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  • नहीं वहाँ परी, नहीं हूर, मूसा का जैसा, कुछ देने के लिए है, निर्जीवन जीवदहन तूर; और कहीं डाल अपना डेरा— ⁠⁠⁠गया अँधेरा! कोई नहीं पूछता, न पूछे, भरे रह गये...
    ३५९ B (७९ शब्द) - ०२:३०, २० मई २०२३
  • अधिकारे। सपन तुरी जागत पुनि सोई जो हैं हृदय हमारे॥ यह निगुन लै ताहि बतावो जो जानैं याके सारे। सूरदास गोपाल छाँड़ि कै चूसैं टेटी खारे॥१५६॥ तुरी=तुरीयावस्था।...
    ५६३ B (६६ शब्द) - ००:४५, २५ अगस्त २०२०
  • सो सुभट निज ⁠चातुरी तुरी सौ जस पटनि बुनतु है; सूत्र को भी गुण कहते हैं। + वेमा, कपड़ा बुनने में काम आता है—एक प्रकार का दंड। तुरी, कड़े बालों की बनी हुई...
    ५३७ B (९९६ शब्द) - १६:०७, १ नवम्बर २०२१
  • जैसे बलराम सुखधाम रूप निधान ने दुबिद कपि को मारा, तैसे ही मै कथा कहता हूँ, तुर चित दै सुनौ। एक दिन दुबिद, जो सुग्रीव का मंत्री औ मयंद्री कपि को भाई औ भौमासुर...
    ४१३ B (५३८ शब्द) - ०७:३९, ५ दिसम्बर २०२१
  • मोहनदास करमचंद गाँधी74069सत्य के प्रयोग1948हरिभाऊ उपाध्याय [ २५३ ]लड़ियां और तुरें। इन सबके साथ कमरमें सोने की मुठकी तलवार लटकती रहती । किसीने कहा---ये इनके...
    ३७६ B (१,१२७ शब्द) - ०४:०८, ४ अगस्त २०२३
  • मने उसक पीठ थपथपाते ए पूछा—‘आज तु हारा खेल जमा य नह ?’ ‘माँ ने कहा है क आज तुर त चले आना। मेरी घड़ी समीप है।’—अ वचल भाव से उसने कहा। ‘तब भी तुम खेल दखलाने...
    ५२५ B (१,३८९ शब्द) - ०७:३१, ११ मई २०२१
  • दकार की दुरूहता हमारे पाठकों को भली भांति विदित है और यह शब्द उसी में और एक तुरो लगा के बनाया है। इससे हमें यह कहने की आवश्यकता नहीं है कि यह भी दुःख दुर्गणादि...
    ७०५ B (१,८२८ शब्द) - ०७:४७, ८ दिसम्बर २०१९
  • रघुनायक सीय सहायक मनहुँ मदन रति मधुजानैं। १०-मन्द मन्द धुनि सों घन गाजै। तूर तार जनु आवझ बाजै ।' ठोर ठौर चपला चमक यों। इन्द्रलोक तिय नाचति है ज्यों। सोहैं...
    ७७२ B (४,५९३ शब्द) - १६:२०, १५ जुलाई २०२१
  • धरती मैं पहुंचे आइ। गगरी भर के फूल मँगाओ सो भुरुही को दओ पियाइ। भांग मिठाई तुरतै दइ दइ, दुहरे घोट अफीमन क्यार। राती भाती हथिनी करि कै दुहरे आँदृ दये डराय।...
    ९४४ B (३,७१६ शब्द) - ००:४३, २७ जून २०२१
  • तेहि काल, विलंब न लायों। मारुतनंदन भारत को, मन को, खगराज को अंग लजायो॥ तीखी तुरा तुलसी कहो, पै हिये उपमा को समाउ न आयो। माना प्रतच्छ परब्बत की नभ लीक लसी...
