मानसरोवर २
दिखावट
पाँचवाँ संस्करण : नवम्बर १९४६
मूल्य-३
मुद्रक :
श्रीपतराय
सरस्वती प्रेस, बनारस
१ कुसुम | … | … | ५ |
२ खुदाई फौजदार | … | … | २४ |
३ वेश्या | … | … | ३६ |
४ चमत्कार | … | … | ५७ |
५ मोटर के छींटे | … | … | ७२ |
६ कैदी | … | … | ७६ |
७ मिस पद्मा | … | … | ८८ |
८ विद्रोही | … | … | ९५ |
९ उन्माद | … | … | १०८ |
१० न्याय | … | … | १२८ |
११ कुत्सा | … | … | १३८ |
१२ दो बैलों की कथा | … | … | १४२ |
१३ रियासत का दीवान | … | … | १५५ |
१४ मुफ्त का यश | … | … | १७४ |
१५ बासी भात में खुदा का साझा | … | … | १८२ |
१६ दूध का दाम | … | … | १९१ |
१७ बालक | … | … | २०० |
१८ जीवन का शाप | … | … | २१० |
१९ डामुल का कैदी | … | … | २२३ |
२० नेउर | … | … | २४७ |
२१ गृह-नीति | … | … | २५७ |
२२ क़ानूनी कुमार | … | … | २७१ |
२३ लॉटरी | … | … | २८२ |
२४ जादू | … | … | २९८ |
२५ नया विवाह | … | … | ३०२ |
२६ शूद्रा | … | … | ३१७ |
यह कार्य भारत में सार्वजनिक डोमेन है क्योंकि यह भारत में निर्मित हुआ है और इसकी कॉपीराइट की अवधि समाप्त हो चुकी है। भारत के कॉपीराइट अधिनियम, 1957 के अनुसार लेखक की मृत्यु के पश्चात् के वर्ष (अर्थात् वर्ष 2024 के अनुसार, 1 जनवरी 1964 से पूर्व के) से गणना करके साठ वर्ष पूर्ण होने पर सभी दस्तावेज सार्वजनिक प्रभावक्षेत्र में आ जाते हैं।
यह कार्य संयुक्त राज्य अमेरिका में भी सार्वजनिक डोमेन में है क्योंकि यह भारत में 1996 में सार्वजनिक प्रभावक्षेत्र में आया था और संयुक्त राज्य अमेरिका में इसका कोई कॉपीराइट पंजीकरण नहीं है (यह भारत के वर्ष 1928 में बर्न समझौते में शामिल होने और 17 यूएससी 104ए की महत्त्वपूर्ण तिथि जनवरी 1, 1996 का संयुक्त प्रभाव है।