अमृता कुमारी पाण्डेय के सदस्य योगदान
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१ जनवरी २०२५
- ०६:३६०६:३६, १ जनवरी २०२५ अंतर इतिहास +५,२७० न पृष्ठ:बाल-शब्दसागर.pdf/१९७ →अशोधित: ' क्रूरता क्रूरता - संज्ञा स्त्री० १. निर्दयता । २. दुष्टता । क्रेता - संज्ञा पुं० खरीदनेवाला । क्रोड - संज्ञा पुं० १. आलिगन में दाने aff के बीच का भाग । २. गोद । क्रोडपत्र - सं...' के साथ नया पृष्ठ बनाया वर्तमान टैग: शोधित नहीं
- ०६:२१०६:२१, १ जनवरी २०२५ अंतर इतिहास +५,२४८ न पृष्ठ:बाल-शब्दसागर.pdf/१९६ →अशोधित: ' कौशांबी कौशांबी - संज्ञा स्त्री० एक बहुत प्राचीन नगरी जिसे कुश के पुत्र कौशांब ने बसाया था । वत्सपट्टन | कौशिक -संज्ञा पुं० १. इंद्र | विश्वामित्र ३. कोषाध्यक्ष । कौशिक...' के साथ नया पृष्ठ बनाया वर्तमान टैग: शोधित नहीं
- ०६:२१०६:२१, १ जनवरी २०२५ अंतर इतिहास +५,१५६ न पृष्ठ:बाल-शब्दसागर.pdf/१९५ →अशोधित: ' कौटिल्य ३. कौटिल्य - संज्ञा पुं० १. टेढ़ापन । २. चाणक्य का एक नाम । कौटुंबिक- वि० कुटुंब-संबंधी । कौड़ा - संज्ञा पुं० बड़ी कौड़ी । संज्ञा पुं० जाड़े के दिनों में सापने के...' के साथ नया पृष्ठ बनाया वर्तमान टैग: शोधित नहीं
- ०६:२१०६:२१, १ जनवरी २०२५ अंतर इतिहास +५,२३२ न पृष्ठ:बाल-शब्दसागर.pdf/१९४ →अशोधित: ' कोरी कोरी -संज्ञा पुं० जुलाहा । स्त्री० कोरिन ] हिंदू कोल - संज्ञा पुं० १. सूअर । २. गोद । ३. एक जंगली जाति । कोलाहल -संज्ञा पुं० शोर । कोली -संज्ञा स्त्री० गोद । संज्ञा पुं...' के साथ नया पृष्ठ बनाया वर्तमान टैग: शोधित नहीं
- ०६:२००६:२०, १ जनवरी २०२५ अंतर इतिहास +४,७८६ न पृष्ठ:बाल-शब्दसागर.pdf/१९३ →अशोधित: ' कोण कोण - संज्ञा पुं० १. एक बिंदु पर मिलती या कटती हुई दो ऐसी रेखाओं के बीच का अंतर जो मिलकर एक न हो जाती हों। कोना । २. दो दिशाओं के बीच की दिशा । कोतल - संज्ञा पुं० सजा सजाय...' के साथ नया पृष्ठ बनाया वर्तमान टैग: शोधित नहीं
- ०६:२००६:२०, १ जनवरी २०२५ अंतर इतिहास +४,९०७ न पृष्ठ:बाल-शब्दसागर.pdf/१९२ →अशोधित: ' कोऊ ३. कोऊ + * - सर्व० दे० " कोई" । कोक-संज्ञा पुं० [स्त्री० कोको ] १. चकवा पक्षी । २. विष्णु । मेंढक कोककला - संज्ञा स्त्री० रति-विद्या । कोकदेव - संज्ञा पुं० कोकशास्त्र या रति...' के साथ नया पृष्ठ बनाया वर्तमान टैग: शोधित नहीं
