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कहीं आपका मतलब १९५७ ईसा पूर्व तो नहीं था?
  • बादशाह" का पद ग्रहण किया। जद्दा में ब्रिटिश सरकार और सऊद के बीच संधि हुई। सन् १९३२ में हेजाज़ और नज्द सयुक्त बना दिये गये और इनका नाम सऊदी अरब रखा गया। आज के...
    ३७३ B (३५५ शब्द) - १७:४१, २३ जुलाई २०२३
  • बादशाह" का पद ग्रहण किया। जद्दा में ब्रिटिश सरकार और सऊद के बीच संधि हुई। सन् १९३२ में हेजाज़ और नज्द सयुक्त बना दिये गये और इनका नाम सऊदी अरब रखा गया। आज के...
    ३२० B (१,८११ शब्द) - ११:०२, ५ अगस्त २०२०
  • गोल-मेज़ परिषद् में भाग लिया। जब सन् १९३२ के जनवरी मास मे भारत वापस आये तो उन्हें फिर गिरफ़्तार किया गया। सितम्बर १९३२ में उन्होने यरवदा जेल में, साम्प्रदायिक...
    ३३८ B (३,५१९ शब्द) - ११:००, ५ अगस्त २०२०
  • हुए, जिनका समय ईसा से ८०० वर्ष पहले माना जाता है। जैन लोगो के मन में भी इस समय में विशेष अन्तर नहीं है । ईसा [ ११ ] के आठ सौ वर्ष पूर्व यह बड़ी घटना भारतवर्ष...
    ५१६ B (३,९३८ शब्द) - २३:३५, ३ सितम्बर २०२१
  • (६) बालकांड का नया जन्म (आलोचना) (ना० प्र० पत्रिका १९३२) (७) चंद्रगुप्त (आलोचना) (ना० प्र० पत्रिका १९३२) (८) देवनागरी और हिंदुस्तानी (ना० प्र० पत्रिका १९३७)...
    ५३८ B (६,१६० शब्द) - ०४:२९, १३ अक्टूबर २०२१
  • है :— "यहाँ से तीन योजन दक्षिण पूर्व चलने पर शाची का विशाल राज्य मिला। शाची नगर के दक्षिण फाटक से निकल कर सड़क के पूर्व वह स्थान है जहाँ बुद्धदेव ने अपनी...
    ५८९ B (४,०४२ शब्द) - ०५:१२, ११ जून २०२३
  • अयोध्या का इतिहास  (1932)  द्वारा लाला सीताराम १३—दिल्ली के बादशाहों के राज्य में अयोध्या 175083अयोध्या का इतिहास — १३—दिल्ली के बादशाहों के राज्य में...
    ८१६ B (१,७८२ शब्द) - ०९:२४, ४ जुलाई २०२३
  • अयोध्या का इतिहास  (1932)  द्वारा लाला सीताराम ३—प्राचीन अयोध्या 174368अयोध्या का इतिहास — ३—प्राचीन अयोध्या1932लाला सीताराम [ २४ ]  तीसरा अध्याय। महर्षि...
    ५९० B (४,६४८ शब्द) - ००:२०, ४ मई २०२३
  • वार" (Date of Mahabharata War) शीर्षक लेख में इस प्रश्न पर विचार किया है और उनका अनुमान यह है कि महाभारत ईसा से उन्नीस सौ बरस पहिले हुआ था। अब हम सूर्यवंशी...
    ४६५ B (११,४७५ शब्द) - ०९:२५, ४ जुलाई २०२३
  • गया और सव सस्कार यथावत् किया गया। किसी प्रकार की विघ्न-बाधा नहीं हुई। सन् १९३२ के जुलाई मास के अंत में एक दिन कालेज से लौटने पर मुझे गुर्दे का दर्द आरंभ...
    ३९२ B (१०,६७२ शब्द) - ०४:२८, १३ अक्टूबर २०२१
  • हथकंडे और षड्यंत्र उसके सामने रोज ही रचे जाते थे। उसे इस व्यापार से घृणा होती थी। इसे चाहे पूर्व संस्कार कह लो, पर हम तो यही कहेंगे कि अमरकान्त के चरित्र...
    २१४ B (२८,७४६ शब्द) - १७:२४, २६ जुलाई २०२३