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कहीं आपका मतलब प्रवास हिंदी साहित्य तो नहीं था?
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  • हिंदी भाषा और उसके साहित्य का विकास द्वारा अयोध्या सिंह उपाध्याय 'हरिऔध' 155019हिंदी भाषा और उसके साहित्य का विकासअयोध्या सिंह उपाध्याय 'हरिऔध' [ ११० ]...
    ८७५ B (३,७१७ शब्द) - १२:०८, २६ जून २०२१
  • हिन्दी साहित्य का इतिहास  (1941)  द्वारा रामचंद्र शुक्ल आधुनिक गद्य साहित्य का प्रवर्तन 71352हिन्दी साहित्य का इतिहास — आधुनिक गद्य साहित्य का प्रवर्तन1941रामचंद्र...
    ८१८ B (३,३२० शब्द) - ०३:३१, १९ नवम्बर २०२०
  • लेकर छतरपुर से काशी आ रहे। हिंदी-शब्दसागर के संपादकों में एक वे भी थे। पीछे विश्वविद्यलाय में हिंदी के अध्यापक हुए। हिंदी-साहित्य की व्यवस्थित रूप से शिक्षा...
    ७०८ B (१,६३३ शब्द) - १७:३८, २७ जुलाई २०२३
  • हिन्दी साहित्य का इतिहास  (1941)  द्वारा रामचंद्र शुक्ल द्वितीय उत्थान 79343हिन्दी साहित्य का इतिहास — द्वितीय उत्थान1941रामचंद्र शुक्ल [ ६०२ ] काव्य खंड...
    ५१६ B (२,५४० शब्द) - १७:३७, २७ जुलाई २०२३
  • हिन्दी साहित्य का इतिहास  (1941)  द्वारा रामचंद्र शुक्ल महादेवी वर्मा 79360हिन्दी साहित्य का इतिहास — महादेवी वर्मा1941रामचंद्र शुक्ल [ ७२१ ]'तुलसीदास'...
    ६६८ B (९७६ शब्द) - १७:३७, २७ जुलाई २०२३
  • हिन्दी साहित्य का इतिहास  (1941)  द्वारा रामचंद्र शुक्ल हरिऔध 79344हिन्दी साहित्य का इतिहास — हरिऔध1941रामचंद्र शुक्ल [ ६०९ ]उसके द्वारा प्रकट की जाती...
    ६१४ B (२,०६० शब्द) - १७:३९, २७ जुलाई २०२३
  • अनेक ग्रन्थ ऐसे हैं जो बहुत दिनों तक हिन्दी साहित्य निधि के अमूल्य रत्न समझे जायेंगे और जिनकी गणना अब तक स्थायी साहित्य में होती आई है और बहुत दिनों तक होती...
    ६२२ B (१,२२८ शब्द) - १५:१४, २१ नवम्बर २०२१
  • (१९२४) (२) आधुनिक हिंदी के आदि आचार्य (१९२६) [ २०१ ]⁠(३) भारतीय नाट्यशास्त्र (१९२६) (४) गोस्वामी तुलसीदास (१९२७-२८) (५) हिंदी-साहित्य का वीरगाथाकाल (१९२९)...
    ५१७ B (५,०३७ शब्द) - ०४:२९, १३ अक्टूबर २०२१
  • प्रसाद द्विवेदी [ १०९ ] ७.-हिन्दी की वर्तमान अवस्था । [ इलाहाबादवाले दूसरे साहित्य-सम्मेलन के लिए लिखित ] १-बीज-वपन हिन्दी का बीज-वपन हुए बहुत काल हुआ।...
    ५३२ B (६,६७४ शब्द) - ०५:४१, १५ सितम्बर २०२१
  • हिन्दी साहित्य का इतिहास  (1941)  द्वारा रामचंद्र शुक्ल कवि 69786हिन्दी साहित्य का इतिहास — कवि1941रामचंद्र शुक्ल [ ३३७ ] (१०) घनआनंद––ये साक्षात् रसमूर्ति...