- ०६:१९०६:१९, १ जनवरी २०२५ अंतर इतिहास +४,९६८ न पृष्ठ:बाल-शब्दसागर.pdf/१९१ →अशोधित: ' कुद महज़ द महज़ - संधा स्त्री० सादी कैद । क़ैद सख्त - संज्ञा स्त्री० वह कद जिसमें कैदी के कठिन परिश्रम करना पड़े । क़ दी - संज्ञा पुं० बंदी | कैधौ । - भव्य ० अथवा । कैफ - संज्...' के साथ नया पृष्ठ बनाया वर्तमान टैग: शोधित नहीं
- ०६:१९०६:१९, १ जनवरी २०२५ अंतर इतिहास +५,०५३ न पृष्ठ:बाल-शब्दसागर.pdf/१९० →अशोधित: ' केवाँच - संज्ञा स्त्री० दे० "कैचि" । केवा - संज्ञा पुं० १. कमल । २. केतकी । संज्ञा पुं० बहाना | केवाड़ी-संज्ञा पुं० दे० " किवाड़" । केश-संज्ञा पुं० १. किरण । २. वरुण । ३. सूर्य ।...' के साथ नया पृष्ठ बनाया वर्तमान टैग: शोधित नहीं
- ०६:१८०६:१८, १ जनवरी २०२५ अंतर इतिहास +५,०८१ न पृष्ठ:बाल-शब्दसागर.pdf/१८९ →अशोधित: ' केतकर केतकर - संज्ञा स्त्री० दे० " केतकी" । केतकी - संज्ञा स्त्री० एक छोटा पौधा जिसमें कांड के चारों ओर तलवार के से लंबे कांटेदार पत्ते निकले होते हैं और कोश में बंद मंज...' के साथ नया पृष्ठ बनाया वर्तमान टैग: शोधित नहीं
- ०६:१८०६:१८, १ जनवरी २०२५ अंतर इतिहास +५,१२८ न पृष्ठ:बाल-शब्दसागर.pdf/१८८ →अशोधित: ' कृपनाई कृपनाई - संज्ञा स्त्री० दे० " कृपणता”। कृपा - संज्ञा स्त्री० [वि० कृपालु ] दया । कृपारण-संज्ञा पुं० तलवार । कृपापात्र - संज्ञा पुं० कृपा का अधि- कारी । कृपायतन -संज...' के साथ नया पृष्ठ बनाया वर्तमान टैग: शोधित नहीं
- ०६:१८०६:१८, १ जनवरी २०२५ अंतर इतिहास +४,८०३ न पृष्ठ:बाल-शब्दसागर.pdf/१८७ →अशोधित: ' कूद १७६ कृपणता कूद्द संज्ञा खो० aa | १. चिग्वाद । १. कृच्छ्र - संज्ञा पुं० कष्ट । कूद - संज्ञा स्त्री० कूदने की क्रिया या भाव । कूदना - क्रि० प्र० १. उछलना । बीच में सहसा श्रा...' के साथ नया पृष्ठ बनाया वर्तमान टैग: शोधित नहीं
- ०६:१७०६:१७, १ जनवरी २०२५ अंतर इतिहास +४,८४३ न पृष्ठ:बाल-शब्दसागर.pdf/१८६ →अशोधित: ' कुँडा लिये कुएँ से पानी निकालते हैं । कुड़ा -संज्ञा पुं० [स्त्री० कूँड़ो ] १. पानी रखने का मिट्टी का गहरा बरतन । २. गमला । ३. रोशनी करने की बड़ी होंड़ी । कँडी - संज्ञा स्त्र...' के साथ नया पृष्ठ बनाया वर्तमान टैग: शोधित नहीं
२१ दिसम्बर २०२४
