पूजा तिवारी 10 के सदस्य योगदान
दिखावट
A user with १७ edits. Account created on १ अक्टूबर २०२३.
१२ अक्टूबर २०२३
- ०६:४६०६:४६, १२ अक्टूबर २०२३ अंतर इतिहास −४ पृष्ठ:दो बहनें.pdf/२० →शोधित टैग: शोधित
७ अक्टूबर २०२३
- ०६:१००६:१०, ७ अक्टूबर २०२३ अंतर इतिहास −२५ पृष्ठ:बाहर भीतर.djvu/११२ →शोधित टैग: शोधित
६ अक्टूबर २०२३
- १९:२०१९:२०, ६ अक्टूबर २०२३ अंतर इतिहास +२ पृष्ठ:बाहर भीतर.djvu/१११ →शोधित वर्तमान टैग: शोधित
- १९:१६१९:१६, ६ अक्टूबर २०२३ अंतर इतिहास ० पृष्ठ:बाहर भीतर.djvu/११० →शोधित वर्तमान टैग: शोधित
- १०:५९१०:५९, ६ अक्टूबर २०२३ अंतर इतिहास +४ पृष्ठ:वोल्गा से गंगा.pdf/७७ →शोधित टैग: शोधित
- ०९:५७०९:५७, ६ अक्टूबर २०२३ अंतर इतिहास −१३ पृष्ठ:आवारागर्द.djvu/२३ →शोधित टैग: शोधित
- ०९:३९०९:३९, ६ अक्टूबर २०२३ अंतर इतिहास −४० पृष्ठ:आवारागर्द.djvu/२२ →शोधित टैग: शोधित
- ०९:३००९:३०, ६ अक्टूबर २०२३ अंतर इतिहास +८ पृष्ठ:आवारागर्द.djvu/२१ →शोधित टैग: शोधित
२ अक्टूबर २०२३
- ११:५६११:५६, २ अक्टूबर २०२३ अंतर इतिहास +२४७ विकिस्रोत:हिंदी विकिस्रोत क्षमता-निर्माण कार्यशाला एवं संपादनोत्सव/२ अक्टूबर २०२३ →प्रतिभागी हस्ताक्षर
- ११:३१११:३१, २ अक्टूबर २०२३ अंतर इतिहास −३१ पृष्ठ:सर्वोदय Sarvodaya, by M. K. Gandhi.pdf/२३ →शोधित वर्तमान टैग: शोधित
- ११:२९११:२९, २ अक्टूबर २०२३ अंतर इतिहास +१,८५२ न पृष्ठ:सर्वोदय Sarvodaya, by M. K. Gandhi.pdf/२३ →अशोधित: 'श्ष सर्वोदिय है वह तो उसे पा जाता है और जो उसे बचाता है बह उसे खो देता है। सेना और सेनानायक का उदारण लीजिए। जो सेनानायक अर्थशास्त्र के नियमों का प्रयोग कर अपनी सेना के...' के साथ नया पृष्ठ बनाया टैग: शोधित नहीं
- ११:२१११:२१, २ अक्टूबर २०२३ अंतर इतिहास −३३ पृष्ठ:सर्वोदय Sarvodaya, by M. K. Gandhi.pdf/२२ No edit summary
- ११:२१११:२१, २ अक्टूबर २०२३ अंतर इतिहास +१,९७० न पृष्ठ:सर्वोदय Sarvodaya, by M. K. Gandhi.pdf/२२ →अशोधित: 'सचाड भा न १७ अज्छा ही होता है। यहां हम सहानुभूति को एक प्रकार फी शक्ति मानकर ही उस पर विचार कर रहे हैं। स्नेह उत्तम वस्तु हैं,इस लिए उससे सदा काम लेना चाहिए। यह बिलकुल...' के साथ नया पृष्ठ बनाया टैग: शोधित नहीं
- ११:०३११:०३, २ अक्टूबर २०२३ अंतर इतिहास ० पृष्ठ:सर्वोदय Sarvodaya, by M. K. Gandhi.pdf/२१ No edit summary
- ११:०३११:०३, २ अक्टूबर २०२३ अंतर इतिहास −१ पृष्ठ:सर्वोदय Sarvodaya, by M. K. Gandhi.pdf/२१ No edit summary
- ११:०३११:०३, २ अक्टूबर २०२३ अंतर इतिहास −४ पृष्ठ:सर्वोदय Sarvodaya, by M. K. Gandhi.pdf/२१ No edit summary
- ११:०२११:०२, २ अक्टूबर २०२३ अंतर इतिहास +१,६४९ न पृष्ठ:सर्वोदय Sarvodaya, by M. K. Gandhi.pdf/२१ →अशोधित: ' हैतब नौकर का काम जितना होना चाहिए उतना नही होता,पर सच्चा नियम तो यह है कि दो समान चतुर सालिक और दो समान नौकर भी लिये जायँ और तब हम देखेंगे कि सहानुभूति वाले मालिक का नौक...' के साथ नया पृष्ठ बनाया टैग: शोधित नहीं