खोज परिणाम

देखें (पिछले २० | ) (२० | ५० | १०० | २५० | ५००)
  • नन्द राजा को मार डाला और ईसा से प्रायः ३२१ बरस पहिले मगध का राजा बन बैठा। [ ६७ ] (१) मौर्य वंश। १—चन्द्रगुप्त मौर्य के समय में (ईसा से ३२१ बरस पहिले से लेकर...
    ६२२ B (२,१२८ शब्द) - २२:४२, १३ सितम्बर २०२०
  • था। मोक्षमूलर के मत में ब्राह्मणों का समय ईसा के पहले १००० वर्ष है। अतएव बङ्किम बाबू ने पाणिनि का समय ईसा के पहले [ ७१ ] अधिक से अधिक दशम या एकादश शताब्दी...
    ५३१ B (२,५४३ शब्द) - १८:१३, २७ नवम्बर २०२१
  • में चला गया। यह घटना ईसा के [ ७९ ] आठवें शतक के मध्य में हुई जान पड़ती है। चीन के ऐतिहासिक ग्रन्थों में लिखा है कि सुमात्रा में, ईसा के पाँचवें शतक में...
    ९१६ B (३,७६३ शब्द) - १६:२०, १७ जुलाई २०२३
  • लगे यहाँ तक कि इसकी धोती खैंच कर भागने लगे तब इसकी ठठोल धोती को शर्म आई [ ७३ ]और तब ही से अपनी मथनी से पेट के नीचे वह धोती की एक दो गाँठें देने लगा। जैसे...
    ४२२ B (२,०६८ शब्द) - १७:१०, १३ दिसम्बर २०२१
  • की सृष्टि करते थे। बनारस और नदिया इसके उदाहरण हैं। रेवरेंड की ईसा से कई शताब्दियों पूर्व की प्राचीन भारतीय शिक्षण-पद्धति के अनुसार गुरु और शिष्य के जीवन...
    ३८३ B (७,२५३ शब्द) - २३:४१, २१ नवम्बर २०२०
  • ५४६ वर्ष पूर्व तक बतलाया गया है। परन्तु आईने-अकबरीमें अबुलफ़ज्लने लिखा है कि यह घटना सन् ईसवीके १२४६ वर्ष पूर्व हुई थी। एक तामील ग्रन्थमें इस घटनाका समय...
    ६३७ B (२,२३९ शब्द) - १७:४३, ८ नवम्बर २०२१
  • है। भूमक। [N० स० ४१ (ई. स. ११९ वि. स. १७३) के पूर्व ] शक संवत् ४१ (ईसी सन् ११९-विक्रमी संवत् १७ के पूर्व क्षहरत-वंशका सबसे पहला नाम भूमक ही मिला है। परन्तु...
    ४८४ B (८,३२४ शब्द) - ००:०१, २६ अक्टूबर २०२०
  • १२६ तालाब होने चाहिए। आज के बिलासपुर ज़िले के मल्हार क्षेत्र में, जो ईसा पूर्व बसाया गया था, पूरे १२६ तालाब थे। उसी क्षेत्र में रतनपुर (दसवीं से बारहवीं...
    ५२९ B (२,४११ शब्द) - १४:०७, ३० मई २०२१
  • ४७०-१; समालोचना का सूत्रपात, ४७१। लाला श्रीनिवासदास––४७२-७४; उनके नाटक, ४७२-७३; उनका उपन्यास, ४७३; ठाकुर जगमोहन सिंह––४७४-७६; उनका प्रकृति-प्रेम, ४७४; उनकी...
    ४०२ B (२,४११ शब्द) - १७:४६, २७ जुलाई २०२३
  • ईसा ( वि० सं० ११४६ ) स विद्यमान रहा 1 अतएव यदि राजतरंगिठे टोके पर विचार किया जाय तो वि० सं० ११३८ (१९६३ईसी) कै पाद तक भोजको विद्यमान मानना पड़ेगा। इस ट्रोफद्धे...