- ०६:१३०६:१३, २१ दिसम्बर २०२४ अंतर इतिहास +५,००५ न पृष्ठ:बाल-शब्दसागर.pdf/१८५ →अशोधित: ' कुसाइत कुसाइत -संज्ञा स्त्री० बुरा मुहूर्त । कॅसीद - संज्ञा पुं० [वि० कुसीदिक ] १. सूद । २. ब्याज पर दिया हुआ धन । कुसुंब - संज्ञा पुं० एक बड़ा वृक्ष जिसकी लकड़ी जाठ और गाड...' के साथ नया पृष्ठ बनाया वर्तमान टैग: शोधित नहीं
- ०६:०९०६:०९, २१ दिसम्बर २०२४ अंतर इतिहास +५,००८ न पृष्ठ:बाल-शब्दसागर.pdf/१८४ →अशोधित: 'कुलुफ अच्छे घराने का । २. पवित्र । कुलुफ - संज्ञा पुं० ताला । कुलेल - संज्ञा स्त्री० क्रीड़ा | कलेलना- क्रि० भ० क्रीड़ा करना । कॅल्या - संज्ञा स्त्री० नहर | कुल्ला - संज्ञा...' के साथ नया पृष्ठ बनाया वर्तमान टैग: शोधित नहीं
- ०६:०६०६:०६, २१ दिसम्बर २०२४ अंतर इतिहास +४,८९४ न पृष्ठ:बाल-शब्दसागर.pdf/१८३ →अशोधित: 'कुर्मी की वसूली के लिये सरकार द्वारा जब्त किया जाना । कुर्मी-संज्ञा पुं० दे० "कुनबी" । कलंग - संज्ञा पुं० मुग़ । कुलंजन - संज्ञा पुं० १. अदरक की तरह का एक पौधा जिसकी जड़ गर...' के साथ नया पृष्ठ बनाया वर्तमान टैग: शोधित नहीं
- ०६:०५०६:०५, २१ दिसम्बर २०२४ अंतर इतिहास +५,०५८ न पृष्ठ:बाल-शब्दसागर.pdf/१८२ →अशोधित: 'करंगिन वि० बदरंग | कुरंगिन संज्ञा स्त्री० हिरनी । कुरंड -संज्ञा पुं० एक खनिज पदार्थ, जिसके चूर्ण को लाख आदि में मिलाकर हथियार तेज़ करने की सान बनाते हैं । कुर की संज्ञा...' के साथ नया पृष्ठ बनाया वर्तमान टैग: शोधित नहीं
- ०६:०५०६:०५, २१ दिसम्बर २०२४ अंतर इतिहास +५,०१६ न पृष्ठ:बाल-शब्दसागर.pdf/१८१ →अशोधित: 'कुफ कुफ -संज्ञा पुं० मुसलमानी मत से भित्र अन्य मत । कुबंड -संज्ञा पुं० धनुष । कुबजा -संज्ञा स्त्री० दे० "कुब्जा" या "कुवरी" । वह कबड़ा - संज्ञा पुं० [स्त्री० कुबड़ी ] पुरुष...' के साथ नया पृष्ठ बनाया वर्तमान टैग: शोधित नहीं
- ०६:०५०६:०५, २१ दिसम्बर २०२४ अंतर इतिहास +५,०५१ न पृष्ठ:बाल-शब्दसागर.pdf/१७९ →अशोधित: ' कुटाई कुटाई -संज्ञा स्त्री० १. कूटने का काम । २. कूटने की मज़दूरी । कुटिया - संज्ञा स्त्री० झोपड़ी । कुटिल - वि० [स्त्री० कुटिला ] १. वक्र । २. कपटी । संज्ञा पुं० शठ । कुटिलत...' के साथ नया पृष्ठ बनाया वर्तमान टैग: शोधित नहीं
- ०६:०४०६:०४, २१ दिसम्बर २०२४ अंतर इतिहास +५,०८८ न पृष्ठ:बाल-शब्दसागर.pdf/१८० →अशोधित: 'कुतुब दिग्द- . कुतुब-संज्ञा पुं० ध्रुव तारा । . कुतुबनुमा - संज्ञा पुं० वह यंत्र जिससे दिशा का ज्ञान होता है । र्शक यंत्र । कुतूहल - संज्ञा पुं० [ वि० कुतूहली ] १. किसी वस्तु...' के साथ नया पृष्ठ बनाया वर्तमान टैग: शोधित नहीं
