खोज परिणाम

देखें (पिछले २० | ) (२० | ५० | १०० | २५० | ५००)
  • की भाँति कहानियाँ भी कुछ घटना-प्रधान होती हैं, कुछ चरित्र प्रधान। चरित्र-प्रधान कहानी का पद ऊँचा समझा जाता है, मगर कहानी में बहुत विस्तृत विश्लेषण की...
    ५९५ B (१,३३५ शब्द) - ०१:५७, २६ जुलाई २०२१
  • कहानी हिन्दी कहानी: पृष्ठभूमि आचार्य रामचन्द्र शुक्ल ने कहानी को उपन्यास से अलगाने के उद्देश्य से, अंग्रेज़ी की 'शॉर्ट स्टोरी' की तर्ज पर 'छोटी कहानी'...
    ६१३ B (२,६६२ शब्द) - ०८:१३, ११ मई २०२१
  • प्रेम-द्वादशी (श्रेणी कहानी)
    सामाजिक विवेचना अवश्य होता है। ऐसी कहानी जिसमें जीवन के किमी अंग पर प्रकाश न पड़ता हो, जो सामाजिक रूढ़ियों की तीन आलोचना न करती हो, जो मनुष्य में सद्भावों...
    ४९४ B (७७६ शब्द) - २३:४४, २२ अगस्त २०२१
  • की भाँति कहानियाँ भी कुछ घटना-प्रधान होती हैं, कुछ चरित्र-प्रधान। चरित्र-प्रधान कहानी का पद ऊँचा समझा जाता है, मगर कहानी में बहुत विस्तृत विश्लेषण की...
    ३६४ B (२,४२० शब्द) - १०:२८, २६ जून २०२१
  • नहीं आता। किसी-न-किसी रूप में वह अपनी ही आलोचना किया करता है, अपने ही मन के रहस्य खोला करता है। इसी आलोचना को, इसी रहस्योद्घाटन को और मनुष्य ने जगत्...
    ४२५ B (१,१११ शब्द) - २०:०५, २९ जुलाई २०२३
  • की कहानियों से मेल न खाने के कारण यह सिद्ध होता है कि यह अनुवाद है। पिछले दशक में कहानी, अकहानी, कस्बे या मलवे की कहानी, आदि नामों के साथ जो कहानियाँ आईं...
    ५३० B (३,०७१ शब्द) - १२:०८, २३ जुलाई २०२०
  • कहानी खत्म हो गई  (1961)  द्वारा आचार्य चतुरसेन शास्त्री खूनी 159682कहानी खत्म हो गई — खूनी1961आचार्य चतुरसेन शास्त्री [ ७८ ] खूनी उन दिनों हुतात्मा श्रीगणेशशंकर...
    ३९९ B (१,४९३ शब्द) - १६:२३, ११ अप्रैल २०२२
  • ओपेनहाइम अँग्रेज़ी के अच्छे कहानी-लेखक हैं। हाल में एक अँग्रेजी पत्रिका के सम्पादक ने कहानी-कला पर मि॰ ओपेनहाइम से कुछ बातचीत की थी। उनमें जो प्रश्नोत्तर...
    २९१ B (१,१११ शब्द) - ००:४७, ४ अगस्त २०२३
  • कहानी-कला:१   गल्प, आख्यायिका या छोटी कहानी लिखने की प्रथा प्राचीन काल से चली आती है। धर्म-ग्रन्थों में जो दृष्टान्त भरे पड़े हैं, वे छोटी कहानियाँ ही...
    ३१६ B (१३,१३७ शब्द) - ००:४५, ४ अगस्त २०२३
  • अद्भुत-रस-प्रेम की तृप्ति; साहित्य का जीवन से कोई लगाव है, यह कल्पनातीत था। कहानी कहानी है, जीवन जीवन; दोनों परस्पर विरोधी वस्तुएँ समझी जाती थीं। कवियों पर भी...
