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  • द्वारा स्वामी विवेकानंद आत्मा का मुक्त स्वभाव 168385ज्ञानयोग — आत्मा का मुक्त स्वभाव1950स्वामी विवेकानंद [ २८३ ]   १३. आत्मा का मुक्त स्वभाव हम पहले...
    ४१५ B (६,१६८ शब्द) - ०८:१०, २५ मार्च २०२३
  • विवेकानंद155864विवेकानंद ग्रंथावली : ज्ञान-योग1923जगन्मोहन वर्मा [ २०३ ] [ २०३ ] (२६) आत्मा और परमात्मा। (हार्टफोर्ड, अमेरिका) प्राचीन काल से, शताब्दियों से यह शब्द...
    ७२४ B (४,२२६ शब्द) - ०१:२९, ११ अगस्त २०२१
  • परमेष्ठीदास जैन जैनेन्द्र प्रेस, ललितपुर [ विषय-सूची ] [ विषय-सूची ] [ आत्म-निवेदन ] आत्म-निवेदन प्रस्तुत कुरल काव्य का हमें सब से प्रथम परिचय आज से ४० वर्ष...
    ४३६ B (७६१ शब्द) - ०६:४९, ११ सितम्बर २०२१
  • विवेकानंद155870विवेकानंद ग्रंथावली : ज्ञान-योग1923जगन्मोहन वर्मा [ २८१ ] ______ (३२) मुक्त आत्मा। सांख्य दर्शन द्वैत सत्ता, प्रकृति और पुरुष तक आकर रुक जाता है और आगे नहीं...
    ७०० B (४,८४४ शब्द) - ०२:३५, ११ अगस्त २०२१
  • 116587अद्भुत आलाप1942महावीर प्रसाद द्विवेदी [ ६८ ] ७-एक ही शरीर में अनेक आत्माएँ एक ही शरीर में दो या दो से अधिक व्यक्तियों का जो बोध होता है, और उसके समय-समय...
    ५३१ B (३,४१८ शब्द) - ०६:३५, ४ जुलाई २०२३
  • कि महात्माजीकी 'आत्मकथा' के हिन्दी अनुवादका अवसर मुझे मिला। 'नवजीवन'में आत्म-कथाके प्रकाशित होनेके पहले ही मैं ‘हिन्दी-नवजीवन'को छोड़कर, महात्माजीकी आज्ञासे...
    ५४६ B (९०७ शब्द) - २२:५१, १ अक्टूबर २०२०
  • चेष्टा करता है, उस अन्याय भावना के उद्गम तक पहुंचना चाहता है, और इस तरह मानव-अात्मा मे प्रवाह लेकर उसकी सकीर्णतारो को दूर करके समन्वय करना ही उसकी कला है। स्वातः...
    २९१ B (९७० शब्द) - ००:४६, ४ अगस्त २०२३
  • प्रेम नहीं करता, केवल आत्मा ही के लिये वह उसे प्रिय होता है। अतः आत्मा का श्रवण, मनन और निदध्यासन करना चाहिए। हे मैत्रेयी! जब आत्मा का श्रवण, मनन और निदध्यासन...
    ५८० B (२,४९१ शब्द) - ०१:२४, ११ अगस्त २०२१
  • परे आत्मा है जिसके कारण सारे ज्ञान होते हैं और जो इस विश्व का शासक और अधिपति है। जो आत्मा सब मनों के परे है, उसे प्रत्यगात्मा कहते हैं; और वह आत्मा जो...
    ५९४ B (२,९३० शब्द) - ०१:४२, ११ अगस्त २०२१
  • अपनी आत्मा की रक्षा करनी ही होगी। हमने उपन्याम और मल्ल का कलेवर योरप से लिया है । लेकिन हमें इसका प्रयत्न करना होगा कि उस कलेवर में भारतीय आत्मा सुरक्षित...
    ४९४ B (७७६ शब्द) - २३:४४, २२ अगस्त २०२१
  • उसी प्रकार आत्मा के सामने भी कोई आदर्श चरित्र होना चाहिए जिसकी ओर बढ़ने का वह यत्न करे, यदि वह कुछ उन्नति करना चाहता है। पहले हमको अपने आत्म-बल की परीक्षा...
    ५८९ B (१,७२३ शब्द) - ०३:१९, ५ मार्च २०२२
  • पार्थक्य को मिटा दिया है। उनकी आत्मा विशाल है। उसमे समस्त जगत् के लिए स्थान है । आत्मा अात्मा से मिल गयी है। जिसकी आत्मा जितनी ही विशाल है, वह उतना ही...
    २८५ B (३,०३६ शब्द) - ००:४६, ४ अगस्त २०२३
  • अध्यात्म-विद्या का शौक़ था। वह बहुत अच्छी 'पात्र' थी। उसके शरीर में परलोकगत आत्माएँ प्रवेश करके इस लोकवालों से बातचीत करती थीं। कुछ दिन तक तो इस स्त्री के...
    ५०८ B (१,८९१ शब्द) - ०६:३५, ४ जुलाई २०२३
  • भड़क उठते हैं, लिखने वाले का दिल ठेस खाता है और वह [ ३ ] मजबूर होता है कि आत्मा को क्लेश देने वाले संकट को ड्रामे के रूप में प्रगट करे। इसी लिए नाटक समाज...
    ४२६ B (९६३ शब्द) - १८:५९, १७ सितम्बर २०२१
  • भड़क उठते हैं, लिखनेवाले का दिल ठेस खाता है और वह [ ३ ] मजबूर होता है कि आत्मा को क्लेश देनेवाले संकट को ड्रामे के रूप में प्रगठ करे। इसी लिए नाटक समाज...
    ४६८ B (९३८ शब्द) - ०७:३५, १८ सितम्बर २०२१
  • भड़क उठते हैं, लिखनेवाले का दिल ठेस खाता है और वह [ ५ ]मजबूर होता है कि आत्मा को क्लेश देनेवाले संकट को ड्रामे के रूप में प्रगट करे। इसी लिए नाटक समाज...
    ५७७ B (९१३ शब्द) - ०३:५८, २४ अगस्त २०२१
  • है, तब मन का संयोग आत्मा से होता है—तदनन्तर इस आत्मा में उस विषय का प्रत्यक्ष ज्ञान होता है। इसीसे न्यायकंदली में (पृ॰ ३२) आत्मा के प्रत्यक्ष ज्ञान का...
    २७० B (२,७१३ शब्द) - ०९:२७, ४ जुलाई २०२३
  • धर्म है, न कि आत्मा का। इस प्रकार आत्मा मुक्त हो जाता है। सारी प्रकृति आत्मा के भोग और अनुभव प्राप्त करने के लिये काम कर रही है। आत्मा अवधि प्राप्त करने...
    ७७१ B (३,१७८ शब्द) - ०२:२०, ११ अगस्त २०२१
  • बार हिंदी-संसार इसे और भी अधिक अपनाएगा, और हिंदी-साहित्य की एक स्मरणीय अात्मा के स्वर्गीय संदेश का साहित्य-जगत् में पर्याप्त प्रचार करने में हमारी सहायता...
    ४५० B (१,१६० शब्द) - २३:५५, ३ अक्टूबर २०२१
  • शुक्ल 157620विश्व प्रपंच1920रामचंद्र शुक्ल [ ६६ ] छठाँ प्रकरण। आत्मा का स्वरूप। ⁠'आत्मा की क्रिया' या मानसिक व्यापार * से जिन व्यापारो को ग्रहण होता है...
    ३६९ B (४,६४१ शब्द) - ०८:४८, १३ नवम्बर २०२१
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