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  • पाणिनि, महादार्शनिक असंग और वसुबन्धु पठान ही थे। कहना चाहिए कि ईसा पूर्व दूसरी शताब्दी से ईसा की दसवीं शताब्दी तक, बारह सौ वर्ष का गान्धार-अफगानिस्तान बौद्धधर्म...
    २१४ B (३,४०१ शब्द) - ०६:१०, २९ जुलाई २०२३
  • इतिहास1919ई॰ मार्सडेन [ ४१ ]९—हिन्दुओं का पुरातत्व। (ईसा से पहिले १००० बरस से २०० बरस तक।) (१) जाति की उत्पत्ति। १—ईसा से पहिले एक हज़ार बरस से दो सौ बरस तक के समय...
    ५७१ B (३,००३ शब्द) - २०:२७, ४ अगस्त २०२०
  • रिपोर्ट ने इस दिशा में [ १३२ ]किये गये उद्योगों की गिनती गिनाई है परन्तु यह भी स्वीकार किया है कि फल अभी तक बड़ा निराशाजनक है। पञ्जाब की रिपोर्ट में ४४ पृथक्...
    ४५९ B (३,०३१ शब्द) - ००:२८, २२ नवम्बर २०२०
  • -Benth ४४ ) [ ४६ ]________________ क्षेत्रों समय नरोइसरोंनकर नारीशीअक्षरावरीywसन ادا نه ده ن या fan | १६५६११११ न में 4744 31 PPP४५१ ६* [s, s८८ ३ 44 be ta६...
    ४८४ B (८,३२४ शब्द) - ००:०१, २६ अक्टूबर २०२०
  • महाशय ने यह सिद्ध कर दिखाया कि वैदिक ऋचाओं की रचना ईसा के ४,५०० वर्ष पहले और ब्राह्मण-ग्रन्थों की रचना ईसा के २,५०० वर्ष पहले ही हो चुकी थी। उनके मत में वेद...
    ५४३ B (३,६९७ शब्द) - १८:१४, २७ नवम्बर २०२१
  • विवाह करने के उदाहरणों से भरे पड़े हैं। सबसे बड़े भारतीय नाटककार कालिदास ईसा से पूर्व पाँचवीं शताब्दी में हुए थे। उनकी रचनाओं में सर्वश्रेष्ट शकुन्तला एक वयस्क...
    ४८९ B (५,९३१ शब्द) - ००:४६, २२ नवम्बर २०२०
  • इसी लिये दंपती के लिये उन्होंने इंटर क्लास के टिकिट लेने की जगह थर्ड के [ ४४ ]टिकट लिए और भी सब लोगों को एक ही दर्जे में बैठने का अवसर मिल गया। आप पंडित...
    ४६७ B (२,०९९ शब्द) - १४:४९, १८ दिसम्बर २०२१
  • काव्य के वस्तु-विधान और अभिव्यंजन-शैली में प्रकट होने वाली प्रवृत्तियाँ, ६४१-४४ खड़ी बोली में काव्यत्व का स्फुरण, ६४४-४५; वर्तमान काव्य पर काल का प्रभाव,...
    ४०२ B (२,४११ शब्द) - १७:४६, २७ जुलाई २०२३
  • गया और सीरिया के धर्माध्यक्षों के पहुँचने के पूर्व ही उसने राजाज्ञा सुना दी। नेस्टर का उत्तर सुनने से पूर्व ही उसे दण्ड दे दिया गया। सीरिया के धर्माध्यक्षों...
    ४२८ B (४,८७५ शब्द) - ०८:४६, ३ मई २०२१
  • कितना प्राचीन शहर है, ठीक ठीक नहीं मालूम। ईसा के १२०० वर्ष पहले तक उसके अस्तित्व का पता चलता है। शाक्यमुनि ने, ईसा के ६०० वर्ष पहले, जिस समय पहले पहल अपने...
