खोज परिणाम

देखें (पिछले २० | ) (२० | ५० | १०० | २५० | ५००)
  • ऐसे अच्छे फूल पत्ते बनाये हैं कि सच्चे बेल बूटों को मात करते [ २ ] परीक्षा गुरु २   हैं जी चाहता है कि कारीगर के हाथ चूम लूँ ” मुन्शी चुन्नीलाल नें कहा...
    २९२ B (१,४४१ शब्द) - ००:३४, २३ मार्च २०२१
  • परीक्षा गुरु द्वारा लाला श्रीनिवासदास 50593परीक्षा गुरुलाला श्रीनिवासदास [ ३६ ] परीक्षा गुरु ३६   प्रकरण-६ भले बुरे की पहचान धर्म,अर्थ शुभ कहत कोउ काम...
    ५७१ B (१,७९० शब्द) - १७:०६, २९ जुलाई २०२३
  • परीक्षा गुरु द्वारा लाला श्रीनिवासदास 50595परीक्षा गुरुलाला श्रीनिवासदास [ ५३ ] ५३ सब में हां(!)   वर्तमान प्रकाश पर न भूलना परिणाम पर दृष्टि करना सावधानी...
    ५७१ B (१,६१८ शब्द) - १७:०७, २९ जुलाई २०२३
  • परीक्षा गुरु द्वारा लाला श्रीनिवासदास 50598परीक्षा गुरुलाला श्रीनिवासदास [ ७४ ] परीक्षा गुरु ७४   बहुत कुछ खो बैठता” उचित प्रबंध में जरा-सा अंतर आने से...
    ५७८ B (१,६६५ शब्द) - १७:०३, २९ जुलाई २०२३
  • परीक्षा गुरु द्वारा लाला श्रीनिवासदास 50594परीक्षा गुरुलाला श्रीनिवासदास [ ४३ ] ४३ सावधानी(होशियारी)   पहचान कर मनुष्य अपनी परीक्षा भी आप कर सकेगा, राजपाट...
    ५७१ B (२,६९१ शब्द) - १७:०६, २९ जुलाई २०२३
  • परीक्षा गुरु द्वारा लाला श्रीनिवासदास 50590परीक्षा गुरुलाला श्रीनिवासदास [ १४ ] परीक्षा गुरु १४   की क्या कमी है? आप कहें जितना रुपया इसी समय हाजिर हो"...
    ६२५ B (२,१४४ शब्द) - १२:५४, १ दिसम्बर २०२१
  • परीक्षा गुरु द्वारा लाला श्रीनिवासदास 50599परीक्षा गुरुलाला श्रीनिवासदास [ ८० ] परीक्षा गुरु ८०   जाती है ऊपर दिखाने वाले लोग अपना निज स्वभाव छिपा कर सज्जन...
    ५८३ B (२,१४० शब्द) - १७:०३, २९ जुलाई २०२३
  • परीक्षा गुरु द्वारा लाला श्रीनिवासदास 50592परीक्षा गुरुलाला श्रीनिवासदास [ ३१ ]प्रकरण-५. विषयासक्त इच्छा फलके लाभसों कबहुँ न पूरहि आश जैसे पावक घृत मिले...
    ६०६ B (१,१८६ शब्द) - ००:१४, २३ मार्च २०२१
  • परीक्षा गुरु द्वारा लाला श्रीनिवासदास 50591परीक्षा गुरुलाला श्रीनिवासदास [ २३ ] २३ मित्रमिलाप   प्रकरण ४. मित्रमिलाप(!) दूरहिसों करबढ़ाय, नयननते जलबहाय...
    ६०६ B (१,९०६ शब्द) - ००:१३, २३ मार्च २०२१
  • परीक्षा गुरु द्वारा लाला श्रीनिवासदास 50600परीक्षा गुरुलाला श्रीनिवासदास [ ८८ ] परीक्षा गुरु ८८   हैं इसलिये सुख-दुःख का आधार इच्छा फल की प्राप्ति पर नहीं...
