खोज परिणाम

देखें (पिछले २० | ) (२० | ५० | १०० | २५० | ५००)
  • इतिहास  (1919)  द्वारा ई॰ मार्सडेन 136978भारतवर्ष का इतिहास1919ई॰ मार्सडेन [ १२१ ] २७—हिन्दुस्थान की दशा तैमूर के जाने के पीछे। (सन् १४०० ई॰ से सन् १५०० ई॰...
    ५८७ B (७५१ शब्द) - ०४:५९, १६ सितम्बर २०२०
  • में रह सकता है। उसी से सब कोई डरता है। उसी के हक नहीं मारे जाते । उसी का सब कहीं आदर होता है । निर्बल का कहीं भी गुज़ारा नहीं। [दिसम्बर १९१२ ______ १२१...
    ५१२ B (२,४७३ शब्द) - १५:५७, ९ नवम्बर २०२१
  • है। भूमक। [N० स० ४१ (ई. स. ११९ वि. स. १७३) के पूर्व ] शक संवत् ४१ (ईसी सन् ११९-विक्रमी संवत् १७ के पूर्व क्षहरत-वंशका सबसे पहला नाम भूमक ही मिला है। परन्तु...
    ४८४ B (८,३२४ शब्द) - ००:०१, २६ अक्टूबर २०२०
  • है । अत यदुवा देहान्त वि० सद १२०० और १२१' के चार जना होगा । १३-नरसिंहदेव । चे० स० १,०३ (वि० सं० १२०८) के पूर्व ही यह अपने पिता युवज घनाया गया था। पुथ्वीरशिवमयं...
    ४९५ B (६,५१९ शब्द) - ००:०१, २६ अक्टूबर २०२०
  • विकासअयोध्या सिंह उपाध्याय 'हरिऔध' [ ११० ] (दूसरा प्रकरण) हिन्दी साहित्य का पूर्व रूप और आरम्भिक काल आविर्भाव-काल ही से किसी भाषा में साहित्य की रचना नहीं...
    ८७५ B (३,७१७ शब्द) - १२:०८, २६ जून २०२१
  • लैबौ प्रेस १९२०, पृष्ठ ७-८। * वही पुस्तक पृष्ठ १०५ * उसी पुस्तक से पृष्ट १२१-२ * लाल रबर लन्दन, नेशनल लेवर प्रेस, १८१६ पृष्ट ४२ † उसी पुस्तक से, पृष्ठ...
    ५३७ B (५,५१० शब्द) - ००:४३, २२ नवम्बर २०२०
  • है :— "यहाँ से तीन योजन दक्षिण पूर्व चलने पर शाची का विशाल राज्य मिला। शाची नगर के दक्षिण फाटक से निकल कर सड़क के पूर्व वह स्थान है जहाँ बुद्धदेव ने अपनी...
    ५८९ B (४,०४२ शब्द) - ०५:१२, ११ जून २०२३
  • हालही में लाहौर की सर्वेंट आफ़ दी पीपुल सोसाइटी में प्रकाशित किया है। पृष्ठ १२१ पृष्ठ ९ और आगे। उसी पुस्तक से, पृष्ठ १३-१४। जान मर्रे लन्दन द्वारा प्रकाशित।...
    ६४३ B (६,७४७ शब्द) - १४:२१, २३ नवम्बर २०२०
  • ईसा ( वि० सं० ११४६ ) स विद्यमान रहा 1 अतएव यदि राजतरंगिठे टोके पर विचार किया जाय तो वि० सं० ११३८ (१९६३ईसी) कै पाद तक भोजको विद्यमान मानना पड़ेगा। इस ट्रोफद्धे...
    ३९५ B (४१,५६३ शब्द) - ०१:४०, ३० जुलाई २०२३
  • ५२। * "भारतवर्ष में अर्थक्रान्ति" १८८३, पृष्ठ ३१। † उसी पुस्तक से, पृष्ट ५३। के॰ टी॰ साह-कृत 'भारतीय अर्थविभाग के ६० वर्ष' द्वितीय संस्करण, पृष्ठ १२१।...
