाके अर्थ में न लिया जाये ।

हम इतना और कहना चाहते हैं कि उन नेताओंने, जो इस समय फोक्सरस्ट जेलमें हैं और जो दक्षिण आफ्रिकाके भारतीय समाजके श्रेष्ठ लोगोंका प्रतिनिधित्व करते हैं, सजा होने के बाद तुरन्त हमें सन्देश भेजा था कि वे अधिक से अधिक कष्ट उठाने के लिए तैयार हैं, किन्तु हम उनके कष्टोंकी कोई चिन्ता न करें और संघर्षको तबतक जारी रखें जबतक हमें वह चीज हासिल न हो जाये, जिसके हम अपने-आपको समुचित अधिकारी मानते हैं ।

आपकी इच्छानुसार हम इस पत्रको अत्यन्त गोपनीय रखेंगे । आप हमें जो सन्देश भेजेंगे उसे भी ऐसा ही समझेंगे ।

आपने जो कृपापूर्ण दिलचस्पी ली है, उसके लिए तथा जनरल स्मट्सने जो आश्वासन आपके द्वारा भेजे हैं उनके लिए आपको पुनः धन्यवाद ।

आपके सच्चे,

अ० मु० काछलिया

ईसप इस्माइल मियाँ

इमाम अ० का० बावजीर

लिअंग क्विन

सी० के० टी० नायडू

फू किम्सन

मो० क० गांधी

टाइप को हुई मूल अंग्रेजी प्रतिकी फोटो नकल (एस० एन० ४८७९) से ।