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  • प्रकाशित किया। उनकी देखादेखी फिन[ ११२ ] लैंड के भी कुछ पुरातत्त्वज्ञों ने उस रेगिस्तान में पदार्दण करके वहाँ का कुछ हाल लिखा। इस तरह, धीरे धीरे, लोगो का कौतूहल...
    १ KB (१,७३८ शब्द) - १६:२०, १७ जुलाई २०२३
  • १४८१ में, उसकी मृत्यु हो गई। १५१२ में, सलीम प्रथम सुलतान हुआ। वह भी बड़ा [ ११२ ] प्रतापी बादशाह था। उसने तुर्की साम्राज्य को और भी प्रशस्त किया। वह फ़ारिस...
    ५१२ B (२,४७३ शब्द) - १५:५७, ९ नवम्बर २०२१
  • है। भूमक। [N० स० ४१ (ई. स. ११९ वि. स. १७३) के पूर्व ] शक संवत् ४१ (ईसी सन् ११९-विक्रमी संवत् १७ के पूर्व क्षहरत-वंशका सबसे पहला नाम भूमक ही मिला है। परन्तु...
    ४८४ B (८,३२४ शब्द) - ००:०१, २६ अक्टूबर २०२०
  • मुसल्मानों को स्वर्णप्रसू भारत वसुन्धरा का बहुत कुछ ज्ञान था। वे वाणिज्य [ ११२ ]विस्तार के लिये भारत के किसी सामुद्रिक प्रदेश में एक बन्दरगाह बनाना चाहते...
    ८७५ B (३,७१७ शब्द) - १२:०८, २६ जून २०२१
  • । इससे यह माटूम इझी कि उसे कान्हव मी ते थे। {१}En. Ind ,1el, x,P 14R, [ ११२ ]________________ पुरमारबंश.. ५-धीवराह । यह् फुयाराजका पुत्र या । उसके पीछे...
    ३९५ B (४१,५६३ शब्द) - ०१:४०, ३० जुलाई २०२३
  • मरने पर ख़जाने में साढ़े ५ करोड़ रुपया नक़द निकला था। किसी किसी का मत है कि ईसा के ३१० वर्ष पहले ग्वालियर की नीव पड़ी थी। परन्तु विलफर्ड साहब और जनरल कनिङ्गहाम...
    ३१८ B (४,५७० शब्द) - १३:४१, ३ मई २०२१
  • की सी हो रही थी, जो सर्प को अपनी ओर देख कर उड़ना चाहता है; पर उड़ नहीं [ ११२ ]सकता,उछलता है और गिर पड़ता है। पङ्ख फड़फड़ा कर रह जाता है। उसका हृदय अन्दर...
    २४६ B (३,०८४ शब्द) - ०७:५७, १९ सितम्बर २०२१
  • पूर्व जीवन अब उसे हास्यप्रद जान पड़ता था। चंचल, हंसमुख, विनोदिनी अंग्रेज़-युवतियों के सामने [ ११२ ] वागीश्वरी एक हलकी, तुच्छ-सी वस्तु जान पड़ती---इस विद्युत्-प्रकाश...
    ३२७ B (६,८४३ शब्द) - २२:५४, २१ मई २०२१
  • वि सं. ५७ ) में होना मान कर इस मंघन के गत वर्ष स्थिर किये परंतु अब बहुत से विद्वानों का मानना यह है कि ईसा का जन्म ई स पूर्व ८ से ४ के बीच हुआ था न कि ई...
    १३० B (१,३७,२३१ शब्द) - १९:४७, १२ फ़रवरी २०२१
  • प्रकार 'मैं क्षुद्र हूँ' इस धारणा के साथ 'मैं क्षुद्र समझा जाता हूँ' इस धारणा के योग से दुःख के [ ११२ ]अनुभव की वृद्धि होती है। इस प्रकार स्थिति के एकांत...
    २८९ B (५,५१६ शब्द) - १६:३६, १७ अगस्त २०२१
  • है---या (२) सूर्य सदा पूर्व में उदय होता है---या (३) सूरज का उदय हमेशा पूर्व की तरफ़ होता है--या (४) सूर्य रोज पूर्व से उदय होता है--या इस भाव को वह किसी और...
    ५३२ B (६,६७४ शब्द) - ०५:४१, १५ सितम्बर २०२१
  • प्रोटोगोरस––ईसा से ४०० वर्ष पूर्व इस नाम का यूनान में एक प्रसिद्ध तत्त्ववेत्ता हुआ है। प्रोटागोरस का उस समय के यूनानी देवताओं में विश्वास नहीं था। इस कारण इसके...
    २८१ B (१३,२८१ शब्द) - १५:०५, २६ जनवरी २०२१
  • मर्यादा ( पत्रिका } १२६ . मल्लिका देवी या बैंगसरोजिनी ५०० मंगलघट ६१३ महात्मा ईसा ५५६ ,, मंगलप्रभात ५४२ महादे-गोरख-संवाद १८ पडोवर का वर्णन ४१३ महाभारत ४४६ :...
    ३९६ B (३,२९१ शब्द) - १७:३५, २७ जुलाई २०२३
  • उसने यों घूरना शुरू किया‌ कि मैं भी भयभीत हो गया। रमणी ने सरदार साहब की [ ११२ ] ओर देखा और फिर जमीन पर थूक दिया, और फिर मेरी ओर देखती हुई धीरे-धीरे दूसरी...
    ६२६ B (७,३२७ शब्द) - ०८:५३, १० मार्च २०२०
  • नीचा किये हुए दमयन्ती सोचती रही। तदनन्तर लम्बी उसाँस लेकर वह इस प्रकार करुण वचन बोली— [ ११२ ] तुमने मेरे और देवताओ के सम्बन्ध में जो बातें कहीं उन्होंने...
    ५६६ B (८,३४४ शब्द) - १७:४१, ४ अप्रैल २०२४
  • (आश्विन वदी ६) को २॥ कोस पर नचाकमें डेरे हुए। यहां फिर हाकेका शिकार हुआ ११२ पशु मारे गये। जिनमें जङ्ग जातिके २४ हरन थे जो अबतक बादशाहने नहीं देखे थे।...
    १२८ B (७४,४४७ शब्द) - १७:३०, १३ फ़रवरी २०२१
  • ‘बालि’ इसकी कथा ऊपर देखो। ६—नाथ सुनी भृगुनाथ कथा बलि बालि गये (लङ्का० छं० ११२)। (अ) ‘भृगुनाथा’ परशुराम की कथा रामायण में है। धनुष-भङ्ग का शब्द सुनकर वे...
    ३३१ B (५८,७७८ शब्द) - १४:४३, ५ अगस्त २०२१