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- समर-यात्रा प्रेमचंद 120600समर-यात्राप्रेमचंद क़ानूनी कुमार (मि० क़ानूनी कुमार, एम्० एल्० ए० अपने आफ़िस में समाचार-पत्रों,पत्रिकाओं, रिपोर्टों का एक...२८६ B (३,६४० शब्द) - ०१:१९, ४ अगस्त २०२३
- मानसरोवर २ प्रेमचंद 153610मानसरोवर २प्रेमचंद कानूनी कुमार मि° कानूनी कुमार, एम्. एल. ए. अपने आफिस मे समाचार-पत्रो, पत्रि- काओं, रिपोर्टों का एक ढेर...३१४ B (३,६१५ शब्द) - २२:४३, २५ मई २०२१
- पितृ-सुलभ स्नेह दिखाया! और सन् १५७२ ई॰ में जब गुजरात पर चढ़ाई की तो नवयुवक राज कुमार को हमराही को सम्मान प्रदान किया। इस मुहिम में उसने वह बढ़-बढ़कर हाथ मारे...४९२ B (३,११५ शब्द) - ०७:२९, २९ जुलाई २०२०
- तो शोक से मति विकल हो रही है। आप लोगों की जो अनुमति हो, किया जाय। प॰ राज॰––कुमार! आप ऐसी बात कहेंगे कि शोक से मति विकल हो रही है तो भारतवर्ष किसका मुँह...४३१ B (९०४ शब्द) - ०८:१७, २० मई २०२१
- १०—अयोध्या के गुप्तवंशी राजा 175080अयोध्या का इतिहास — १०—अयोध्या के गुप्तवंशी राजालाला सीताराम दसवा अध्याय। अयोध्या के गुप्तवंशी राजा। ईस्वी सन् की तीसरी...७८१ B (१,७५३ शब्द) - ०५:४१, ११ जून २०२३
- सब उपायों से करने का आदेश है। उसके लिए राजा, रानी, कुमार और अमात्य सब का विसर्जन किया जा सकता है; किन्तु राज-विसर्जन अन्तिम उपाय है। रामगुप्त––(प्रसन्नता...५९५ B (५,६१४ शब्द) - १७:०२, २८ अगस्त २०२०
- गया। राजा नभ के पुण्डरीक नामक पुत्र हुआ। पुण्डरीक नाम का दिग्गज जैसे अन्य हाथियों के लिए अजेय है वैसे ही कुमार पुण्डरीक भी, बड़े होने पर, अन्य राजाओं के...४७९ B (३,२१० शब्द) - ०६:२०, १८ सितम्बर २०२१
- राजा विराट ससैन्य उधर उससे युद्ध करने चले गए तब कौरवगण दूसरी ओर से आक्रमण कर राजा विराट की साठ सहस्र गाएँ लेकर चल दिए। राजनगरी में केवल उत्तर कुमार था।...५३७ B (४८३ शब्द) - १५:०१, १७ जुलाई २०२२
- के एक सुन्दर पुत्र हुआ। कोशल-राज, कुमार के शुभ आनन्द के जलसे में मग्न होकर, आनन्द की लहरें लेने लगे। राजपुरोहित ने कुमार के जन्म-संस्कार की विधि से पूजा...३३६ B (३,१२४ शब्द) - ०१:१८, २२ जनवरी २०२२
- के पहले ही कमलिनी की शादी कुमार के साथ हो जाय ।' मगर मेरे किये इसका कुछ भी बन्दोबस्त न हो सका और कमलिनी रानी भी इस बात पर राजी होती दिखाई न दीं, अतः मैं...४१५ B (२,३७९ शब्द) - ०६:४४, २६ जनवरी २०२१
- सुजान कुमार बहुत व्याकुल हुआ और चित्रावली का नाम ले लेकर पुकारने लगा। राजा ने उसे मारने के लिये मतवाला हाथीं छोड़ा, पर उसने उसे मार डाला। इसपर राजा उसपर...७८८ B (७,२०१ शब्द) - ०१:०८, २० मई २०२४
- प्राप्त होने पर बुद्ध स्वयं तुम्हें शिष्यपद देने पाएंगे। जाओ वत्स, न्याय-राज करो।' 'परन्तु प्रभु, मेरी अयोग्यता क्या है?' राजकुमार ने साहसपूर्वक कहा।...४२९ B (१,४९५ शब्द) - १६:४३, ११ अप्रैल २०२२
- 11 दोनों कुमार यद्यपि सरयू को पहचानते न थे, मगर इन्दिरा की जुबानी उसका हाल सुन चुके थे, इसलिए उन्हें शक हो गया कि यह सरयू है। दूसरे राजा गोपालसिंह ने...४०९ B (१,२०१ शब्द) - ०१:१४, ९ मार्च २०२१
- बुड्ढे ने झुककर दोनों कुमारों को सलाम किया और अपनी जेब में से एक चिट्ठी निकालकर कुँअर इन्द्रजीतसिंह के हाथ में देकर बोला, "देखिए राजा गोपालसिंह के हाथ को...४०५ B (४६७ शब्द) - ०९:०१, १० जनवरी २०२१
- गले में जयमाल डाले। "हे अच्छे स्वभाववाली! क्या तुम लोगों ने निषध देश के राज-कुमार को कभी देखा है? शायद देखा नहीं है; नहीं तो तुम लोगों के सामने यह पहेली...३४२ B (५,२८० शब्द) - ०१:०७, २२ जनवरी २०२२
- स्मरण करके मन्त्रियों ने अतिथि को ही अयोध्या का राजा बनाना चाहा। उन्होंने कारीगरों को आज्ञा दी कि कुमार अतिथि का राज्याभिषेक करने के लिए, चार खम्भों पर...८४५ B (४,६७५ शब्द) - ०६:२१, १८ सितम्बर २०२१
- तक नंदराज्य न मिले तब तक उस पर प्रकट स्नेह ही रखना नीतिसिद्ध है; राज मिलने पर कुमार जो चाहेंगे करेंगे। मलय०---मित्र! ऐसा ही होगा। तुमने बहुत ठीक सोचा...४९५ B (३,७३६ शब्द) - ०५:४४, २५ जुलाई २०२२
- देखकर ) अजी राजा लोग! सुनो, कुमार की आज्ञा है कि मेरे साथ कोई न चले ( देखकर आनंद से ) महाराज कुमार! आप देखिए। आपकी आज्ञा सुनते ही सब राजा रुक गए--- अति...४८९ B (२,६१४ शब्द) - ०५:४०, २५ जुलाई २०२२
- कहा—"कुण्डनी, कुछ हमारे ऊपर भी चम्पा की कुमारी की विपन्नावस्था का दायित्व है।" "मूर्खता की बातें हैं। हम मगध राज-तन्त्र के यन्त्र हैं। हमें भावुक नहीं होना...४६२ B (१,००७ शब्द) - ०७:५९, ७ अगस्त २०२०
- कहाँ है। आपकी जैसी आज्ञा हो, क्योंकि कुमार ने कहा है....। ध्रुवस्वामिनी––क्या कहा है? यही न कि मुझसे पूछ कर राजा यहाँ आने पावे? ठीक है, अभी मैं बहुत थकी...६३० B (३,३१३ शब्द) - १७:३६, २८ अगस्त २०२०