    ३७४ B (५,५५५ शब्द) - १३:४०, ३ मई २०२१
  • से ५ ४२ लैटि० और ८४ ४४ से २६ ०५ लौंगि० पृथ्वी २१०१ मील समचतुष्कोण १५५९६३८ मनुष्य-सख्या। पटने की सीमा उत्तर गंगा, पश्चिम सोन, पूर्व मुंँगेर का जिला और दक्षिण...
    ४८६ B (३,४७७ शब्द) - ०५:५८, २५ जुलाई २०२२
  • पृष्ट १२१-२ * लाल रबर लन्दन, नेशनल लेवर प्रेस, १८१६ पृष्ट ४२ † उसी पुस्तक से, पृष्ठ ४४ * उसी पुस्तक से पृष्ठ ५६ † देखिए न्यू मासेज़, न्यूयार्क, जनवरी १९२८...
    ५३७ B (५,५१० शब्द) - ००:४३, २२ नवम्बर २०२०
  • । (१४।४४) यवनामा मिमि दशभिर्ग में करना । कबिराचसमय दिनप्रति मगार चाभर (१४।४४). प्रयमा भूतमय जावं सौर च जयमदी (१४ । ५६). .. जो सूर्यसिद्धांत' इस समय उपलब्ध...
    १३० B (१,३७,२३१ शब्द) - १९:४७, १२ फ़रवरी २०२१
  • भारत पर अँग्रेज़ी शासन है। इसके पूर्व मुसलमानों का राज्य प्रायः सम्पूर्ण भारत पर था। गुप्त, मौर्य तथा उससे भी पूर्व भारत में बड़े बड़े साम्राज्य स्थापित...
    ६७६ B (३,९९१ शब्द) - १३:२६, २१ नवम्बर २०१९
  • ईसा ( वि० सं० ११४६ ) स विद्यमान रहा 1 अतएव यदि राजतरंगिठे टोके पर विचार किया जाय तो वि० सं० ११३८ (१९६३ईसी) कै पाद तक भोजको विद्यमान मानना पड़ेगा। इस ट्रोफद्धे...
    ३९५ B (४१,५६३ शब्द) - ०१:४०, ३० जुलाई २०२३
  • व्याकरण सब से अधिक प्रसिद्ध है। इस व्याकरण ने संस्कृत को नियमित करने की पराकाष्ठा कर दी। उसने उसे बेतरह स्थिर कर दिया। यह बात ईसा के कोई ३०० वर्ष पहले हुई।...
    ४९३ B (२,९६३ शब्द) - २३:२५, १३ अगस्त २०२०
  • देश के भिन्न भिन्न नाम है, इसमें कोई सन्देह नहीं। इस जातक की कथाओं से मालूम होता है कि आज-कल की तरह ईसा के पहले, पाँचवीं और छठी शताब्दी में भी, भारत के...
    ९१२ B (३,५०३ शब्द) - १६:२०, १७ जुलाई २०२३
  • से विवश होकर ईसा को खुदा का बेटा और अपना मुक्तिदाता नहीं मान सकती, विवश होकर गिरिजाघर में ईश्वर की प्रार्थना करने नहीं जाना चाहती। मैं ईसा को ईश्वर नहीं...
    १९६ B (१४,६५७ शब्द) - १९:२६, ३१ जुलाई २०२३
  • तासी154365हिंदुई साहित्य का इतिहास1953लक्ष्मीसागर वार्ष्णेय [ ४४ ]   प्रथम संस्करण की दूसरी जिल्द (१८४७) की भूमिका इस इतिहास की पहली जिल्द की भूमिका में, मैंने केवल...
    ५७५ B (८,२८३ शब्द) - १९:२०, ३० जुलाई २०२३
  • पथिक बनाया। सरमद का भी सर काटा गया। सेमेटिक धर्मभावना के विरुद्ध चलनेवाले ईसा, मंसूर और सरमद आर्य अद्वैत धर्मभावना से अधिक परिचित थे। [ ३२ ]सूफी सम्प्रदाय...
    ४९७ B (५,६४५ शब्द) - १२:५१, १९ नवम्बर २०२१
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