- ०६:०३०६:०३, २१ दिसम्बर २०२४ अंतर इतिहास +५,०२६ न पृष्ठ:बाल-शब्दसागर.pdf/१७८ →अशोधित: ' कुकुही १७० कटवाना कुकुही * +-संज्ञा स्त्री० बनमुर्गी । कुक्कुट - संज्ञा पुं० मुर्गा । जिसका कपड़ा मैला हो । २. मैला । कुच्छित वि० दे० " कुत्सित" । कुक्कुर - संज्ञा पुं० [स्...' के साथ नया पृष्ठ बनाया वर्तमान टैग: शोधित नहीं
- ०६:०३०६:०३, २१ दिसम्बर २०२४ अंतर इतिहास +५,०८६ न पृष्ठ:बाल-शब्दसागर.pdf/१७७ →अशोधित: 'N कुंदुर और रुखाई दूर करने तथा तह जमाने के लिये उसे मोगरी से कूटने की क्रिया । २. खूब मारना । कुंदुर-संज्ञा पुं० एक प्रकार का पीला दवा के काम आता गोंद जो कुँदेरना - [ क्रि०...' के साथ नया पृष्ठ बनाया वर्तमान टैग: शोधित नहीं
- ०६:०२०६:०२, २१ दिसम्बर २०२४ अंतर इतिहास +५,०३७ न पृष्ठ:बाल-शब्दसागर.pdf/१७६ →अशोधित: ' कुंजकुटीर 1 कुजकुटीर - संज्ञा स्त्री० कु जगृह । कुंजगली - संज्ञा स्त्री० १. बगीचों में लताओं से छाया हुआ पथ । २. पतली तंग गली । कु जड़ा-संज्ञा पुं० स्त्री० कुँजड़ी, कुजड़...' के साथ नया पृष्ठ बनाया वर्तमान टैग: शोधित नहीं
१९ दिसम्बर २०२४
- १२:३६१२:३६, १९ दिसम्बर २०२४ अंतर इतिहास +४,८६९ न पृष्ठ:बाल-शब्दसागर.pdf/१७५ →अशोधित: ' की - प्रत्य० हिंदी विभक्ति "का" का स्त्रीलिंग रूप । कीक-संज्ञा पुं० चीत्कार । की कना- क्रि० प्र० की की करके चिल्लाना । चीत्कार करना । कीकर - संज्ञा पुं० बबूल । कीय - संज्ञ...' के साथ नया पृष्ठ बनाया वर्तमान टैग: शोधित नहीं
- १२:३११२:३१, १९ दिसम्बर २०२४ अंतर इतिहास +५,१५७ न पृष्ठ:बाल-शब्दसागर.pdf/१७४ →अशोधित: ' किलकिलाना संज्ञा पुं० मछली खानेवाली एक छोटी चिड़िया । किलकिलाना- क्रि० प्र० १. हर्षध्वनि करनेवाला । २. हल्लागुल्ला करना । किलकिलाहट - संज्ञा स्त्री० किलकिलाने का शब...' के साथ नया पृष्ठ बनाया वर्तमान टैग: शोधित नहीं
- १२:२९१२:२९, १९ दिसम्बर २०२४ अंतर इतिहास +५,१६८ न पृष्ठ:बाल-शब्दसागर.pdf/१७३ →अशोधित: ' किमारबाज़ किमारबाज़ -संज्ञा पुं० जुधारी । किबला - संज्ञा पुं० पश्चिम दिशा जिल ओर मुख करके मुसलमान लोग नमाज़ पढ़ते हैं। किलानुमा - संज्ञा पुं० पश्चिम दिशा को बतानेवाल...' के साथ नया पृष्ठ बनाया वर्तमान टैग: शोधित नहीं
