खोज परिणाम

  • साहसेंद्र साहस २४५ साहित्यदर्पण २०८,२३३,३३० सिद्धात विचार १६४ साहित्यरस ३०६। सिद्धांत संग्रह ४३८ साहित्यलहरी ४७, १६० १६१ सिद्धांत सार २४५...
    ३९६ B (३,२९१ शब्द) - १७:३५, २७ जुलाई २०२३
  • वन्देशमें शूरसेन (१) m. 4 5 15६ } 13 १३] भर्तमगर, अक १५ (३) Ep 11, 3, 50}-B - [ २४५ ]________________ भारतके प्राचीन राज्ञयंश नामका प्रतापी गज़ा सामन्तसेनसे...
    ३९५ B (४१,५६३ शब्द) - ०१:४०, ३० जुलाई २०२३
  • मालूम होती हैं। इस ग्रन्थ में हनोवर के संबन्ध में लिखा गया है कि वहाँ विवाह के पूर्व पारस्परिक सहवास का नियम है। कम से कम विवाह के पूर्व एक दूसरे की परीक्षा...
    ५३५ B (१३,०४४ शब्द) - ०४:५६, २३ नवम्बर २०२०
  • ऐसी मृतक हुते पुनि मारे'। ६-मानो एक मोठ मैं बोरे लै जमुना जो पखारे'। [ २४५ ]( २४५ ) ७-'समदरसी है नाम तिहारो चाहे तो पार करो' । ८-'जब दोनों मिलि एक वरन भये...
    ७९२ B (५,९२३ शब्द) - १९:०६, १० जुलाई २०२१
  • इस प्रकार द्विगुणित हुई पूँजी पर प्रत्येक हिस्सेदार को उसके पश्चात् पांच वर्षों तक औसत २० प्रतिशत का लाभ होता रहा*।" १६७७ ईसवी में स्टाक का मूल्य २४५...
    ४८५ B (८,३९५ शब्द) - ०५:२२, २३ नवम्बर २०२०
  • वि सं. ५७ ) में होना मान कर इस मंघन के गत वर्ष स्थिर किये परंतु अब बहुत से विद्वानों का मानना यह है कि ईसा का जन्म ई स पूर्व ८ से ४ के बीच हुआ था न कि ई...
    १३० B (१,३७,२३१ शब्द) - १९:४७, १२ फ़रवरी २०२१
  • बनाए रखने की प्रबल चेष्टा करके] यह मुझे नहीं मालूम। मुझसे इससे क्या मतलब? [ २४५ ] जेम्स लेकिन अगर हम उसे नौकर रक्खेंगे, तो हमें इससे ज़रूर मतलब है। कोकसन...
    २२० B (५,७९१ शब्द) - ०२:२९, २५ अगस्त २०२१
  • कबीर ग्रंथावली, पृष्ठ २४२। स्वामी दादू दयाल की वाणी (अंगवधू) साखी १५, पृ॰ २४५ । देखिए ‘बंकनालि के अंतरै, पछिम दिसा की बाट। नीझर झरै रस पीजिए। तहाँ भँवर...
    ३०५ B (८,६१२ शब्द) - ०९:३५, १५ अक्टूबर २०१९
  • कबीर ग्रंथावली, पृष्ठ २४२। स्वामी दादू दयाल की वाणी (अंगवधू) साखी १५, पृ॰ २४५ । देखिए ‘बंकनालि के अंतरै, पछिम दिसा की बाट। नीझर झरै रस पीजिए। तहाँ भँवर...
    २९५ B (७,७७२ शब्द) - ०९:३५, १५ अक्टूबर २०१९
  • कर दी कि वे लोग इस उपाधि का उपयोग न करें। इस पर डाक्टर हीरालाल ने फिर मिस्टर मेकेजी को लिखा कि आपने उपाधि दी पर आपको यह ज्ञात [ २४५ ]न होगा। कि इसका...
    ३९२ B (१०,६७२ शब्द) - ०४:२८, १३ अक्टूबर २०२१
  • “करने” (ग)के नौवेसे बांसवाड़ेको विलायत तस २४५ कोस और चौड़ाई चंदेरीसे नंदखार परगनेतक २३० कोसको है। इसके पूर्वने बांधोंको विलायत उत्तरमें नरवरका किला दक्षिण...
    १२८ B (७४,४४७ शब्द) - १७:३०, १३ फ़रवरी २०२१
  • ब्राह्मण को गरुड़ ने जगल हिया या वैसे मैं भी तुम्हारे पेट में कभी न ठहरूँगा। [ २४५ ] राज मराल के बालक पेलिकै, पालत लालत खूसर को। सुचि सुन्दर सालि सकेलि सुवारि...
    ३३१ B (५८,७७८ शब्द) - १४:४३, ५ अगस्त २०२१