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कहीं आपका मतलब सूबा याकी तो नहीं था?
  • सुनिए मैं सब समझाकर कहता हूँ। सत्राजीत एक यादव था तिसने बहुत दिन तक सूरज की अति कठिन तपस्या की, तब सूरज देवता ने प्रसन्न हो उसे निकट बुलाय मनि देकर...
    ४४७ B (२,३७८ शब्द) - १६:०८, ४ दिसम्बर २०२१
  • क्षत्री सूर बीर है वे खेत में पीठ नहीं देते। महाराज, इतनी बात के सुनतेही यादव फिर सनमुख हुए और लगे दोनों ओर से शस्त्र चलने। उस काल रुक्मिनी बाल अति भय...
    ४५९ B (२,४३१ शब्द) - १६:०५, ४ दिसम्बर २०२१
  • जुरावर सूरज सब्जापर असवार॥ सुमिरि भवानी सुत गणेश को दोऊ चलन भये सरदार ७५ घोड़न बरणों की असबारन पैदर सेना तीस हजार॥ तीन सहस हाथिन पर सोहैं बाँके यादव परम...
    ३०० B (६,५४९ शब्द) - ११:०६, १५ सितम्बर २०२४
  • चार महीने हुए तव नारदजी द्वारका पुरी मे गये तो वहाँ क्या देखते हैं कि सब यादव महा उदास मनमलीन तनछीन हो रहे है औ श्रीकृष्णजी औ बलरामजी उनके बीच में बैठे...
    ३९१ B (२,७०० शब्द) - १७:१६, ४ दिसम्बर २०२१
  • किलकारी मारके पुकारा कि मैंने श्रीकृष्ण के पुत्र प्रद्युम्न को मारा। महाराज, यादव तो राक्षसो से महायुद्ध कर रहे थे, उसी समै प्रद्युम्नजी को मूर्छित देख दारुक...
    ३९५ B (१,४९१ शब्द) - ०८:३९, ५ दिसम्बर २०२१
  • डरवाय॥ चारो नेगिन को बुलवायो सूरज पूत लीन बुलवाय ९९ कह्यो हकीकति सब सूरज सों पिरथी बार बार समुझाय॥ तुरत कहारन को बुलवायो सूरज घड़ा लीन उठवाय १०० माथनायकै...
    २८१ B (७,५०७ शब्द) - ११:०३, १५ सितम्बर २०२४
  • मन मार रह गया । आगे श्रीकृष्णचंद द्वारका पधारे, तव हरषित भये देख हरि को यादव सारे। प्रभु ने सतिभामा के मदिर मैं कल्पवृक्ष ले जाय के रक्खा औ राजा उग्रसेन...
    ४८५ B (२,५५९ शब्द) - १६:५५, ४ दिसम्बर २०२१
  • प्रस्थान करने की आज्ञा दी जावे । उग्र०--उद्धवजी, आप और बलराम अपनी संरक्षता में यादव सेना को ले जाइये, और दुष्ट वाणासुर का मद चूर्ण करके अनिरुद्ध को कुशल और विभय...
    ३०३ B (९,०९१ शब्द) - १९:२०, १९ जनवरी २०२४
  • १७०, तथा हंस से देवगिरि के राजा का वृत्तान्त पूछा (छं० १७१ ) । उसने भानु यादव के धन, ऐश्वर्य, बल, प्रताप, सेना, पुन, पुत्रियों आदि उल्लेख करके (छं० १७२-७४)...
    ५७५ B (१६,६०१ शब्द) - ०१:४४, १७ जुलाई २०२४
  • अनब्राके ताम्रपत्रमें कही गई बातहीकी पुष्टि होती है। सम्भयत इस चढाईमें देवरको यादव राजा सिंघण मी सुभबमके साथ था । शायद उसे समय भदव, पण सात हैसियत, रहा होगा।...
    ३९५ B (४१,३६५ शब्द) - ०१:४०, ३० जुलाई २०२३
  • बतायी गयी है। दौरान विवेचना, सी0बी0आई0 द्वारा कां० रमन यादव का बयान अंकित किया गया है। रमन यादव ने विवेचक को अपने बयान में बताया है कि मैं, पीडिता के पास...
    २५८ B (७२,६३१ शब्द) - ०१:४२, १६ जून २०२३
  • (अर्थों में रासो में आया है जैसे—'गोरी वै गुज्जर गहिय'; = कष्ट । जद्दव < यादव । बंध्यो- बाँधा, 'गज्जन वै पठयो सुबर'; ) । भीर पकड़ लिया । जंगलू = जंगलियों...
    ४७० B (४८,४३३ शब्द) - ०२:१५, १७ जुलाई २०२४