- १२:२७१२:२७, १९ दिसम्बर २०२४ अंतर इतिहास +४,९६१ न पृष्ठ:बाल-शब्दसागर.pdf/१७१ →अशोधित: ' कालीन कालीन - वि० काल-संबंधी । कालीन -संज्ञा पुं० गलीचा । कालीमिर्च - संज्ञा स्त्री० गोल मिर्च । काली शीतला - संज्ञा स्त्री० एक प्रकार की शीतला या चेचक जिसमें काले दाने...' के साथ नया पृष्ठ बनाया वर्तमान टैग: शोधित नहीं
- १२:२६१२:२६, १९ दिसम्बर २०२४ अंतर इतिहास +४,८३३ न पृष्ठ:बाल-शब्दसागर.pdf/१७२ →अशोधित: '________________ किंगरी किंगरी - संज्ञा स्त्री० छोटा चिकारा । किचन - संज्ञा पुं० थोड़ी वस्तु । किंचित्- वि० कुछ | किंजल्क - संज्ञा पुं० १. कमल । २. कमल के फूल का पराग । वि० कमल के केस...' के साथ नया पृष्ठ बनाया वर्तमान टैग: शोधित नहीं
६ दिसम्बर २०२४
- ११:५३११:५३, ६ दिसम्बर २०२४ अंतर इतिहास +४,९२३ न पृष्ठ:बाल-शब्दसागर.pdf/१७० →अशोधित: ' कालनिशा कालनिशा - संज्ञा स्त्री० १. दिवाली की रात । २. अँधेरी भयावनी रात | कालपाश-संज्ञा पुं० यमपाश । कालपुरुष - संज्ञा पुं० १. ईश्वर का विराट रूप । २. काल । कालबंजर -संज्ञ...' के साथ नया पृष्ठ बनाया वर्तमान टैग: शोधित नहीं
- ११:५३११:५३, ६ दिसम्बर २०२४ अंतर इतिहास +५,०३९ न पृष्ठ:बाल-शब्दसागर.pdf/१६९ →अशोधित: '________________ कारनिस कारनिस - संज्ञा की० कगर । कारपरदाज़- वि० कारिंदा । कारवार-संज्ञा पुं० [वि० कारबारी ] काम- काज | १. करतूत । कारबारी - वि० कामकाजी । संज्ञा पुं० कारिंदा | काररव...' के साथ नया पृष्ठ बनाया वर्तमान टैग: शोधित नहीं
- ११:५२११:५२, ६ दिसम्बर २०२४ अंतर इतिहास +४,९५६ न पृष्ठ:बाल-शब्दसागर.pdf/१६८ →अशोधित: ' कामसखा समागम आदि के व्यवहारों का वर्णन हो । कामसखा - संज्ञा पुं० वसंत । कामाक्षी - संज्ञा स्त्री० तंत्र के अनुसार देवी की एक मूर्त्ति । कामातुर - वि० काम के वेग से व्याक...' के साथ नया पृष्ठ बनाया वर्तमान टैग: शोधित नहीं
- ११:५२११:५२, ६ दिसम्बर २०२४ अंतर इतिहास +५,३३० न पृष्ठ:बाल-शब्दसागर.pdf/१६७ →अशोधित: '________________ कालुक का बुक - संज्ञा स्त्री० कबूतरों का दरबा । काबुल -संज्ञा पुं० [वि० काबुली ]9. एक नदी जो अफ़ग़ानिस्तान से भा- कर अटक के पास सिंधु नदी में गिरती है । २. अफ़ग़ानिस...' के साथ नया पृष्ठ बनाया वर्तमान टैग: शोधित नहीं
