खोज परिणाम

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  • दिये। इन लेखों की संख्या सचमुच ही अनन्त अथवा असंख्य है। मुद्दतों से पुरा- [ ५१ ] तत्त्व-विभाग इन्हें खोज खोज कर इनकी तालिका बना रहा है और कुछ को प्रकाशित...
    ९७८ B (७०९ शब्द) - १६:२०, १७ जुलाई २०२३
  • [ ५२ ]१०—महात्मा बुद्ध। (ईसा से पहिले ५५७ बरस से ४७७ बरस तक।) १—प्राय: २५०० बरस से अधिक हुए, ब्राह्मणों के समय के पीछे कोशल की शक्तिमान रियासत के कुछ पूर्व शाक्य वंश...
    ५२२ B (१,२६४ शब्द) - २०:३५, ४ अगस्त २०२०
  • इतिहास1919ई॰ मार्सडेन [ ४१ ]९—हिन्दुओं का पुरातत्व। (ईसा से पहिले १००० बरस से २०० बरस तक।) (१) जाति की उत्पत्ति। १—ईसा से पहिले एक हज़ार बरस से दो सौ बरस तक के समय...
    ५७१ B (३,००३ शब्द) - २०:२७, ४ अगस्त २०२०
  • यशोबाहु है। इस राजा ने सिन्धु-नदी के पास रहने वाली वाल्हीक जाति पर बड़ी विजय पाई थी। उसीके स्मरण में उसने यह स्तम्भ खड़ा किया था। वह ईसा की चौथी शताब्दी...
    ३०४ B (२,३७५ शब्द) - १३:४२, ३ मई २०२१
  • की सृष्टि करते थे। बनारस और नदिया इसके उदाहरण हैं। रेवरेंड की ईसा से कई शताब्दियों पूर्व की प्राचीन भारतीय शिक्षण-पद्धति के अनुसार गुरु और शिष्य के जीवन...
    ३८३ B (७,२५३ शब्द) - २३:४१, २१ नवम्बर २०२०
  • नक्षत्र के निकट होने लगेगा, इसका हिसाब भी गोर साहबने लगाया है। आप कहते हैं कि ५१ दिनमें पृथ्वी की कक्षा पार करके यह नक्षत्र इतने प्रबल वेगसे सूर्य को धक्का...
    ४४५ B (१,४८२ शब्द) - १७:४६, ८ नवम्बर २०२१
  • कितना प्राचीन शहर है, ठीक ठीक नहीं मालूम। ईसा के १२०० वर्ष पहले तक उसके अस्तित्व का पता चलता है। शाक्यमुनि ने, ईसा के ६०० वर्ष पहले, जिस समय पहले पहल अपने...
    ३७४ B (५,५५५ शब्द) - १३:४०, ३ मई २०२१
  • एलाचार्य था। इन पर्याप्त प्रमाणों के आधार पर हमने कुरलकाव्य का रचनाकाल ईसा से पूर्व प्रथम शताब्दी निश्चित किया है और यही समय अन्य ऐतिहासिक शोधों से श्री...
    ३६३ B (४,९७६ शब्द) - १३:२३, १९ जुलाई २०२१
  • है। भूमक। [N० स० ४१ (ई. स. ११९ वि. स. १७३) के पूर्व ] शक संवत् ४१ (ईसी सन् ११९-विक्रमी संवत् १७ के पूर्व क्षहरत-वंशका सबसे पहला नाम भूमक ही मिला है। परन्तु...
    ४८४ B (८,३२४ शब्द) - ००:०१, २६ अक्टूबर २०२०
  • परन्तु यहाँ भी मिस मेयो ने अपनी कल्पना से ही काम अधिक लिया है। उसकी पुस्तक के ५१ वें तथा ५२ वें पृष्ठ पर लिखा है:– "देश के कुछ भागों में विशेषतः मदरास-प्रान्त...