    ५३२ B (२,२९२ शब्द) - १७:४५, २७ जुलाई २०२३
  • हिंदी-साहित्य की ओर प्रवृत्त होने लगे और हिंदी पुस्तके चाव से पढ़ने लगे। लोगों में प्राचीन काव्यों आदि को पढ़ने की उत्कंठा भी बढ़ने लगी। उस समय हिंदी...
    ५२६ B (१०,३७९ शब्द) - ०४:२९, १३ अक्टूबर २०२१
  • हिन्दी साहित्य का इतिहास  (1941)  द्वारा रामचंद्र शुक्ल अपभ्रंश-काल 45073हिन्दी साहित्य का इतिहास — अपभ्रंश-काल1941रामचंद्र शुक्ल [ ६ ] प्रकरण २ अपभ्रंश...
    ६७० B (६,४८४ शब्द) - १७:३६, २७ जुलाई २०२३
  • पद्य-साहित्य की पुस्तके वो अच्छी मात्रा में उपलब्ध थीं पर उनके अच्छे संस्करण दुर्लभ थे। भाषा-विज्ञान आलोचना -शास्त्र, हिंदी भाषा और हिंदी-साहित्य के इतिहास...
    ५३८ B (६,१६० शब्द) - ०४:२९, १३ अक्टूबर २०२१
  • अर्थ है "प्राण"। जो सप्राण या बलवान हो वही असुर है। बाबू महेशचन्द्र घोष "प्रवासी" में लिखते हैं कि 'असुर' शब्द ऋग्वेद में कोई १०० दफ़े आया है। उसमें से...
    ४६६ B (३,३८७ शब्द) - ०४:१८, १ सितम्बर २०२०
  • अनुभव हुआ है, जिसका उल्लेख करना आवश्यक जान पड़ता है। मैं देखता हूँ कि हिंदी साहित्य-जगत् में दलबदी का प्राबल्य हो रहा है, जिसके कारण सत्य का हनन तथा प्रोपेगैंडा...
    ३९८ B (४३९ शब्द) - ०४:३३, १३ अक्टूबर २०२१
  • Jimmy पाप की ओर "," प्रवास का ध्याह ) मान्य . जागरस ), प्रेमकी मेंट 10 ] कोतवाल की करामात , वारिका Y.ny संगम , सब प्रकार की हिंदी पुस्तकें मिलने का पता...
    २१४ B (१,७०३ शब्द) - ०७:३७, ४ जुलाई २०२३
  • था। प्रोफ़ेसरी के जमाने में भी वह उर्दू साहित्य की शिक्षा उसी नई प्रणाली से देते थे, जिस पर अंग्रेजी साहित्य-शिक्षा अवलंबित है। कवित्व मौलाना के आरंभिक...
    ५२५ B (२,९९० शब्द) - ०३:३१, २९ जुलाई २०२०
  • पद्यात्मक साहित्य होना चाहिए। गव का प्रचार हिन्दी मे थोड़े दिनों से हुआ है। पहले गद्य प्रायः न था; हमारा साहित्य केवल पद्यमय था। गद्य साहित्य की उत्पति...
    ४४४ B (३,५८४ शब्द) - १३:५८, ४ अप्रैल २०२४
  • शृंगार सम्बंधी अंश भी वैसे ही हैं। मलिक मुहम्मद जायसी का 'पद्मावत' भी हिन्दी-साहित्य का एक उल्लेखनीय ग्रंथ है, उसमें भी पद्मावती का पूर्वानुराग और नागमती...
    ३११ B (५,४३२ शब्द) - १८:१२, २० दिसम्बर २०२१
  • है, इस समझ की, सत्य ही 'जो अधिकारी नहीं है। उनके समझ में न आवेगा।' हिन्दी-साहित्य की ब्रजभाषा की कविता का साधारण ज्ञाता भी यह जानता होगा कि ब्रजलीला की...
    ५३३ B (२,९५१ शब्द) - १५:३२, १७ जुलाई २०२२
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