- ११:५१११:५१, ६ दिसम्बर २०२४ अंतर इतिहास +५,०३३ न पृष्ठ:बाल-शब्दसागर.pdf/१६६ →अशोधित: ' कातरता कातरता-संज्ञा स्त्री० [वि० कातर] १. अधीरता । २. डरपोकपन | काता - संज्ञा पुं० काता हुआ सूत । तागा । कातिक-संज्ञा पुं० कात्तिक । क़ातिल - वि० घातुक | काती-संज्ञा स्त्र...' के साथ नया पृष्ठ बनाया वर्तमान टैग: शोधित नहीं
- ११:५१११:५१, ६ दिसम्बर २०२४ अंतर इतिहास +५,११४ न पृष्ठ:बाल-शब्दसागर.pdf/१६४ →अशोधित: ' कांदना कौंदना t - क्रि० प्र० रोना । कांदा - संज्ञा पुं० एक गुल्म जिसमें प्याज़ की तरह गाँठ पड़ती है। कोदो + संज्ञा पुं० कीचड़ । काँधी-संज्ञा पुं० दे० "कंधा" । काँधना - क्रि...' के साथ नया पृष्ठ बनाया वर्तमान टैग: शोधित नहीं
- ११:५०११:५०, ६ दिसम्बर २०२४ अंतर इतिहास +५,००३ न पृष्ठ:बाल-शब्दसागर.pdf/१६३ →अशोधित: ' कहा १५५ कथरि कहा -संज्ञा पुं० कथन । क्रि० वि० किस प्रकार | कहाना- क्रि० स० दे० " कहलाना" | कहानी - संज्ञा स्त्री० कथा | कहार - संज्ञा पुं० एक जाति जो पानी भरने और डोली उठाने क...' के साथ नया पृष्ठ बनाया वर्तमान टैग: शोधित नहीं
- ११:५०११:५०, ६ दिसम्बर २०२४ अंतर इतिहास +४,७८४ न पृष्ठ:बाल-शब्दसागर.pdf/१६२ →अशोधित: ' साई दूसरे से कराना । कसाई -संज्ञा पुं० [स्त्री० क्रसाइन ] वधिक | वि० निर्दय | कसाना - क्रि० स० स्वाद में कसैला हो जाना । काँसे के योग से खट्टी चीज़ का बिगड़ जाना । क्रि० स०...' के साथ नया पृष्ठ बनाया वर्तमान टैग: शोधित नहीं
- ११:४९११:४९, ६ दिसम्बर २०२४ अंतर इतिहास +४,९५४ न पृष्ठ:बाल-शब्दसागर.pdf/१६१ →अशोधित: ' कचिताई कविताई -संज्ञा जी० दे० " कविता"। कवित्त-संज्ञा पुं० कविता । कवित्व-संज्ञा पुं० काव्य-रचना-शक्ति । कविनासा -संज्ञा स्त्रो० दे० "कर्म- नाशा" । कविराज -संज्ञा पुं० १...' के साथ नया पृष्ठ बनाया वर्तमान टैग: शोधित नहीं
- ११:४८११:४८, ६ दिसम्बर २०२४ अंतर इतिहास +४,९४३ न पृष्ठ:बाल-शब्दसागर.pdf/१५९ →अशोधित: 'म कलाम - संज्ञा पुं० १. वचन । २. क. धन । ३. उज्ज्र । कलार-संज्ञा पुं० दे० "कलवार" । कलाल -संज्ञा पुं० [स्त्री० कलाली ] मद्य बेचनेवाला । कलावंत - संज्ञा पुं० १. गवैया । नट । २. वि०...' के साथ नया पृष्ठ बनाया वर्तमान टैग: शोधित नहीं