    ५८४ B (१,८४८ शब्द) - १७:०३, २९ जुलाई २०२३
  • परीक्षा गुरु द्वारा लाला श्रीनिवासदास 50597परीक्षा गुरुलाला श्रीनिवासदास [ ६८ ] परीक्षा गुरु ६८   प्रकरण १०+ प्रबंध(इन्तजाम) कारज को अनुबंध लख अरु, उत्तरफल...
    ५७८ B (१,६२४ शब्द) - १७:०२, २९ जुलाई २०२३
  • परीक्षा गुरु द्वारा लाला श्रीनिवासदास 50602परीक्षा गुरुलाला श्रीनिवासदास [ १०२ ] परीक्षा गरु १०२   "संस्कृत विद्या की तो आजकल के सब विद्वान एक खर होकर...
    ५८५ B (१,८७१ शब्द) - १७:०३, २९ जुलाई २०२३
  • परीक्षा गुरु द्वारा लाला श्रीनिवासदास 50601परीक्षा गुरुलाला श्रीनिवासदास [ ९५ ] ९५ पत्रव्यवहार.   “जी नहीं हुजूर! ऐसी क्या जल्दी थी” मुन्शी चुन्नीलाल नोट...
    ५८५ B (१,९७३ शब्द) - १७:०३, २९ जुलाई २०२३
  • परीक्षा गुरु द्वारा लाला श्रीनिवासदास 50604परीक्षा गुरुलाला श्रीनिवासदास [ ११७ ] ११७ स्वतन्त्रता और स्वेच्छाचार.   दस पांच दिन यहां से बाहर चले जाना अच्छा...
    ५८५ B (१,८१५ शब्द) - १७:०३, २९ जुलाई २०२३
  • परीक्षा गुरु द्वारा लाला श्रीनिवासदास 50596परीक्षा गुरुलाला श्रीनिवासदास [ ६० ] परीक्षा गुरु ६०   प्रकरण ९. सभासद. धर्मशास्त्र पढ़, वेद पढ़ दुर्जन सुधरे...
    ५७७ B (२,०१५ शब्द) - १७:०७, २९ जुलाई २०२३
  • परीक्षा गुरु द्वारा लाला श्रीनिवासदास 50603परीक्षा गुरुलाला श्रीनिवासदास [ १०९ ] १०९ सुरा(शराब).   आपके घर के टुकडे़ खा-खा कर बड़े हुए थे वह दिन भूल गए...
    ५८५ B (२,०६० शब्द) - १७:०३, २९ जुलाई २०२३
  • परीक्षा गुरु द्वारा लाला श्रीनिवासदास 50618परीक्षा गुरुलाला श्रीनिवासदास [ २२७ ] प्रकरण ३१. चालाक की चूक. सुखदिखाय दुख दीजिये खलसों लरियेकाहि जो गुर दीयेही...
    ५८५ B (१,१०९ शब्द) - १७:०५, २९ जुलाई २०२३
  • परीक्षा गुरु द्वारा लाला श्रीनिवासदास 50624परीक्षा गुरुलाला श्रीनिवासदास [ २६६ ]कर इस डूबती नाव का सहारा लगानें वाला कोई न था. विष्णु पुराण के इस वाक्य...
    ५८५ B (२,२५८ शब्द) - १७:०६, २९ जुलाई २०२३
  • परीक्षा गुरु द्वारा लाला श्रीनिवासदास 50610परीक्षा गुरुलाला श्रीनिवासदास [ १६६ ] प्रकरण २३. प्रामाणिकता. "एक प्रामाणिक मनुष्य परमेश्वर की सर्वोत्कृष्ट...
    ५८५ B (१,९१६ शब्द) - १७:०४, २९ जुलाई २०२३
  • परीक्षा गुरु द्वारा लाला श्रीनिवासदास 50619परीक्षा गुरुलाला श्रीनिवासदास [ २३२ ] प्रकरण ३२. अदालत. काम परेही जानिये जो नर जैसो होय॥ बिन ताये खोटो खरो गहनों...
    ५८५ B (१,२९१ शब्द) - १७:०५, २९ जुलाई २०२३
देखें (पिछले २० | ) (२० | ५० | १०० | २५० | ५००)