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  • अभिलेखों से गलत साबित हो गई, क्योंकि ये [ ९६ ] चौथी या पाँचवी सदी के हैं। इससे ज्ञात हुआ कि और भी सौ दो सौ वर्ष तक इस लिपि का रवाज भारत के पश्चिमोत्तर भाग...
    १ KB (१,४४४ शब्द) - १६:१९, १७ जुलाई २०२३
  • उसी तरह आ रही थीं जैसे पहिले कभी आर्य यूनानी या सिथियन आये थे। इस समय अरबवालों को पूर्व और उत्तर देशों के जीतने के लिये घर से निकले ३५० बरस बीत चुके थे।...
    ५०१ B (१,१४९ शब्द) - १६:५९, १५ सितम्बर २०२०
  • पर पूर्व और पश्चिम में भेद है और उस भेद को यूरोप श्रद्धा और सहिष्णुता के साथ समझने की चेष्टा नहीं करता। इसका कारण यही है कि उसके शरीर में बल है। [ ९६ ]...
    ३६४ B (२,३८९ शब्द) - ००:२१, २३ अप्रैल २०२१
  • संज्ञा-रूप का होता है। अथर्ववेद के ग्यारहवें काण्ड के सातवे सूक्त में यह शब्द ईसा‌ अर्थ मे व्यवहृत हुआ है। इससे पुराणों की प्राचीनता प्रकट होती है। पौराणिक...
    ४०६ B (२,६७४ शब्द) - १८:१२, २७ नवम्बर २०२१
  • उल्लेख किया है, उन में से अभी केवल भास के ही नाटक मिले हैं, जिन्हें कुछ लोग ईसा से कई शताब्दी पहले का मानते हैं। नाटकों के सम्बन्ध में लोगों का यह कहना है...
    ४७९ B (१,६११ शब्द) - १२:५९, १९ नवम्बर २०२१
  • और जीवनचरित, ४९१-९२; नाटक-----४९३-९६; बंग भाषा से अनूदित, ४९३; अँगरेजी और संस्कृत से अनूदित, ४९३-९५; मौलिक, ४९५-९६; उपन्यास--४९६-५०१; अनूदित, ४९७-९८;...
    ४०२ B (२,४११ शब्द) - १७:४६, २७ जुलाई २०२३
  • 152668धर्म के नाम पर1933आचार्य चतुरसेन शास्त्री [ ८९ ]  छठा अध्याय व्यभिचार ईसा के पूर्व पांचवीं शताब्दि में वाबल के लोगों को देवी माई लिट्टा के मन्दिर में प्रत्येक...
    ३३५ B (३,५४७ शब्द) - ०८:४७, ३ मई २०२१
  • था―अर्थात् इस बात का कि उन्नति वा विकास यथा क्रम होता है; और इसी ज्ञान के कारण उन लोगों ने पूर्व के दर्शनों के भेद का परिहार किया था। यही कारण है कि पूर्व के...
    ७१५ B (६,५०१ शब्द) - ००:५७, ११ अगस्त २०२१
  • (वि० सं० १२०८) के पूर्व ही यह अपने पिता युवज घनाया गया था। पुथ्वीरशिवमयं महाकाव्यमें सा है कि प्रधान द्वारा गइपर लिए जाने के पूर्व अजमेरके चोहान राजा...
    ४९५ B (६,५१९ शब्द) - ००:०१, २६ अक्टूबर २०२०
  • भारत पर अँग्रेज़ी शासन है। इसके पूर्व मुसलमानों का राज्य प्रायः सम्पूर्ण भारत पर था। गुप्त, मौर्य तथा उससे भी पूर्व भारत में बड़े बड़े साम्राज्य स्थापित...
    ६७६ B (३,९९१ शब्द) - १३:२६, २१ नवम्बर २०१९
  • उभाड़ा तब चाणक्य को भविष्य में होने वाले युद्ध की आशङ्का हुई। चाणक्य ने [ ९६ ]राक्षस को मिलाना ही उत्तम समझा और सहस्रों मनुष्यों के रक्तपात से उन्होने...
    ५४० B (४,८९१ शब्द) - १५:३४, १७ जुलाई २०२२
  • हालाते तवारीखे पास्तानी वक़ाये व कैफियाते औकाते सफ़र व हज़र खुद व दीगर [ ९६ ] सवानह अज़ हुक्मे हाकिमाने मदरसा बराय याददाश्त बर सफ़हात लैलो निहार हमातन...
    ४६८ B (३,७९० शब्द) - १५:५२, ३१ अक्टूबर २०२१
  • ठहरा। आप जब से आये हैं इसने बहुत खासी तरक्की कर ली है। मैं अब तक आपकी तरक्की नहीं कर सका, इसका मुझे खेद है। इस महीने से आपको ५०) [ ९६ ]महीने मिलेंगे, यद्यपि...
    २८६ B (३,३७८ शब्द) - ००:२५, २७ फ़रवरी २०२३
  • वार" (Date of Mahabharata War) शीर्षक लेख में इस प्रश्न पर विचार किया है और उनका अनुमान यह है कि महाभारत ईसा से उन्नीस सौ बरस पहिले हुआ था। अब हम सूर्यवंशी...
    ४६५ B (११,४७५ शब्द) - ०९:२५, ४ जुलाई २०२३
  • वि सं. ५७ ) में होना मान कर इस मंघन के गत वर्ष स्थिर किये परंतु अब बहुत से विद्वानों का मानना यह है कि ईसा का जन्म ई स पूर्व ८ से ४ के बीच हुआ था न कि ई...
    १३० B (१,३७,२३१ शब्द) - १९:४७, १२ फ़रवरी २०२१
  • राजपूतनी होती, ती रानी सहर्ष मुझे स्वीकार करतीं, पर मैं ईसा की अनुचरी होने के कारण त्याज्य हूँ। ईसा और कृष्ण में कितनी समानता है; पर उनके अनुचरों में कितनी...
    २०६ B (६,३३२ शब्द) - १९:३०, ३१ जुलाई २०२३
  • सेवा-वृत्तियाँ इस अध्याय को समाप्त करने से पूर्व सार्वजनिक वृत्तियों के सम्बन्ध में कुछ बातें और अ्ङक उपस्थित कर देना उपयुक्त होगा। इस संसार में भारत...
    ३९९ B (४,०८२ शब्द) - १४:२०, २३ नवम्बर २०२०
  • मुंह फाड़े खड़ी रही। वह बेंत की भांति कांपने लगी; वह मूर्छित-सी हो रही थी। [ ९६ ] युवक ने गृहिणी की सहायता से उसे बिस्तर पर लिटा दिया। उसने कहा बहिन, मैंने...
    ३४७ B (४,४२८ शब्द) - १६:२५, ११ अप्रैल २०२२
  • आधार पर इलाहाबाद से ६० किलोमीटर दूर खुदाई कर इस तालाब को ढूंढ निकाला है। श्री लाल के अनुसार यह तालाब ईसा पूर्व सातवीं सदी में बना था—यानी आज से २७०० बरस...
    ४४९ B (७,०८९ शब्द) - १४:०९, ३० मई २०२१
  • पहले अपनी मा के पास जाना होगा। क्योंकि पेशवाज वगैरह उन्हीं के पास है।" [ ९६ ]अप्सरा ह "अच्छा, तो घंटे-भर पहले चली जाइएगा।". कुवर साहब ने मुसाहबों की तरफ...
    २३२ B (६,६६७ शब्द) - ०७:५२, ४ जुलाई २०२३
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