- ११:४८११:४८, ६ दिसम्बर २०२४ अंतर इतिहास +५,०६८ न पृष्ठ:बाल-शब्दसागर.pdf/१६० →अशोधित: ' फलेस कलेस - संज्ञा पुं० दे० "क्लेश" । कलैया - संज्ञा स्त्री० कलाबाजी । कलाल - संज्ञा पुं० आमोद-प्रमोद | कलालना*–क्रि० प्र० आमोद-प्रमोद करना । कलौंजी - संज्ञा स्त्री० १. एक...' के साथ नया पृष्ठ बनाया वर्तमान टैग: शोधित नहीं
- ११:४७११:४७, ६ दिसम्बर २०२४ अंतर इतिहास +५,२१५ न पृष्ठ:बाल-शब्दसागर.pdf/१५५ →अशोधित: ' कर्णाटी कर्णाटी - संज्ञा स्त्री० १. संपूर्ण जाति की एक शुद्ध रागिनी । २. कर्णाट देश की स्त्री । ३. कर्णाट देश की भाषा । ४. शब्दालंकार की एक वृत्ति जिसमें केवल कवर्ग ही के...' के साथ नया पृष्ठ बनाया वर्तमान टैग: शोधित नहीं
- ११:४७११:४७, ६ दिसम्बर २०२४ अंतर इतिहास +४,८३४ न पृष्ठ:बाल-शब्दसागर.pdf/१५७ →अशोधित: ' कुईदार मुलम्मा । ३. तड़का भड़क । ४. चूने कलधौत-संज्ञा पुं० १. सोना । २. का लेप | सफेदी । कुलई या कुलईदार - वि० जिस पर "रांगे का लेप चढ़ा हो । कलकंठ - संज्ञा पुं० [ खो० कलकंठो ] को...' के साथ नया पृष्ठ बनाया वर्तमान टैग: शोधित नहीं
- ११:४७११:४७, ६ दिसम्बर २०२४ अंतर इतिहास +४,९३९ न पृष्ठ:बाल-शब्दसागर.pdf/१५८ →अशोधित: ' कमा कलमा - संज्ञा पुं० १. वाक्य । २. वह वाक्य जो मुसलमान धर्म का मूल मंत्र है । कलमी - वि० १. लिखित । २. जो कलम लगाने से उत्पन्न हुआ हो । कलमुह - वि० १. जिसका मुँह काला हो । २. कल...' के साथ नया पृष्ठ बनाया वर्तमान टैग: शोधित नहीं
- ११:४६११:४६, ६ दिसम्बर २०२४ अंतर इतिहास +५,०८६ न पृष्ठ:बाल-शब्दसागर.pdf/१५६ →अशोधित: ' कर्मना कर्मनाक - क्रि० वि० दे० "कर्मणा" । कर्मनाशा - संज्ञा बी० एक नदी जो बौला के पास गंगा में मिलती है । कर्मनिष्ठ - वि० क्रियावान् । कर्मभू-संज्ञा स्त्री० दे० "कर्मक्ष...' के साथ नया पृष्ठ बनाया वर्तमान टैग: शोधित नहीं
- ११:४५११:४५, ६ दिसम्बर २०२४ अंतर इतिहास +४,७४९ न पृष्ठ:बाल-शब्दसागर.pdf/१५३ →अशोधित: '________________ वि० डरावनी । कराव, करावा-संज्ञा पुं० एक प्रकार का विवाह या सगाई । कराह -संज्ञा पुं० कराहने का शब्द । पीड़ा का शब्द । * संज्ञा पुं० दे० "कढ़ाह" । कराहना- क्रि० भ० व्...' के साथ नया पृष्ठ बनाया वर्तमान टैग: शोधित नहीं
- ११:४५११:४५, ६ दिसम्बर २०२४ अंतर इतिहास +५,०८२ न पृष्ठ:बाल-शब्दसागर.pdf/१५४ →अशोधित: ' करैल जो बहुत विषैला होता है । करैल - संज्ञा स्त्री० एक प्रकार की काली "मिट्टी जो प्रायः तालों के किनारे मिलती है । संज्ञा पुं० १. बाँस का नरम कल्ला । २. डोम - कौभा । करैला -...' के साथ नया पृष्ठ बनाया वर्तमान टैग: शोधित नहीं
