अनुक्रम
लोक बुद्धि की जीवट यात्रा vii भाषा और पर्यावरण 1 अकाल: अच्छे कामों और विचारों का भी 6 गोचर का प्रसाद बांटता लापोड़िया 9 तैरने वाला समाज डूब रहा है 41 नर्मदा घाटी: सचमुच कुछ घटिया विचार 57 भूकंप की तर्जनी और कुम्हड़बतिया 68 पर्यावरण: खाने का और दिखाने का और 78 बीजों के सौदागर 87 बारानी को भी ये दासी बना देंगे 93 विभागों में भटक कर पुरे तालाब 97 गोपालपुरा: न बंधुआ बसे, न पेड़ बचे 103 गौना ताल: प्रलय का शिलालेख 112 साध्य, साधन और साधना 119 माटी, जल और ताप की तपस्या 125 सन् 2000 में तीन शून्य भी हो सकते हैं 136 साफ़ माथे का समाज 139
थाली का बैंगन 149 भगदड़ में पड़ी सभ्यता 156 राजरोगियों की ख़तरनाक रज़ामंदी 158 असभ्यता की दुर्गंध में एक सुगंध 163 पर्यावरण का पाठ 166 मन्ना: वे गीतफ़रोश भी थे 239 श्रद्धा-भाव की ज़रूरत 249