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  • "पुलीस के अमाल से हुजूर की बदनामी होती है और हुजूर की बदनामी सुनकर हम लोगों को बड़ी तकलीफ पहुँचती है क्योंकि हम लोग जानते हैं कि हुजूर बहुत इन्साफ-पसन्द...
    २९१ B (१,५८३ शब्द) - २३:०२, २ अगस्त २०२०
  • साईस है हुज़ूर। बार्थिविक साईस! उनकी नौकरी छूट कब से गई? मिसेज़ जोन्स उनकी नौकरी छूटे कई महीने होगए हुज़ूर! तब से कोई टिकाऊ काम नहीं मिला हुज़ूर अब तो मोटरों...
    ३६२ B (४,८६७ शब्द) - ०८:२१, १८ सितम्बर २०२१
  • हाज़िर हुआ। जज ने पूछा–"तुम अपनी सफाई इस मुकदमे में क्या देते हो ?" नंदू–हुजूर, यह सब पुलीस की कार्रवाई है। मेरा इसमें कोई कुसूर नहीं; और हो भी, तो यह...
    ३९३ B (५१३ शब्द) - ०८:२१, १६ अक्टूबर २०२१
  • पड़ेगी। थानेदार ने खुशामद की---मेरा यह मतलब नहीं था हुजूर! हुजूर से जान-पहचान होने पर भी उन्होंने हुजूर को बदनाम करने में ताम्मुल न किया, मेरी यही मंशा थी।...
    २७४ B (१,९८७ शब्द) - १८:१४, २१ जुलाई २०२३
  • बोले—'हुजूर की खिदमत में इस वक्त एक खास अर्ज करने के लिए. हाजिर हुआ हूँ। इर्शाद हो तो कहूँ।” जॉन सेवक-"हाँ-हाँ, कहिए, कोई नई बात है क्या?" ताहिर-"हुजूर उस...
    २०० B (१,२८४ शब्द) - १९:२९, ३१ जुलाई २०२३
  • उन्होंने कहा--हुजूर, मेरे घर में पांच रुपये भी नहीं, पांच हजार कहां से दूंगा। और यह तो धींगा-मुश्ती हुई। सरकार की अमलदारी में ऐसा अंधेर, हुजूर माई-बाप हैं।...
    ३४७ B (४,४२८ शब्द) - १६:२५, ११ अप्रैल २०२२
  • नहीं पीतीं? गायिका––नहीं हुजूर। अमीर––तो आज हमारी खातिर से पीओ। गायिका––अब तो आपके यहाँ आई ही हूँ। ऐसी जल्दी क्या है। जो-जो हुजूर कहेंगे सब करूँगी। अमीर––अच्छा...
    ४२७ B (९१२ शब्द) - १४:५२, २० मई २०२१
  • को तो किसी तरह गिरफ्तार किया। अब बाकी फौज भी फतह हो जायगी। एक सर्दार––ऐ हुजूर! जब राजा ही कैद हो गया तो फौज क्या चीज है। खुदा और रसूल के हुक्म से इसलाम...
    ४४९ B (३३२ शब्द) - ०८:०९, २० मई २०२१
  • हगिज न दूंगा जिससे हुजूर को नुकसान हो। इतनी अर्ज और करूंगा कि हुजूर एक मैनेजर रख लें। गुस्ताखी माफ, इतने बड़े इलाके का इन्तजाम करना हुजूर का काम नहीं हैं।...
    २८९ B (२,८६७ शब्द) - २०:२१, १३ जनवरी २०२४
  • नहीं हुजूर, मगर मेरा वहां रहना कैसे मुमकिन हो सकता है, सरकार को शायद पता नहीं, मेरा निजू खर्च दो हजार रुपये माहवार है।' 'वह तुम्हें मिलेगा।' 'तब हुजूर के...