- ११:४५११:४५, ६ दिसम्बर २०२४ अंतर इतिहास +४,८२६ न पृष्ठ:बाल-शब्दसागर.pdf/१५२ →अशोधित: ' करमठ करमठ-वि० १. कर्मनिष्ठ । २. कर्मकांडी । करमाली - संज्ञा पुं० सूर्य । करमी - वि० कर्म करनेवाला । • १४४ कराळी करसी - संज्ञा स्त्री० उपले या कंडे का टुकड़ा । करहंत -संज्ञ...' के साथ नया पृष्ठ बनाया वर्तमान टैग: शोधित नहीं
- ११:४४११:४४, ६ दिसम्बर २०२४ अंतर इतिहास +४,८४५ न पृष्ठ:बाल-शब्दसागर.pdf/१५० →अशोधित: '________________ कमीना नहीं होते। कमीना - वि० [स्त्री० कमीनी ] नीच । कमेरा - संज्ञा पुं० मज़दूर । कमेला - संज्ञा पुं० वध - स्थान । कमोदिन | संज्ञा स्त्री० दे० "कुमु- दिनी" । कमोरा-संज्...' के साथ नया पृष्ठ बनाया वर्तमान टैग: शोधित नहीं
- ११:४४११:४४, ६ दिसम्बर २०२४ अंतर इतिहास +४,७३५ न पृष्ठ:बाल-शब्दसागर.pdf/१५१ →अशोधित: '________________ करतल करतल - संज्ञा पुं० [स्त्री० करतली ] हथेली । करतली - संज्ञा स्त्री० १. हथेली । २. ताली । करता-संज्ञा पुं० दे० "कर्त्ता" । करतार -संज्ञा पुं० ईश्वर । + संज्ञा पुं०...' के साथ नया पृष्ठ बनाया वर्तमान टैग: शोधित नहीं
- ११:४३११:४३, ६ दिसम्बर २०२४ अंतर इतिहास +५,०२६ न पृष्ठ:बाल-शब्दसागर.pdf/१४९ →अशोधित: '________________ कमर बंद कमरबंद - संज्ञा पुं० १. पटुका । २. पेटी । वि० कमर कसे तैयार । मुस्तैद | कमरा - संज्ञा पुं० १. कोठरी । २. फोटोग्राफी का वह औज़ार जिसके मुँह पर लेस या प्रतिबिंब...' के साथ नया पृष्ठ बनाया वर्तमान टैग: शोधित नहीं
- ११:४३११:४३, ६ दिसम्बर २०२४ अंतर इतिहास +४,९९४ न पृष्ठ:बाल-शब्दसागर.pdf/१४८ →अशोधित: '________________ कब्ज़ादार किवाड़ या संदूक में जड़े जानेवाले लोहे या पीतल की चद्दर के बने हुए दो खूँटे टुकड़े । ३. अधिकार । कब्ज़ादार - संज्ञा पुं० [भाव० संज्ञा कुब्जादारी ] १. व...' के साथ नया पृष्ठ बनाया वर्तमान टैग: शोधित नहीं
- ११:४३११:४३, ६ दिसम्बर २०२४ अंतर इतिहास +५,०७५ न पृष्ठ:बाल-शब्दसागर.pdf/१४७ →अशोधित: ' कपोतव्रत १. कबूतर । २. पक्षी । कपोतव्रत - संज्ञा पुं० चुपचाप दूसरे के अत्याचारों को सहना । कपोती-संज्ञा स्त्री० कबुतरी । वि० कपात के रंग का । कपोल -मंज्ञा पुं० गाल । कपो...' के साथ नया पृष्ठ बनाया वर्तमान टैग: शोधित नहीं