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  • आदि-कवि नहीं। उसके पहले, ईसा की दसवीं शताब्दी में, जैन पण्डितों ने उस समय की हिन्दी में पुस्तक-प्रणयन का आरम्भ कर दिया था। इस दशा में अकेली हिन्दी ही के...
    ५१६ B (७६० शब्द) - ११:४४, ३१ अगस्त २०२१
  • हैं। कुछ बड़े-बड़े देशोंके निवासी कर्म्मचारियोंकी संख्या नीचे दी जाती है— [ १३४ ] स्विट्ज़रलेंडके २१० कर्म्मचारी देखकर कहीं यह न समझ जाइएगा कि ये लोग बड़ी-बड़ी...
    ६०७ B (१,८५९ शब्द) - १७:४१, ८ नवम्बर २०२१
  • ईसा ( वि० सं० ११४६ ) स विद्यमान रहा 1 अतएव यदि राजतरंगिठे टोके पर विचार किया जाय तो वि० सं० ११३८ (१९६३ईसी) कै पाद तक भोजको विद्यमान मानना पड़ेगा। इस ट्रोफद्धे...
    ३९५ B (४१,५६३ शब्द) - ०१:४०, ३० जुलाई २०२३
  • अनुवादक महावीरप्रसाद द्विवेदी कालिदास156316रघुवंश1923महावीरप्रसाद द्विवेदी [ १३४ ] छठा सर्ग। -:°:- इन्दुमती का स्वयंवर। स्वयंवर की रङ्गभूमि में जाकर अज ने...
    ५७१ B (६,७६९ शब्द) - ०६:२६, १८ सितम्बर २०२१
  • साधारण गृहस्थियों के पास भी हज़ारों की संख्या में गायें रहती थीं। ईसा से ५०० वर्ष पूर्व कालायन के काल में गौ १० पैसे को, और बछड़ा ४ पैसे को मिलता था। बैल...
    ३४२ B (६,४०४ शब्द) - ०८:४८, ३ मई २०२१
  • का कोई असर न हुआ। गया ने मुझे दौड़कर पकड़ लिया और डंडा तानकर बोला-मेरा [ १३४ ] दाँव देकर जाओ। पदाया तो बड़े बहादुर बनके, पदने के बेर क्यों भागे जाते हो...
    ६२२ B (३,१११ शब्द) - २१:४९, ११ जुलाई २०२०
  • कर्तव्य का विषय नहीं रहा। यह हमारे बापदादों का धर्म है, यह हमारा जातीय धर्म [ १३४ ]है, यह हमारा देशधर्म है, इत्यादि हम कहा करते हैं। धर्म का रखना एक प्रकार...
    ७०० B (८,६९६ शब्द) - ०१:१२, ११ अगस्त २०२१
  • वि सं. ५७ ) में होना मान कर इस मंघन के गत वर्ष स्थिर किये परंतु अब बहुत से विद्वानों का मानना यह है कि ईसा का जन्म ई स पूर्व ८ से ४ के बीच हुआ था न कि ई...
    १३० B (१,३७,२३१ शब्द) - १९:४७, १२ फ़रवरी २०२१
  • व्यंग्य से बोली--"उसके गुरू तो तुम्ही हो, तुम्हीं ने मंत्र दिया होगा।" [ १३४ ]जगधर-"हाँ, यही मेरा काम है, चोरी-डाका न सिखाऊँ, तो रोटियाँ क्योंकर चलें...
    २१२ B (६,९६५ शब्द) - १९:२३, ३१ जुलाई २०२३
  • है---या (२) सूर्य सदा पूर्व में उदय होता है---या (३) सूरज का उदय हमेशा पूर्व की तरफ़ होता है--या (४) सूर्य रोज पूर्व से उदय होता है--या इस भाव को वह किसी और...
    ५३२ B (६,६७४ शब्द) - ०५:४१, १५ सितम्बर २०२१
  • रोगों में तो पूर्व और पश्चिम की तुलना ही नहीं हो सकती। दोनों में महान् अन्तर है। हमारे चिकित्सकों का कहना है कि ब्रिटिश लोगों के आगमन से पूर्व कुछ पहाड़ी...
    ३४० B (१६,६८८ शब्द) - ०३:५२, १८ नवम्बर २०२०
  • मर्यादा ( पत्रिका } १२६ . मल्लिका देवी या बैंगसरोजिनी ५०० मंगलघट ६१३ महात्मा ईसा ५५६ ,, मंगलप्रभात ५४२ महादे-गोरख-संवाद १८ पडोवर का वर्णन ४१३ महाभारत ४४६ :...
    ३९६ B (३,२९१ शब्द) - १७:३५, २७ जुलाई २०२३
  • प्रोटोगोरस––ईसा से ४०० वर्ष पूर्व इस नाम का यूनान में एक प्रसिद्ध तत्त्ववेत्ता हुआ है। प्रोटागोरस का उस समय के यूनानी देवताओं में विश्वास नहीं था। इस कारण इसके...
    २८१ B (१३,२८१ शब्द) - १५:०५, २६ जनवरी २०२१
  • जाता हूँ। हाथ-पैर बेक़ाबू हो जाते हैं, मेरी सारी वीरता हवा हो जाती है। [ १३४ ]यही नहीं, तूरया का मोह अब भी मेरे ऊपर है। मेरे बच्चों को हमेशा वह कोई-न-कोई...
    ६२६ B (७,३२७ शब्द) - ०८:५३, १० मार्च २०२०
  • थे। मेरे पूर्व बॉस जॉन डी, पॉडेस्टा और साथ ही लेबर विभाग के पूर्व सचिव रॉबर्ट रीच और ओक्यूपेशनल सेफ्टी एंड हेल्थ एडमिनिस्ट्रेशन (ओएसएचए) के पूर्व निदेशक...
    ३५१ B (३०,२४० शब्द) - १५:२४, २८ जुलाई २०२३
  • नौकरी और गाजीपुरकी सरकार जागीरमें दीगई। (१) मुसलमानी हिसाबसे शुक्रकी रात। [ १३४ ]१७ आबान (अगहन बदी ९) मङ्गलवारको खुर्रमका व्याह मिरजा मुजफ्फरहुसैन सफवीकी...
    १२८ B (७४,४४७ शब्द) - १७:३०, १३ फ़रवरी २०२१
  • *पाठान्तर―गँवार विगार न। †पाठान्तर―बहार। ‡पाठान्तर―सी। §पाठान्तर―तें। [ १३४ ]अर्थ―जिस योनि से उत्पन्न हुआ है उसी में सुख-प्राप्ति के लिए अनेक क्रियाएँ...
    ३३१ B (५८,७७८ शब्द) - १४:४३, ५ अगस्त २०२१