    ३७१ B (४,२८७ शब्द) - १६:२३, ११ अप्रैल २०२२
  • क्लीवर यह सरकारी मुक़दमा है हुज़ूर। [अपने कपड़ों को सँभालकर बैठता है] फ़्रोम [अपनी जगह से उठता हुआ, जज को सलाम करके] हुज़ूर जज और जूरी के सदस्य गण! मैं...
    ३४८ B (८,५१७ शब्द) - ०१:२०, २५ अगस्त २०२१
  • कठोर स्वर में कहा-क्या काम है यहां? देवीदीन-हुजूर को सलाम करने चला आया। इन बेचारों पर दया की नजर रहे हुजूर,बेचारे बड़े सीधे आदमी हैं। दारोगा-बचा सरकारी...
    ४२५ B (४,४३२ शब्द) - २०:३९, २९ जुलाई २०२३
  • पहुंची ? मैंने तो किसीसे कहा ही नहीं।' कान्सटेविल ने रहस्यमय भाव से कहा- हुजूर, यह न पूछें । इलाके के सबसे बड़े सेठ के पास ऐसे खत आयें और पुलिस को खबर...
    ३३२ B (४,०२४ शब्द) - २१:२६, २१ मई २०२१
  • बैठे हुए थे। पूछो, असामियों को घी के रुपये बाँट दिये। गौस खाँ---जी हाँ, हुजूर के इकवाल से सब रुपये तकसीम हो गये, मगर इलाके में चंद आदमी ऐसे सरकश हो गये...
    २६९ B (२,६२६ शब्द) - १९:११, १३ जनवरी २०२४
  • बड़नककी-हुजूर, गरीब-परवर, इसी नाचीज़ को बड़नककी कहते हैं। 'क्या तुम्हारे यहां वह बदमाश डाकू कल आया था?' 'जी हां हुजूर।' 'क्या मांगता था? 'हुजूर, दस हजार...
    ४१७ B (५,७१२ शब्द) - १६:२०, ११ अप्रैल २०२२
  • जाती है।" ताहिर—"हुजूर, मुझे खुद फिक्र है। क्या जानता नहीं हूँ कि मालिक को चार पैसे का नफा न होगा, तो वह यह काम करेगा ही क्यों? मगर हुजूर ने मेरो जो तनख्वाह...
    १९३ B (३,५४१ शब्द) - १९:२३, ३१ जुलाई २०२३
  • लगी, कुछ ठहरकर उसने एक खत लिखा–– "हुजूर! मेरा कुसूर माफ़ फ़र्मावें। दिन भर की थकी होने से ऐसी बेसुध सो गई कि हुजूर के इस्तक़बाल में हाज़िर न रह सकी। और...
    ४६५ B (२,८३१ शब्द) - ०६:१०, २९ जनवरी २०२२
  • बीसों मरतबा कह चुके। तुझे होश नहीं आता, समझेरह, खाल खिचवा लूॅगा। फहमुआ–हुजूर माफ करे, कसूर भा, अब आगे से ऐसा न करिहौ। (हुक्का भर सामने लाय रख देता है...
    ३९३ B (८७५ शब्द) - १५:४०, १५ अक्टूबर २०२१
  • खड़ा किये रहता है। दूसरा चपरासी- हुजूर ही लोगों की गुलामी में उम्र कटी, लेकिन कभी ऐसी दर्गति न हुई थी। ईजाद हुसेन--हुजूर की रिआया-परवरी में कोई शक नहीं।...
    २८३ B (४,८०५ शब्द) - २०:१६, १३ जनवरी २०२४
  • क्या करोगे हुजूर,उसका भाई आपकी ताबेदारी के लिए हाज़िर है। ⁠दोनों आदमी ज़रा अलग जाकर बातें करने लगे। [ ११७ ]⁠'कैसा आदमी है?' ⁠‘बहुत ही ग़रीब हुजूर! भोजन का...
    २५८ B (३,३१२ शब्द) - २१:२८, १३ जुलाई २०२१
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