    ३९९ B (४,०८२ शब्द) - १४:२०, २३ नवम्बर २०२०
  • एक तो अपने [ १२१ ] पद से इस्तीफा था, दूसरा जेनी से अंतिम विदा की सूचना । इस्तीफे मे उसने लिखा--मेरा स्वास्थ्य नष्ट हो गया है, और मैं इस भार को नहीं संभाल...
    ३२७ B (६,८४३ शब्द) - २२:५४, २१ मई २०२१
  • साधारण गृहस्थियों के पास भी हज़ारों की संख्या में गायें रहती थीं। ईसा से ५०० वर्ष पूर्व कालायन के काल में गौ १० पैसे को, और बछड़ा ४ पैसे को मिलता था। बैल...
    ३४२ B (६,४०४ शब्द) - ०८:४८, ३ मई २०२१
  • अपने गृह [ १२१ ] की व्यवस्था करने में भारत स्वतन्त्र नहीं है। परिस्थितियों में परिवर्तन के साथ वर्णव्यवस्था में बराबर परिवर्तन होता रहा है। इस बात का कोई...
    ५०७ B (३,५६४ शब्द) - ००:२१, २२ नवम्बर २०२०
  • वि सं. ५७ ) में होना मान कर इस मंघन के गत वर्ष स्थिर किये परंतु अब बहुत से विद्वानों का मानना यह है कि ईसा का जन्म ई स पूर्व ८ से ४ के बीच हुआ था न कि ई...
    १३० B (१,३७,२३१ शब्द) - १९:४७, १२ फ़रवरी २०२१
  • जैसे, यदि किसी गाँव में मूर्ख और विद्वान् दो वैद्य हैं तो लोग दूसरे को [ १२१ ]अधिक निपुण समझ उसके पास अधिक जायँगे और उसकी आमदनी अधिक होगी। अब यदि पहला...
    २८९ B (५,५१६ शब्द) - १६:३६, १७ अगस्त २०२१
  • 81112रंगभूमि1936प्रेमचंद [ १२१ ] [११] भैरो पासी अपनी माँ का सपूत बेटा था। यथासाध्य उसे आराम से रखने की चेष्टा करता रहता था। इस भय से कि कहीं बहू सास को...
    २१२ B (६,९६५ शब्द) - १९:२३, ३१ जुलाई २०२३
  • है---या (२) सूर्य सदा पूर्व में उदय होता है---या (३) सूरज का उदय हमेशा पूर्व की तरफ़ होता है--या (४) सूर्य रोज पूर्व से उदय होता है--या इस भाव को वह किसी और...
    ५३२ B (६,६७४ शब्द) - ०५:४१, १५ सितम्बर २०२१
  • प्रोटोगोरस––ईसा से ४०० वर्ष पूर्व इस नाम का यूनान में एक प्रसिद्ध तत्त्ववेत्ता हुआ है। प्रोटागोरस का उस समय के यूनानी देवताओं में विश्वास नहीं था। इस कारण इसके...
    २८१ B (१३,२८१ शब्द) - १५:०५, २६ जनवरी २०२१
  • भ्रम मुझे आक्षेपों से बचाने के लिए काफी है। बताओ, हूँ तकदीरवर कि नहीं? [ १२१ ] कैलास—अगर कहीं बात खुल गई, तो? नईम—तो यह मेरी समझ का फेर, मेरे अनुसंधान...
    ३९४ B (५,१९५ शब्द) - ००:५७, २३ अगस्त २०२१
  • श्रा० २। सू० १६॥ इससे पूर्व दक्षिण के बीच की दिशा का आग्नेयी, दक्षिण पश्चिम के बीच को नति, पश्चिम उत्तर के बीच को वायवी और उत्तर पूर्व के बीच को ऐशानी दिशा...
    ७५४ B (१३,४१७ शब्द) - ०३:२६, ४ अगस्त २०२३
देखें (पिछले २० | ) (२० | ५० | १०० | २५० | ५००)