    ३७७ B (२,८३५ शब्द) - ०७:५७, ५ अगस्त २०२१
  • 'कूर हैं'॥ बाल किलकारी कै कै तारी दै दै गारी देत, ⁠पाछे लागे बाजत निसान ढोल तूर हैं। 'बालधी बढ़न लागी, ठौर ठौर दीन्हीं आगि, ⁠बिंध की दवारि कैंधों कोटि सत...
    ३५९ B (५,१८४ शब्द) - ०८:३९, ५ अगस्त २०२१
  • और राजपूतों की एक सेना लेकर रामसिंह ने मुगलों के साथ युद्ध किया। मिर्जा तूर अली नाम का एक मुसलमान चेरई का अधिकारी था। राठौड़ों ने उस पर आक्रमण किया और...
    ६७५ B (७,९५५ शब्द) - १५:००, १५ दिसम्बर २०२०
  • सोन कियो दियो तीन लोक अरचा करै। अच्छी (न करत प्रतको अंतरल्ली देत। कच्छप तुरी देत है न पचशेपतिका करे।५९। कवित्त मगि देत विदित विरंच बर बानिक सत। माँगे...
    ३७८ B (६,५०४ शब्द) - २०:५३, २२ अप्रैल २०२१
  • काल, बिलंब न लायो। मारुतनंदन मारुत को, मन को, खगराज को बेग लजायो॥ तीखी† तुरा तुलसी कहतो, पै हिये उपमा को समाउ न आयो। मानौ प्रतच्छा‡ परब्बत की§ नभ लीक...
    ३४२ B (८,५३९ शब्द) - ०८:४५, ५ अगस्त २०२१
  • पारवार कर। भाँत भाँत प्यार कर राजी करिबो करे। सभा में सुनावे कहे कंठ गज तुरी देवो। लाखन की बात नित ताजी करिबो करे। ग्वाल कवि कहे जब बिदा को सुनत नाम।...
    ३६४ B (५,६३४ शब्द) - २२:४८, २२ अप्रैल २०२१
  • है (जॉन पैलन संपादित, गुमो के सिमां की मूचि) . मवाहगामुहरमतोसिएग देन्तेगा तुर कर लम्व । चलगोगा विकमाइचचरिअमामिश्विन तिम्सा (गाथा ४६४, वेबर का संस्करण।...
    १३० B (१,३७,२३१ शब्द) - १९:४७, १२ फ़रवरी २०२१
  • ) ॥ इस दोहे में सखी नायक के स्नेह की व्यवस्था का वर्णन करती हुई, वाक्यचः तुरी-द्वारा, ‘सुदेस' शब्द के प्रयोग से उसका सुंदर, युवा इत्यादि होना तथा सब' शब्द...
    २७२ B (११,७२५ शब्द) - ०५:५५, ६ जुलाई २०२३
  • श्राद्ध) पितृकर्म। उछाह= उत्सव। डौलै= भटकता है। लोल=चंचल। बूझत सबद ढोल तूरना= ढोल और तूरी का शब्द सुनकर पूछने लगता है (कि यहाँ कोई उत्सव तो नहीं )। अहारन पहार=अहारों...
    ३३१ B (५८,७७८ शब्द) - १४:४३, ५ अगस्त २०२१
  • मीलितान्मनृपच्छमातपन च भुतले ।। ७१ ।। अर्याद-विश्वामिने जिव समय कृपहाडपर बसिसके श्रमसे य तुरा ही, उस समय कुछ हुए बसिने अपने भन्नघलस अभिकुण्डमैसे एक पुरुप उत्पन्न किया...
    ३९५ B (४१,५६३ शब्द) - ०१:४०, ३० जुलाई २०२३
  • [ २८६ ]२८४ जहांगीरनामा। आदिलखांके वकौल। . सोमवारको श्रादिलखांके वकीलोंको जड़ाऊ तुरे दक्षिणी चाल के मिले। एक पांच हजार और दूसरा चार हजारका था। . रामरायांको विक्रमाजीतको...
    १२८ B (७४,४४७ शब्द) - १७:३०, १३ फ़रवरी २०२१