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  • क्लाइवका माफिक पारी जर्नेल होने सकटा है। लेकिन आज हमको खबर मिलना चाहिये। हम टुमको एक साव रुपिया बकसीस देगा।" शान्ति–“सौ दो, चाहे हजार दो, इन टांगोंसे...
    २४६ B (७७९ शब्द) - ०३:२३, २० मार्च २०२१
  • मैंने किया। इसके बाद पूर्वोक्त अफसरकी सही-से एक चिट्ठी मिली कि डरबनमें मि० चैंबरलेन गांधीजी से मिल चुके हैं, इसलिए अब इनका नाम प्रतिनिधियोंमेंसे निकाल डालना...
    ३६४ B (१,०८२ शब्द) - ०४:०८, ४ अगस्त २०२३
  • है--हमारा सेवा-भाव, हमारी नम्रता, हमारे जीवन की सरलता। अगर यह डिग्री नहीं मिली, अगर हमारी आत्मा जागरित नहीं हुई, तो कागज की डिग्री व्यर्थ है। उसे इन शिक्षाओं...
    २६२ B (२,१२८ शब्द) - १८:१७, २१ जुलाई २०२३
  • ने कुछ सपत्ति भी न छोड़ी, उलटे वधू का बोझ और सिर पर लाद दिया और स्त्री भी मिली, तो पढ़ी-लिखी, शौकीन, जवान की तेज़, जिसे मोटा खाने और मोटा पहनने से मर जाना...
    ३३९ B (४,७४० शब्द) - २१:५७, २१ मई २०२१
  • छोटे भाई थे। उनका नाम प्रभाशकर था। यही सियाह और सफेद के मालिक थे। बडे लाला साव को अपनी भागवत और गीता से परमा-नुराग था। घर का प्रबध छोटे भाई के ही हाथो में...
    ३२३ B (१,४४६ शब्द) - २१:१०, २८ जुलाई २०२०
  • कामना-मै आज्ञा देती हूँ कि अभी उपासना पूर्ण नहीं हुई ; इसलिए सब लोग संदेश को साव- धान होकर सुने। दो-चार वृद्ध-इस उन्मत्त कथा का कहीं अंत होगा ? कामना | आज...
    २४८ B (१,१०७ शब्द) - ०१:२३, ३० मार्च २०२१
  • गांव में पेड़ों पर गया है। पूरे गांव ने मिलकर गोचर से विलायती बबूल हटा दिया था। अब प्रकृति को थोड़ी राहत मिली थी, इसीलिए गोचर में नमी पाते ही देसी बबूल...
    ६२० B (९,८३४ शब्द) - १६:४५, २० नवम्बर २०२०
  • अपारा॥ धनि सो जीउ दगध इमि सहै। अकसर जरे, न दूसर कहै॥ सुलगि सुलगि भीतर होइ सावाँ। परगट होइ न कहै दुख नावां॥ रतनागर = र॒त्नाकर, समुद्र। चिनगी = चिनगारी। कंचन...
    ४३५ B (१,११३ शब्द) - २२:११, १७ मई २०२४
  • और प्रेम की वस्तु है। सिगारसिह को जबसे दयाकृष्ण के इस प्रेमाभिनय की सूचना मिली है, उसके खून का प्यासा हो गया है। ईर्ष्याग्नि से फूंका जा रहा है। उसने दयाकृष्ण...
    ३४५ B (७,५०८ शब्द) - २१:३३, २१ मई २०२१
  • सौदर्य - पट्टिका पर । सुकीर्ति अपनी लिखा रहे थे ॥६॥ प्रदीप जो थे लसे कलस पर । मिली उन्हें भूरि दिव्यता थी॥ पसार कर रवि उन्हें परसता । उन्हे चूमती दिवा - विभा...
    ३५० B (१,६२१ शब्द) - १६:१५, १ अगस्त २०२३
  • तासी ने आश्रय ग्रहण किया उनमें से प्रमुख इस प्रकार हैं : १. 'ज़ूर्ना दै सावाँ' २. 'नूवो ज़ूर्ना एसियातीक' ३. 'ज़ूर्ना एसियातीक' ४. 'एशियाटिक जर्नल' ५...
    ४७६ B (३,१०५ शब्द) - ००:०९, २ जून २०२१
  • थे । नेपालमै मिली हुई बैशावठियोंमें नेपाल संवत् ९, आथीत् शङ्ब त् ८११, में नाम्यदेवा नैराट विजय कृरना लिंा है। परन्तु यह समय नेपामें मिली हुई प्राचीन विलित...
    ३९५ B (४१,३६५ शब्द) - ०१:४०, ३० जुलाई २०२३
  • करता हुश्रा निरा बकाल के सिवा किसी गिनती में , न था। मसल है, 'तीन दिवाले साव" । वह इस हिकमत को अमल में लाकर कई बार दिवाला काढ़ और पीछे आधे- तिहाई पर अपने...
    ३८४ B (१,८०० शब्द) - १४:४३, १५ अक्टूबर २०२१
  • पुष्टि एक और अभिलेखसे भी होती है। रूपनाथवाले शिलालेखमें लिखा है कि—"व्यूथेन सावने कते २५६ सत विवास ता" इसका भावार्थ यह है कि शिक्षकको संसारसे बिदा हुए २५६...
    ६३७ B (२,२२६ शब्द) - १७:४३, ८ नवम्बर २०२१
  • आत्मसंयम और आत्म- त्याग करके सब काम करना पड़ता है। उसे सदासे इसीकी शिक्षा मिली है और इसीका अभ्यास हुआ है। यह बात नहीं है कि वह आत्मरक्षाकी तुच्छ इच्छाके...
    ३८८ B (११,११७ शब्द) - १७:०६, २५ नवम्बर २०२१
  • देशभाषा होने के कारण हिंदी भाषा और हिंदी लिपि को भी जगह मिली थी। परंतु जब फारसी की जगह देशभाषा को मिली तब उर्दू सामने आ गई और वह एक और फारसी का काम करने लगी...
    ४२३ B (१३,९२७ शब्द) - ००:०८, १४ अक्टूबर २०२४
  • जरे। नैन नीर सब सायर भरे॥ पाती लिखी सँवरि तुम्ह नावाँ। रकत लिखे आखर भए सावाँ॥ आखर जरहि न काहू छुआ। तब दुख देखि चला लेइ सुआ॥ अब सुठि मरौं, छूँछि गइ (पाती)...
    ४९८ B (२,५४३ शब्द) - ०७:०१, १९ मई २०२४
  • लैि नैन हैों हुई। अस वह निरमल धरति अकसा। जैसे मिली फूल महें बासा । सवें सब परकारान ठाँव श्री । ना वह मिला, "रहै निनारा ॥ दोहा श्रोहि जोति परव्ाहीं, नव...
    ३६० B (१०,२०५ शब्द) - २२:३०, ७ जुलाई २०२४
  • करता हुआ बतलाया गया है। व्यूह-वर्णन के ढङ्ग झी परम्परा कबि को महाभारत से मिली प्रतीत होती है। एक चक्रव्यूह का प्रसंग देखिये जिसके अर्जुन के अन्त में बड़े...
    ४२१ B (१७,७११ शब्द) - ००:५२, ११ जुलाई २०२४
  • अवतरण ) -नायिका के ताठक की शोभा लक्षित कराने के ब्याज से सखी नायक से, उसका प सावि के प्रकट कर के, उसका अनुराग ब्यंजित करती है- ( अर्थ ) -[ उसके ] कान में तबौना...
    ३१९ B (१५,०७१ शब्द) - २३:१९, ९ जुलाई २०२४
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