    ३९५ B (४१,५६३ शब्द) - ०१:४०, ३० जुलाई २०२३
  • ७४१ रु॰ लगाया गया। एजेंसी काल में १९०१ से १९२३ तक १.७३ करोड़ का नकद घाटा दिखलाया गया। [ ३७९ ] इस कंपनी का जन्म १८४६ ईसवी में हुआ था। यह बाटे पर काम करती...
    ३९९ B (४,०८२ शब्द) - १४:२०, २३ नवम्बर २०२०
  • फर्स्ट क्लास का डिब्बा रिजर्व है। हुजूर के साथ और कितने आदमी हैं?' क-४ [ ७३ ] 'सिर्फ एक खिदमतगार!' इसके बाद महारानी ने कर्मचारी से कहा-मुझे ज़रूरी काम...
    ३७१ B (४,२८७ शब्द) - १६:२३, ११ अप्रैल २०२२
  • आत्मसाधना का सिक्का लोगों के दिलों पर जमा गये। ईसा की पिछली शताब्दी के प्रारंभ में जड़वाद ने फिर सिर उठाया, और इस बार उसका आक्रमण ऐसा प्रबल था, अस्त्र ऐसे अमोघ...
    ४५० B (६,१९६ शब्द) - ०६:१९, २९ जुलाई २०२०
  • के कोकिल (विद्यापति) ने अपना सुर मिलाया। उत्तर या मध्यभारत में एक ओर तो ईसा की १५ वीं शताब्दी में रामानुजाचार्य की शिष्य-परपरा में स्वामी रामानंदजी हुए...
    ७०४ B (४,८१६ शब्द) - १७:४४, २७ जुलाई २०२३
  • वि सं. ५७ ) में होना मान कर इस मंघन के गत वर्ष स्थिर किये परंतु अब बहुत से विद्वानों का मानना यह है कि ईसा का जन्म ई स पूर्व ८ से ४ के बीच हुआ था न कि ई...
    १३० B (१,३७,२३१ शब्द) - १९:४७, १२ फ़रवरी २०२१
  • यूरोप की भाँति पूर्व में व्यंग्य प्रचलित है; एशिया का बड़े से बड़ा अत्याचारी इन बाणों से नहीं बचा। जैसा कि ज्ञात है, दो शताब्दी पूर्व, तुर्क कवि उवैसी...
    ५७५ B (८,२८३ शब्द) - १९:२०, ३० जुलाई २०२३
  • वार" (Date of Mahabharata War) शीर्षक लेख में इस प्रश्न पर विचार किया है और उनका अनुमान यह है कि महाभारत ईसा से उन्नीस सौ बरस पहिले हुआ था। अब हम सूर्यवंशी...
    ४६५ B (११,४७५ शब्द) - ०९:२५, ४ जुलाई २०२३
  • वहा न्याय की कल्पना भी नहीं की जा सकती। मुकद्दमा शीघ्र ही समाप्त हो गया। [ ७३ ]डिप्टी मैजिस्ट्रेटने अपनी तजवीन में लिखा, पण्डित अलोपीदीनके विरुद्ध दिये...
    ३२४ B (३,६५४ शब्द) - २१:०२, २५ अप्रैल २०२२
  • वर्णन 'ठोस-रूप से सत्य' है। मिस्टर बाल्टस् अपनी पुस्तक के ७३ वें पृष्ठ पर लिखते हैं:— "इस देश के निर्धन कारीगरों और व्यवसायियों के प्रति जिस कठोरता के...
    ४८५ B (८,३९५ शब्द) - ०५:२२, २३ नवम्बर २०२०
  • वृद्धा बुआ तो उसके साथ रह गई और सब लोग पठानों के साथ लौट गये ; क्योंकि अब [ ७३ ] मुसलमान होने की शर्त न थी। ख़ज़ाँचन्द के बलिदान ने धर्म के भूत को परास्त...
    ५८९ B (३,५७९ शब्द) - ०८:४६, १० मार्च २०२०
देखें (पिछले २० | ) (२० | ५० | १०० | २५० | ५००)