    ३२६ B (५,७१६ शब्द) - १०:२८, २६ जून २०२१
  • बड़े स्वार्थ कुछ लोगों की नामावली उपस्थित करें। (आज, २८, अक्टूबर, १९३९) उपन्यास-कहानी इस तृतीय उत्थान में हमारा उपन्यास-कहानी साहित्य ही सबसे अधिक समृद्ध...
    ५३६ B (१,२७७ शब्द) - १७:४१, २७ जुलाई २०२३
  • साधारण जीवन में भी अपना अमर प्रभाव डाल रहे हैं। लेकिन यथार्थ जीवन की आलोचना उनमें नहीं की गई है। उस समय ड्रामा का यह उद्देश्य नहीं समझा जाता था। तीन सदियों...
    २९१ B (१,६२१ शब्द) - ००:४६, ४ अगस्त २०२३
  • विस्तृत आलोचना रास्ता निकाला। फिर मिश्रबंधुओं और पंडित् पद्मसिंह शर्मा ने अपने ढंग पर कुछ पुराने कवियों के बंध में विचार प्रकट किए। पर यह सब आलोचना अधिकतर...
    ५८२ B (१,८९५ शब्द) - १७:४१, २७ जुलाई २०२३
  • प्रेमचंद की सर्वश्रेष्ठ कहानियाँ  (1950)  द्वारा प्रेमचंद 74158प्रेमचंद की सर्वश्रेष्ठ कहानियाँ1950प्रेमचंद [ १६३ ]शतरंज के खिलाड़ी वाजिदअलीशाह का समय...
    ४३७ B (३,६७५ शब्द) - २२:१०, १३ जुलाई २०२०
  • कवियों की आलोचना तथा और और विषयों में भी इसका दखल हो रहा है, यह खटके की बात है। इससे हमारे साहित्य में घोर विचार-शैथिल्य और बुद्धि का आलस्य फैलने की आशंका...
    ५५० B (१,०७६ शब्द) - १७:४०, २७ जुलाई २०२३
  • प्रेमचंद की सर्वश्रेष्ठ कहानियाँ  (1950)  द्वारा प्रेमचंद 74146प्रेमचंद की सर्वश्रेष्ठ कहानियाँ1950प्रेमचंद [ ११ ]ईदगाह रमजान के पूरे तीस रोजों के बाद...
    ५३८ B (५,०७० शब्द) - ०९:०९, १७ जुलाई २०२०
  • जयशंकर प्रसाद की श्रेष्ठ कहानियां - हिंदी द्वारा जयशंकर प्रसाद 152821जयशंकर प्रसाद की श्रेष्ठ कहानियां - हिंदीजयशंकर प्रसाद [ १६० ]________________ गुण्डा...
    ३८५ B (३,९८९ शब्द) - ०८:१२, ११ मई २०२१
  • अनूठी कहानियां हैं। प्रत्येक कहानी अपने अपने ढङ्गकी निराली है। कोई मनोरञ्जन करती है, तो कोई सामाजिक कुरीतियोंका चित्र चित्रण करती है। कोई कहानी ऐसी नहीं...
    २६७ B (५,९०४ शब्द) - ०४:०८, २० मार्च २०२१
  • ‘प्रसाद' जी की रचनाओ की ६० पृष्ठो में विवेचना की गई है। पुस्तक में नाटको के इतिहास सम्बन्धी समग्र ज्ञातव्य बाते दी गई हैं । मूल्य २) कहानी-कला इस पुस्तक...
    २४९ B (२,५०६ शब्द) - ०५:५७, १६ अक्टूबर २०२०
  • सहस्र-रजनी चरित्र की कहानी या ग़प न समझिए। इन बातों की परीक्षा पंडितों ने की है, और इनके सच होने का सार्टिफ़िकेट भी दिया है। जिन लोगों ने इन बातों की सचाई में...
    ४५८ B (१,४६४ शब्द) - ०६:३६, ४ जुलाई २०२३
देखें (पिछले २० | ) (२० | ५० | १०० | २५० | ५००)