    ४०५ B (१,८७३ शब्द) - ००:५७, २२ नवम्बर २०२०
  • रहस्यवाद, प्रतीकवाद और छायावाद, ६५०; हिंदी में छायावाद का स्वरूप और परिणाम, ६५०-५१; भारतीय काव्यधारा से इसका पार्थक्य, ६५१, इसकी उत्पत्ति का मूल स्रोत, ६५१-५२...
    ४०२ B (२,४११ शब्द) - १७:४६, २७ जुलाई २०२३
  • गया और सीरिया के धर्माध्यक्षों के पहुँचने के पूर्व ही उसने राजाज्ञा सुना दी। नेस्टर का उत्तर सुनने से पूर्व ही उसे दण्ड दे दिया गया। सीरिया के धर्माध्यक्षों...
    ४२८ B (४,८७५ शब्द) - ०८:४६, ३ मई २०२१
  • है। सातवे शतक मे इस परि- ब्राजक ने खजुराहो को अच्छी दशा मे देखा था। उसके लिखे हुए तत्कालीन इमारतो के वर्णन से यह सिद्ध है कि कम से कम ईसा की पहली सदी मे...
    ६२० B (३,०३७ शब्द) - १९:०३, १३ दिसम्बर २०२०
  • ईसा ( वि० सं० ११४६ ) स विद्यमान रहा 1 अतएव यदि राजतरंगिठे टोके पर विचार किया जाय तो वि० सं० ११३८ (१९६३ईसी) कै पाद तक भोजको विद्यमान मानना पड़ेगा। इस ट्रोफद्धे...
    ३९५ B (४१,५६३ शब्द) - ०१:४०, ३० जुलाई २०२३
  • वि सं. ५७ ) में होना मान कर इस मंघन के गत वर्ष स्थिर किये परंतु अब बहुत से विद्वानों का मानना यह है कि ईसा का जन्म ई स पूर्व ८ से ४ के बीच हुआ था न कि ई...
    १३० B (१,३७,२३१ शब्द) - १९:४७, १२ फ़रवरी २०२१
  • व्याकरण सब से अधिक प्रसिद्ध है। इस व्याकरण ने संस्कृत को नियमित करने की पराकाष्ठा कर दी। उसने उसे बेतरह स्थिर कर दिया। यह बात ईसा के कोई ३०० वर्ष पहले हुई।...
    ४९३ B (२,९६३ शब्द) - २३:२५, १३ अगस्त २०२०
  • से विवश होकर ईसा को खुदा का बेटा और अपना मुक्तिदाता नहीं मान सकती, विवश होकर गिरिजाघर में ईश्वर की प्रार्थना करने नहीं जाना चाहती। मैं ईसा को ईश्वर नहीं...
    १९६ B (१४,६५७ शब्द) - १९:२६, ३१ जुलाई २०२३
  • वृक्ष पल्लबों की खड़खड़ाहट मिलकर भगवती प्रकृति देवी के एक अजय राग से अश्रत पूर्व बाजा बजाने और मधुर स्वर अलापने का अवसर मिलता है। वहाँ नवीन काट छाँट से,...
    ४६७ B (२,०९९ शब्द) - १४:४९, १८ दिसम्बर २०२१
  • यूरोप की भाँति पूर्व में व्यंग्य प्रचलित है; एशिया का बड़े से बड़ा अत्याचारी इन बाणों से नहीं बचा। जैसा कि ज्ञात है, दो शताब्दी पूर्व, तुर्क कवि उवैसी...
    ५७५ B (८,२८३ शब्द) - १९:२०, ३० जुलाई २०२३
  • पथिक बनाया। सरमद का भी सर काटा गया। सेमेटिक धर्मभावना के विरुद्ध चलनेवाले ईसा, मंसूर और सरमद आर्य अद्वैत धर्मभावना से अधिक परिचित थे। [ ३२ ]सूफी सम्प्रदाय...
    ४९७ B (५,६४५ शब्द) - १२:५१, १९ नवम्बर २०२१
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